मुख्यपृष्ठनए समाचारनाशिक-मुंबई मार्ग पर यातायात जाम ...विपक्ष ने खोली सरकार की पोल

नाशिक-मुंबई मार्ग पर यातायात जाम …विपक्ष ने खोली सरकार की पोल

– हवा-हवाई साबित हुआ सरकार का आश्वासन
सामना संवाददाता / मुंबई
पिछले मानसून सत्र में नासिक-मुंबई महामार्ग की यातायात भीड़ को उजागर करने के बाद वरिष्ठ नेता बालासाहेब थोरात को आश्वासन दिया गया था कि इस सड़क पर काम ३१ मार्च से पहले पूरा हो जाएगा। हालांकि, ३१ मार्च पूरा तो हो गया, ऐसे में इस महामार्ग की हालत सुधरने की बजाय पहले से भी ज्यादा खराब हो गई है। कल थोरात ने सदन में दोबारा इस मुद्दे को सदन में रखा और इसकी पूरी तरह से पोल खोलकर रख दी। इसके साथ ही यह भी साबित हो गया कि सरकार का किया गया वादा हवा-हवाई ही है। थोरात ने कल एक बार फिर स्थगन प्रस्ताव के जरिए इस मामले को सदन के सामने उठाया। उन्होंने इसके लिए मंत्री छगन भुजबल का भी हवाला दिया। पहले इस सड़क से मुंबई पहुंचने में तीन घंटे लगते थे, लेकिन अब यह समय बढ़कर छह से आठ घंटे हो गया है। उन्होंने कहा कि क्या यह मुद्दा पिछले वर्ष मानसून सत्र के दौरान सदन में उठाया गया था? और उस समय आश्वासन दिया गया था कि ३१ मार्च तक सड़कों को दुरुस्त कर दिया जाएगा और इससे लोगों को कोई दिक्कत नहीं होगी। हालांकि, लोगों ने इसे पिछले साल भी झेला और अब इस साल स्थिति उससे भी ज्यादा गंभीर है।
गाड़ियों की लग रही लंबी कतार
थोरात ने कहा कि गाड़ियों की लंबी कतारों का सामना लोगों को करना पड़ रहा है। एक घंटे तक गाड़ियां आगे नहीं खिसकती हैं। यहां से निकलने में तीन से चार घंटे तक जाम लगता है।

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