राधेश्याम सिंह
वसई । तड़ीपार आरोपी को वसई क्राइम ब्रांच यूनिट-2 ने तडीपार की अवधि में जबरन मोबाइल लूटकर फरार हुए तड़ीपार आरोपी कल्पेश उर्फ कलप्या किसन शिंदे को गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। आरोपी पर पहले से ही वालिव पुलिस स्टेशन में गंभीर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
मिली जानकारी के अनुसार 13 जून 2025 को वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर अपराध शाखा टीम गश्त पर थी, तभी भगत विद्यालय के पास उक्त आरोपी दिखाई दिया। इस आरोपी को डीसीपी कार्यालय, वसई के तहत परिमंडल-2 के हद्दपार आदेश क्रमांक 02/977/2024 दिनांक 26/03/2024 के तहत पालघर, ठाणे और मुंबई उपनगर क्षेत्र से दो वर्षों के लिए निष्कासित किया गया था। पुलिस द्वारा हिरासत में लेने के बाद जब उससे पूछताछ की गई, तो उसने 30 नवंबर 2024 को सातीवली में पोलासो इंडस्ट्रीज के पास एक व्यक्ति के गले पर चाकू रखकर मोबाइल लूटने की बात स्वीकार की। इस वारदात में उसके अन्य साथी भी शामिल थे। वालिव पुलिस स्टेशन में इस घटना पर पहले से ही अपराध क्रमांक 651/2024 के तहत भारतीय दंड संहिता की धारा 309(6), 3(5) के अंतर्गत मामला दर्ज है, जिसमें वह वांछित था। हद्दपार आदेश का उल्लंघन करने पर उसके खिलाफ वालिव पुलिस स्टेशन में अपराध क्रमांक 426/2025, महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम 1951 की धारा 142 के तहत एक और केस दर्ज किया गया है। कल्पेश शिंदे पर वालिव पुलिस स्टेशन में पहले से कुल 12 आपराधिक मामले दर्ज हैं, जिनमें चोरी,जबरन लूटपाट,मारपीट, धमकी और गैरकानूनी घुसपैठ जैसे गंभीर अपराध शामिल हैं।
यह कार्रवाईपुलिस आयुक्त मधुकर पांडेय, दत्तात्रय शिंदे (अपर पुलिस आयुक्त), अविनाश अंबुरे (उप पुलिस आयुक्त – अपराध), मदन बल्लाळ (सहायक पुलिस आयुक्त – अपराध) के मार्गदर्शन में की गई। इस ऑपरेशन को समीर अहिरराच (पुलिस निरीक्षक), सोपान पाटील (सहायक पुलिस निरीक्षक)सागर शिंदे, अजित गिते, रमेश भोसले, मुकेश पवार, रविंद्र पवार, प्रफुल्ल पाटील, सचिन पाटील, जगदीश गोवारी, दादा आडके, सुधीर नरळे, राहुल कर्पे, प्रशांतकुमार ठाकुर, अनिल साबळे,प्रतिक गोडगे, राजकुमार गायकवाड, अविनाश चौधरी और पूरी यूनिट ने आरोपी को गिरफ्तार करने में अहम भूमिका निभाई है।