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योगी का ये कैसा `राम’ राज? … कांग्रेस नेताओं को अयोध्या में नो एंट्री! कथित तौर पर सत्ता पर लगा आरोप

सामना संवाददाता / नई दिल्ली
लंबे इंतजार के बाद २२ जनवरी को अयोध्या में भव्य राम मंदिर का उद्घाटन होना है। भाजपा इसका पूरा का पूरा राजनीतिक लाभ उठा रही है। दूर-दराज राज्यों से लोग दर्शन के लिए अयोध्या आ रहे हैं। लेकिन उत्तर प्रदेश में योगी राज की एक घटना ने सभी को चौंका दिया। दरअसल, राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम का आमंत्रण अस्वीकार करने वाले कांग्रेस नेताओं की अयोध्या में कुछ स्थानीय भाड़े के गुंडों से झड़प हो गई और देखते ही देखते बात और भी ज्यादा बिगड़ने लगी। वहां मौजूद लोगों ने झड़प के बाद कांग्रेस के झंडे को भी तोड़ दिया। उनकी एंट्री पर मचे इस घमासान पर राजनीतिक गलियारों में चर्चा भी तेज हो गई है। कयास लगाए जा रहे हैं कि ऐसा सत्ताधारी पार्टी के इशारे पर हुआ है।
बता दें कि कांग्रेस के यूपी प्रभारी अविनाश पांडे और प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के साथ पार्टी का एक प्रतनिधिमंडल अयोध्या दौरे पर गया है। सोमवार को जब यह दल हनुमनगढ़ी में दर्शन के बाद राम मंदिर के मुख्य प्रवेश द्वार के सामने रुके थे, तभी कुछ लोगों ने एक बुजुर्ग कार्यकर्ता के हाथ से कांग्रेस का झंडा छीनकर दूर तक फेंक दिया। भीड़ ने जब कांग्रेस कार्यकर्ता से छीनकर झंडा फेंक दिया तो कार्यकर्ताओं ने इसका विरोध शुरू कर दिया। इस पर झड़प भी तेज होने लगी। यूपी पुलिस के जवानों ने मामले को शांत किया। इसके बाद जो कार्यकर्ता हाथों में कांग्रेस का झंडा लिए थे वे वहां से चले गए।
अयोध्या दौरे पर है कांग्रेस का दल
उत्तर प्रदेश कांग्रेस के नेता इन दिनों अयोध्या दौरे पर हैं। प्रदेश अध्यक्ष अजय राय और पार्टी के यूपी प्रभारी अविनाश पांडे के साथ कांग्रेस का एक पूरा प्रतिनिधिमंडल अयोध्या पहुंचा हुआ है। सोमवार को कांग्रेस के इस दल ने सबसे पहले सरयू में डुबकी लगाई और फिर हनुमानगढ़ी में जाकर पूजा अर्चना की। इसके बाद कांग्रेस के नेता रामलला के दर्शन करने भी पहुंचे।
कांग्रेस को मिला है
प्राण प्रतिष्ठा का आमंत्रण
कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी, वर्तमान अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में पार्टी के नेता अधीर रंजन चौधरी को अयोध्या में होने जा रही प्राण प्रतिष्ठा के लिए न्योता मिला था। २५ दिन बाद कांग्रेस ने इसे अस्वीकार कर दिया था और इस कार्यक्रम को भाजपा का राजनीतिक कार्यक्रम बताकर इससे दूरी बनाने की बात कही थी।

भावुक हुईं उमा भारती …अंतिम मुलाकात अंतिम विदाई…
मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की फायरब्रांड नेता कही जाने वालीं उमा भारती ने हाल ही में एक भावुक बयान देते हुए सभी को हैरान कर दिया। उमा भारती अपने भोपाल वाले आवास पर समर्थकों से मिलीं और इसे अपनी `अंतिम मुलाकात’ बताया। भावुक होकर उन्होंने कहा, `ये मेरी अंतिम विदाई है।’ उन्होंने बताया कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के लिए वह १७ से लेकर २२ जनवरी तक अयोध्या में रहेंगी और इसके बाद अपने गांव लौट जाएंगी और फिर वहीं रहेंगी। उमा भारती टीकमगढ़ जिले के डूडा गांव की रहने वाली हैं, यहीं उनका जन्म हुआ। कक्षा-६ तक उनकी शिक्षा यहीं हुई। अब उमा भारती अयोध्या राम मंदिर उद्घाटन समारोह में शामिल होने के बाद अपने गांव चली जाएंगी।

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