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कब्र पर जाकर बोला जो किया, सही किया!.. हत्यारे को २५ बाद भी नहीं है पछतावा

यूके के नॉरफॉक शहर के एमनेथ हंगेट गांव में १९९९ में हुई हत्या के मामले में एक किसान की सजा पूरी हो चुकी है। किसान का नाम टोनी मार्टिन है। इस शख्स को अपने किए पर पछतावा नहीं है। मिली जानकारी के अनुसार, अगस्त १९९९ में जब वो ५४ साल का था, तब उसने दो लोगों को गोली मारी थी। उनमें से एक १६ वर्षीय प्रâेड बारास की मौत हो गई थी, जबकि २९ साल के ब्रेंडन फियरन की जान बच गई थी। उसी हत्या मामले में सजा पूरी होने के बाद प्रâेड की कब्र पर वो गया और कहा कि जो भी किया, सही किया। से अपने किए का पछतावा नहीं है।
बता दें कि रात के समय दो लोग टोनी के घर में चोरी के इरादे से घुसे थे। टोनी ने दोनों को शूट कर दिया। टोनी को ३ मिलियन डॉलर (२५,१८,५३,१५० रुपए) का घर अपनी चाची से विरासत में मिला है। वो इसकी रखवाली कर रहा था। सोते समय टोनी को आवाजें आई, जिसके बाद वो सीढ़ियों पर आया। उसने चोरों को देखा और गोली चला दी। टोनी ने कोर्ट में दलील दी थी कि चेतावनी के तौर पर गोली चलाई थी, लेकिन कोर्ट ने उन्हें हत्या का दोषी पाया।
टोनी को अब भी उम्मीद है कि एक न एक दिन उनको निर्दोष घोषित किया जाएगा। वे न्याय व्यवस्था को सही नहीं मानते। कहते हैं कि खुद को निर्दोष साबित करने के लिए पूरी ऊर्जा खर्च कर दी। लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हुई। आप अपने घर में सोते समय कैसे दोषी हो सकते हैं? क्या अपनी निजी जगह की रक्षा करने की कोशिश करना गलत है? मार्टिन अब ७९ साल के हो चुके हैं। टोनी बताते हैं कि वे अपनी मां से मिलकर आए थे। घर आकर शराब पी और सो गए।
रात को उन्होंने शोर सुना। फिर लंबे समय से अखबारों में छिपाई बंदूक निकाली और बाहर की तरफ आए। अगले दिन यूके पुलिस ने उनको गिरफ्तार किया। जेल जाने के बाद उनकी मां हिलेरी की भी मौत हो गई। वे एक संन्यासी की तरह सजा काटने के बाद रिहा हुए। एक समय तो वे अपनी कार में सोने लगे थे। वे मानते हैं कि चोरों के लिए सहानुभूति नहीं होनी चाहिए। प्रâेड के पैर और पीठ में गोली लगी थी, जिससे मौके पर ही मौत हो गई। ब्रेंडन फियरन के पैर में गोली लगी। बाद में उसे भी संपत्ति में चोरी करने की साजिश में तीन साल की जेल हुई। नॉर्विच क्राउन कोर्ट ने टोनी को सजा सुनाई थी।

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