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झूठे, जुमलेबाजों के भ्रम की लंका जला डालेंगे! … उद्धव ठाकरे ने भरी हुंकार

इंडिया गठबंधन ने एक व्यापक घोषणापत्र बनाया है। मैं केंद्र में सरकार आने के बाद इसे महाराष्ट्र में लागू करने का वादा करता हूं। अब जनता को तय करना है कि मोदी की गारंटी और उद्धव ठाकरे के वादे में से किसे चुनना है?

सामना संवाददाता / मुंबई
लोकसभा चुनाव तानाशाह मोदी सरकार का नहीं, बल्कि किसानों और आम जनता के जीवन मृत्यु का सवाल है। जीवन स्वतंत्रता में बिताना है अथवा गुलामी में, इस पर विचार करने का समय आ गया है। इस बार चुनाव में लोग जुमलेबाजों और झूठों के भ्रम की लंका जला डालेंगे। इन शब्दों में शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने हुंकार भरी।
अमरावती संसदीय क्षेत्र में महाविकास आघाड़ी के प्रत्याशी बलवंत वानखेडे के प्रचारार्थ संत ज्ञानेश्वर सांस्कृतिक सभागार में आयोजित सम्मेलन में उद्धव ठाकरे ने कहा कि महाराष्ट्र और देश में तानाशाह मोदी सरकार के खिलाफ जोरदार लहर दिख रही है। कदाचित आपातकाल के बाद आई हुई यह पहली लहर होगी। अमरावती में बलवंत वानखेडे का सामना महायुति की नवनीत राणा से होगा।

शिवसेना प्रेमी कभी भी गद्दारों का साथ नहीं देंगे!- उद्धव ठाकरे का विश्वास
अमरावती की सांसद नवनीत राणा ने हनुमान चालीसा को लेकर शिवसेना पर तंज कसा था। इस डोर को पकड़ते हुए शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने कल राणा पर निशाना साधा। उन्होंने तंज भरे लहजे में कहा कि मंगलवार को हनुमान जयंती है और अचूक मुहूर्त पर आज का सम्मेलन आयोजित किया गया। उद्धव ठाकरे ने कहा कि अमरावती में शिवसेना को पांच बार जीत मिली थी और यहां शिवसेना प्रेमी मतदाता कभी भी गद्दारों का साथ नहीं देंगे। इसके साथ ही अपमान का बदला लिए बिना शांत नहीं बैठेंगे। उन्होंने कहा कि शिवसेना जो कुछ भी करती है, वह सामने ही करती है। पीछे से हमला करने वाली हमारी औलादें नहीं हैं। शिवसेना सीने पर वार झेलती है और सीने पर ही वार करती है। उद्धव ठाकरे ने चुनौती देते हुए कहा कि हिम्मत है, तो आमने-सामने आओ।
इस दौरान उद्धव ठाकरे ने नरेंद्र मोदी का उल्लेख कार्यवाहक प्रधानमंत्री के तौर पर किया। उन्होंने खिल्ली उड़ाते हुए कहा कि जब शिवसेना के साथ युति थी, तब चुनाव में मोदी को महाराष्ट्र में नहीं आना पड़ता था लेकिन अब गली-कूचे में जा रहे हैं। ‘जिन्हें ज्यादा बच्चे हो रहे हैं, कांग्रेस उन्हें आपकी संपत्तियां बांट डालेगी’, इस तरह का तंज कसनेवाले प्रधानमंत्री मोदी पिछले १० वर्षों के अपने कार्यकाल में कम बच्चे वालों को संपत्ति क्यों नहीं बांट सके? इस तरह का तीखा सवाल भी उन्होंने किया। ईश्वर ही जाने कि मोदी को वैâसे पता चल रहा है कि किसे ज्यादा और कम बच्चे हो रहे हैं? उद्धव ठाकरे ने तंज कसते हुए कहा कि कदाचित मशीनरी उनके हाथ में होने से पता चल रहा होगा।
अमरावती तुकडोजी महाराज की भूमि है। उनका कीर्तन देशप्रेम से सराबोर था। क्रांतिकारियों को प्रेरणा देनेवाला था, यह कहते हुए उद्धव ठाकरे ने तुकडोजी महाराज की रचना से दो लाइन सुनाते हुए भाजपा पर सीधे तौर हमला किया। ‘पत्थर सारे बम बनेंगे, भक्त बनेगी सेना! झाडू झडले शस्त्र बनेंगे, नाव लगेंगी किनारे!!’ ऐसा उद्धव ठाकरे के कहते ही सभागृह में ‘भारत माता की जय’ का जयघोष गूंज उठा। भारत माता के लिए तुकडोजी महाराज ने अपने महान वाणी से देशभक्ति की भावना जागृत की थी। भाजपा पर हमला बोलते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि आज जो सत्ता में बैठे हैं, उनका आजादी की लड़ाई से कोई लेना-देना नहीं था।
हाल ही में अमरावती में आयोजित एक सभा में शिवसेना नेता व सांसद संजय राऊत ने नवनीत राणा का उल्लेख नट के रूप में किया था। उससे भाजपा नाराज हो गई थी। इस पर खबर लेते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि हम कुछ बोलते हैं, तो भाजपा वाले कहते हैं कि महिला का अपमान हुआ। फिर सांस्कृतिक मंत्री के तौर पर जनता के सिरहाने बिठाए गए मुनगंटीवार ने बहन-भाई के रिश्ते का विकृत जिक्र किया, उस समय किसका अपमान हुआ? इस तरह सार्वजनिक तौर पर पूछिए, ऐसा उद्धव ठाकरे ने अमरावतीकरों से कहा। उन्होंने यह भी सवाल किया कि एक वीभत्स, विकृत, बुद्धिहीन आदमी दुर्भाग्य से राज्य का संस्कृति मंत्री बन गया है, उन्हें भाजपा ने कौन सा संस्कार दिया है? उन्होंने आगे कहा कि जो लोग कहते हैं कि महिला का अपमान हुआ, उन्हें पहले उस मुनगंटीवार को सिरहाने बिठाओ और देश की महिलाओं से माफी मांगो।
महिलाओं के मुद्दे पर बोलते हुए उद्धव ठाकरे ने मणिपुर और सुप्रिया सुले का उदाहरण देकर भाजपा को घेरा। घाती सरकार में एक मंत्री ने राकांपा सांसद सुप्रिया सुले का अपमान किया तो आपके भाजपा नेता कहां थे? उद्धव ठाकरे ने कहा कि भाजपा को हमें हिंदुत्व सिखाने की जरूरत नहीं है। उन्होंने पूछा कि जब मणिपुर में महिलाओं पर अत्याचार हो रहा था तो क्या आपके प्रधानमंत्री वहां गए थे?
किसानों के बच्चे आत्महत्या कर रहे हैं, क्योंकि उनके हाथों में काम नहीं है और कृषि उपज का कोई दाम नहीं मिल रहा है। क्या प्रधानमंत्री ने इन किसानों के लिए दो शब्द भी खर्च किए? केवल घर के डिब्बे किसानों के पास ले जाकर खाने का दिखावा किया जाता है। उद्धव ठाकरे ने आलोचना करते हुए कहा कि ये करेंगे और करेंगे ही, इस तरह का आश्वासन दिया जाता है। कांग्रेस ने ६० वर्षों में क्या किया, यह पूछनेवालों को पहले आपने १० वर्षों में क्या किया इसका हिसाब दो, फिर अगले ३० वर्षों को देखते हैं। इस तरह का जोरदार हमला उद्धव ठाकरे ने किया।
इस बार मोदी की गारंटी पर भी उद्धव ठाकरे टूट पड़े। भ्रष्टाचार करो और बीजेपी में शामिल हो जाओ, तुम्हारा बाल भी बांका नहीं होगा। लेकिन अगर आप हमसे निडर होकर लड़ते हैं, तो मोदी आपको अनिल देशमुख की तरह जेल में डालने की गारंटी देते हैं। उद्धव ठाकरे ने मंच पर बैठे देशमुख की भी तारीफ करते हुए कहा कि अनिल देशमुख डरे नहीं, झुके नहीं, लड़ते रहे और अभी भी इस लड़ाई में हैं।

महिलाओं का अपमान करने वाली, किसानों को भूखा मारने वाली और युवाओं को बेरोजगार करनेवाली भाजपा सरकार को खत्म करना ही होगा।

 

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