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चाचा की चाल ने भतीजे की उड़ाई नींद!

-कट्टर विरोधी के घर पहुंचे शरद पवार…भविष्य की राजनीति का दिया संकेत

सामना संवाददाता / मुंबई

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ नेता शरद पवार राजनीति के निपुण खिलाड़ी माने जाते हैं। अपनी गतिविधियों के माध्यम से वे कब और कौन सी चाल चलेंगे, यह कहना मुश्किल होता है। ऐसा बयान हाल ही में नगर के सांसद नीलेश लंके ने दिया था। इसका प्रत्यक्ष अनुभव अगली ही सुबह हुआ। शरद पवार जब श्रीरामपुर के दौरे पर आए तो उन्होंने नगर शहर के युवा उद्यमी अफजल शेख के निवास पर भेंट की। अफजल शेख कभी अजीत पवार गुट के विधानसभा सदस्य संग्राम जगताप के कट्टर समर्थक माने जाते थे, लेकिन हाल ही में दोनों के बीच मतभेद हो गए। ऐसे में शरद पवार ने शेख के घर जाकर उन्हें एक तरह से राजनीतिक समर्थन दिया, जो अजीत पवार को चुनौती देने जैसा माना जा रहा है। चाचा की इस चाल ने भतीजे की नींद उड़ा दी है।
उल्लेखनीय है कि जगताप परिवार कभी शरद पवार के कट्टर समर्थकों में गिना जाता था, लेकिन पार्टी में विभाजन के बाद वर्तमान विधायक संग्राम जगताप उपमुख्यमंत्री अजीत पवार के गुट में चले गए। उन्होंने उसी गुट से विधानसभा चुनाव लड़ा और विजयी हुए। उनके खिलाफ शरद पवार गुट ने दादा कलमकर के भतीजे अभिषेक कलमकर को मैदान में उतारा था, लेकिन उन्हें हार का सामना करना पड़ा। उसी चुनाव में संग्राम जगताप के कट्टर समर्थक रहे अफजल शेख उनसे अलग हो गए थे। अब सांसद नीलेश लंके की पहल से अफजल शेख की शरद पवार से सीधी मुलाकात करवाई गई। इससे संकेत मिलते हैं कि आगामी चुनावों में अफजल शेख को शरद पवार गुट से समर्थन मिल सकता है, जो अजीत पवार के लिए नुकसानदेह साबित होगा। असल में पूर्व विधायक अरुण काका जगताप, जो कभी शरद पवार के घनिष्ठ समर्थक थे, उनके निधन के बाद शहर आए पवार से कार्यकर्ताओं को उम्मीद थी कि वे जगताप परिवार के घर सांत्वना देने जाएंगे। लेकिन उन्होंने वहां न जाकर, जगताप के विरोधी माने जाने वाले अफजल शेख के निवास पर जाकर भविष्य की रणनीति का संकेत दे दिया। श्रीरामपुर कार्यक्रम के बाद शरद पवार कुछ समय अहिल्यानगर में रुके। इस दौरान सांसद नीलेश लंके, पूर्व विधायक दादा कलमकर, फारूक शेख और अन्य कार्यकर्ता भी उपस्थित थे।

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