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लेना चाहते थे गोधरा का बदला : गुजरात में करना था बड़ा बम धमाका! …आतंकी शाहनवाज का कबूलनामा

आइसिस के आदेश का था इंतजार
सामना संवाददाता / मुंबई 
पिछले साल दिल्ली पुलिस द्वारा गिरफ्तार किए गए आतंकी शाहनवाज आलम से एनआईए ने पूछताछ शुरू कर दी है। एनआईए की पूछताछ में शाहनवाज ने बताया है कि गोधरा दंगों का बदला लेने के लिए गुजरात में आतंकी हमला करने की तैयारी में था। चूंकि यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह का होम स्टेट है, इसलिए यह काफी महत्वपूर्ण भी हो जाता है। आतंकी संगठन आइसिस ने इसके लिए पूरे गुजरात पर हमले की साजिश रची थी। यह खुलासा आईएसआईएस मॉड्यूल से जुड़े आतंकी शाहनवाज आलम ने एनआईए की पूछताछ में किया है। शाहनवाज ने कहा कि गांधीनगर के अलावा अमदाबाद, वड़ोदरा और सूरत शहर आतंकियों के निशाने पर हैं। उसने अपने हैंडलर अबू सुलेमान के कहने पर अमदाबाद, वड़ोदरा और सूरत को उड़ाने का पैâसला किया था।
निशाने पर थे आरएसएस और वीएचपी कार्यालय
दोनों आईएसआईएस आतंकी सुबह-सुबह गांधीनगर गए और आरएसएस कार्यालय, वीएचपी कार्यालय, उच्च न्यायालय, जिला न्यायालय, सत्र न्यायालय, भाजपा कार्यालय का दौरा किया। उसके बाद शाम को वह वडोदरा चला गया और रेलवे स्टेशन के पास एक हॉस्टल में कमरा ले लिया। अगले दिन उसने एक स्कूटी किराए पर ली और डिस्ट्रिक्ट कोर्ट, सिविल कोर्ट, रेलवे स्टेशन की रेकी की और वीडियोग्राफी और फोटोग्राफी की। उसी शाम वह स्कूटी से वापस लौटा और ट्रेन से सूरत चला गया, जहां उसने एक स्कूटी किराए पर ली और सूरत रेलवे स्टेशन के पास एक होटल में रुका। अगली सुबह उसने सूरत शहर की रेकी शुरू कर दी। शहर में घूमते समय उसने गलती से सूरत में यहूदी केंद्र देखा और इस जगह की तस्वीरें लीं और वीडियोग्राफी की। इसके अलावा उसने हीरा बाजार, जिला न्यायालय सूरत का दौरा किया। उसने इस्कॉन मंदिर के पास ७-८ मंदिरों का दौरा किया और इन क्षेत्रों की तस्वीरें लीं। वीडियोग्राफी के अलावा उसी शाम वह ट्रेन से मुंबई लौट आया और वहां से पुणे लौट आया तथा अगले दिन उसने भ्रमण किए गए सभी क्षेत्रों की पीडीएफ, पीपीटी बनाई और रिपोर्ट अबू सुलेमान को भेज दी। शाहनवाज ने स्पेशल सेल को बताया कि उसे योजना को अंजाम देने के बारे में आदेश लेना था, इसलिए वह अपने दो साथियों मोहम्मद रिजवान और अरशद वारसी के साथ अपने-अपने ठिकानों पर चले गए।
आइसिस के आतंकियों ने अमदाबाद में की थी रेकी 
पूछताछ में शाहनवाज ने बताया कि आइसिस के दो आतंकी ट्रेन से अमदाबाद पहुंचे और दो दिन तक वहां रुके। इस दौरान उन्होंने रेलवे स्टेशन, सिनेमा हॉल, यूनिवर्सिटी, वीआईपी रूट, अटल पैदल यात्री पुल समेत भीड़-भाड़ वाले बाजारों का दौरा किया। इसके अलावा उन्होंने अमदाबाद में बोहरा समुदाय की मस्जिदों, दरगाहों, साबरमती आश्रम की तस्वीरें भी लीं। इस काम के लिए उसने वहां एक बाइक किराए पर ली थी।

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