सगीर अंसारी
मुंबई: शिवाजी नगर सिग्नल पर दोपहर एक बेहद दर्दनाक सड़क हादसा हुआ, जिसमें तेज रफ़्तार डम्पर ने एक मोटर स्कूटी को टक्कर मार दी। इस हादसे में स्कूटी सवार चालक और तीन मासूम बच्चों की मौके पर ही मौत हो गई।
सूत्रों के मुताबिक, मृतक परिवार साकीनाका इलाके का रहने वाला था और शिवाजी नगर में अपने रिश्तेदारों से मिलने आया था।
चश्मदीदों के अनुसार, डम्पर जीएम लिंक रोड पर घाटकोपर की ओर से तेज रफ्तार में आ रहा था और सिग्नल के पास स्कूटी को जाेरदार टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भयानक थी कि स्कूटी पर सवार सभी चारों लोग डम्पर के पहियों के नीचे कुचले गए।
हादसे के बाद घटनास्थल पर भारी तनाव फैल गया। स्थानीय लोगों ने डम्पर को घेर लिया और चालक पर हमला करने की कोशिश की। हालांकि, मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को संभालते हुए डम्पर चालक को हिरासत में ले लिया।
इस खबर के फैलते ही बड़ी संख्या में लोग घटनास्थल पर जमा हो गए और गुस्से में आकर सड़क को पूरी तरह जाम कर दिया। पुलिस और ट्रैफिक कर्मियों को लोगों को हटाने और रास्ता खुलवाने में घंटों मशक्कत करनी पड़ी।
स्थानीय लोगों का आरोप है कि करोड़ों रुपये खर्च कर इस जीएम लिंक रोड पर फ्लाईओवर तो बना दिया गया, लेकिन भारी वाहनों को ऊपर भेजने के बजाय पुलिस उन्हें नीचे की सड़क से गुज़रने देती है। इसके अलावा, सड़क के दोनों ओर गैरकानूनी पार्किंग की वजह से रास्ता काफी संकरा हो गया है, जो लगातार हो रही दुर्घटनाओं की एक बड़ी वजह है।
स्थानीय नागरिकों ने यह भी सवाल उठाया कि मानखुर्द ट्रैफिक पुलिस हादसे वाले सिग्नल पर शायद ही कभी तैनात रहती है। जबकि इंडियन ऑयल नगर और मानखुर्द टी-जंक्शन जैसे वीआईपी इलाकों के सिग्नलों पर पुलिस हमेशा मौजूद रहती है। यह भेदभाव लोगों के आक्रोश का एक और बड़ा कारण बन गई है।इस हादसे ने एक बार फिर मुंबई की ट्रैफिक व्यवस्था, भारी वाहनों की निगरानी और सड़क सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोग अब दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और लिंक रोड पर स्थायी समाधान की मांग कर रहे हैं।