एम एम एस
३५ वर्षीय शिवानी को गोवा के एक रिजॉर्ट की मुन्नार ब्रांच में प्रâंट ऑफिस मैनेजर के तौर पर काम करते कुछ ही दिन बीते थे। जिंदगी अच्छी कट रही थी, अच्छा रिजॉर्ट था, अच्छी पोजीशन थी, पैसे भी अच्छे मिल रहे थे, परिवार को उसकी तरफ से मिल रहे सपोर्ट से परिवार भी खुश था।
एक रात जब वह अपने अपार्टमेंट में देर रात तक अपने मेल चेक कर रही थी, उसका मोबाइल चमक उठा। उसकी आदत थी रात १२:०० बजे के बाद फोन साइलेंट मोड पर रखकर सो जाती। यूं भी ऑफिस का काम खत्म होने के बाद आधी रात के बाद कौन कॉल करता। उसने कोई ध्यान नहीं दिया वह लैपटॉप में अपने मेल्स वगैरा चेक करने लगी। कुछ समय बाद मोबाइल में फिर से सरसराहट हुई। शायद व्हॉट्सऐप पर कोई मैसेज था! फिलहाल, उसने लैपटॉप बंद किया और सोने की कोशिश करने लगी। उसने महसूस किया कि फोन बार-बार वाइब्रेट हो रहा है। शायद मैसेज पर मैसेज आ रहे थे। उसे लगा शायद कोई इंपॉर्टेंट मैसेज हो। उसने न चाहते हुए भी फोन उठा लिया। उसने जैसे ही फोन उठाकर मैसेज चेक किया वह चौंक गई। व्हॉट्सऐप पर किसी ने उसकी खूब सारी तस्वीरें भेजी थीं। इतनी सारी तस्वीरें। यह सब उसके रिजॉर्ट में खींची गई थी, लेकिन इस बात का उसे भी पता नहीं चला था कि कब अलग-अलग पोज में उसकी तस्वीर खींची गई।
नंबर अनजाना था। परेशान शिवानी समझ नहीं पा रही थी कि उसे क्या करना चाहिए? साधारण तौर पर ऐसी स्थिति में उसे अपने जनरल मैनेजर से इसकी शिकायत करनी चाहिए थी, लेकिन वह भी कहां दूध का धुला हुआ था? खुद उसने शिवानी को कई दफा इनडायरेक्टली प्रपोज किया था। एक बार इसी तरह देर रात उसका भी मैसेज आया था। उसने कई पिक्चर्स भेजी थी जो अश्लील थीं। उन सेमी न्यूड पिक्चर्स पर उसने बड़े भद्दे कमेंट्स किए थे। एक एक्ट्रेस की तस्वीर की तुलना उसने शिवानी से की थी! हालांकि, दूसरे दिन शिवानी ने जब दफ्तर में जाकर जनरल मैनेजर से अपनी नाराजगी जताई तो उसने माफी मांगते हुए कहा कि वह रात को ज्यादा पी गया था और नशे में उसने हरकत की थी।
कुछ दिन बाद रिजॉर्ट के एक सेल्स मैनेजर ने शिवानी से एक ऑफिशियल मीटिंग में चलने को कहा। उसका कहना था कि शिवानी की खूबसूरती का असर उसके क्लाइंट्स पर पड़ेगा और इससे रिजॉर्ट की मांग बढ़ेगी और कंपनी को फायदा होगा। उसने बताया कि मीटिंग एक क्रूज लाइन में थी, जहां पर मीटिंग के बाद दोनों क्वालिटी टाइम स्पेंड कर सकते थे। उसने ‘क्वालिटी टाइम’ पर जोर देकर कहा था कि वो इस इस तरह समझे कि किस्मत उस पर मेहरबान है!
सेल्स मैनेजर द्वारा बार-बार इस तरह के ऑफर करने से तंग आकर जब उसने इस बात की शिकायत जनरल मैनेजर से की तो उसने नाराजगी जताते हुए कहा, ‘इसमें क्या बुराई है शिवानी? यह तुम्हारी और कंपनी की भलाई के लिए ही कह रहा है! क्या तुम नहीं चाहती कि कंपनी को तुमसे फायदा हो? एक एंप्लॉई के तौर पर तुम्हें खुश होना चाहिए, तुम्हारी कितनी ‘डिमांड’ है और तुम्हें सभी को ‘खुश’ रखना चाहिए..!’
सुबह उठकर जब रिजॉर्ट में पहुंची तो उसके नाम का एक फ्लॉवर्स बुके पड़ा हुआ था। उसे आश्चर्य हुआ आखिर किसने भेजा होगा! उसकी नजर मैसेज स्लिप पर पड़ी! उसका माथा ठनका। ‘होप यू लाइक द पिक्चर्स… गॉर्जियस बेबी… प्लीज ज्वाइन माय बर्थडे पार्टी… नाम तो नहीं था मगर स्वुईट नंबर लिखा था। उसका चेहरा तमतमा उठा। गुस्से में बुके उठाकर सीधे मैनेजर के कमरे में पहुंची। उसे बताया गया कि वह स्वुईट नंबर ००३ में था। वह स्वुईट में पहुंची। उसकी उंगली बेल पर पहुंची ही थी कि दरवाजा खुल गया। एक विदेशी पुरुष ने दरवाजा खोलते हुए कहा, ‘वाव.. गॉर्जियस बेबी…यू आर वेलकम…’ भीतर उसका जनरल मैनेजर भी बैठा था। टेबल पर गिलास पड़े थे। शायद दोनों मूड बना रहे थे सुबह-सुबह।
‘सर मैं आपके पास ही आ रही थी, एक कंप्लेंट करनी थी..!’ शिवानी अपने गुस्से को जब्त करते हुए बोली।
‘ओ अच्छा रात को तुम्हारे पास जो मैसेज आए थे, पिक्चर्स आए थे आपको उसकी शिकायत करनी है?’ (जारी)