अनिल मिश्र / रांची
झारखंड प्रदेश के हजारीबाग जिले के इचाक प्रखंड क्षेत्र के अंतर्गत आनेवाले डुमरौन गांव में गत बुधवार यानी २६ फरवरी को हुए दो समुदाय के बीच हिंसक झड़प एवं आगजनी के मामले के बाद धनबाद में भी तनाव पैदा करने की कोशिश की गई। यहां भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा से छेड़छाड़ की गई है। उनके धनुष को क्षतिग्रस्त कर दिया गया है। इस घटना के बाद क्षेत्र में तनाव फैल गया है। ऐसे में अब सवाल उठ रहा है कि झारखंड में कौन तनाव पैदा करना चाह रहा है। प्रदेश में जब से भाजपा चुनाव हारी है, तब से इस तरह की घटनाएं बढ़ गई हैं।
इस संबंध में हजारीबाग पुलिस ने एएसआई मंगलदेव उरांव के आवेदन पर इचाक थाना में एक मामला दर्ज किया है, जिसमें दोनों समुदाय के पैंतालीस लोगों को नामजद एवं दो सौ अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है। इसी बीच इचाक पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया है, जिसमें २५ वर्षीय शिव कुमार उर्फ बुला (पिता स्व बंगाली महतो), २३ वर्षीय बुला उर्फ अजीत (पिता बद्री महतो) एवं ५५ वर्षीय अशरफ मियां (पिता स्व इब्राहिम मियां) के नाम शामिल हैं। इस संबंध में प्रशिक्षु आइपीएस अधिकारी सह थाना प्रभारी श्रुति ने बताया कि डुमरौन गांव में फिलहाल स्थिति सामान्य है, लेकिन आनेवाले त्योहार में शांति व्यवस्था बनी रहे, इसके लिए शांति समिति की बैठक कर दोनों समुदाय से शांति बनाए रखने की अपील की गई है। वहीं नामजद लोगों की पुलिस तलाश कर रही है। उन लोगों पर आगे कार्रवाई की जाएगी।
लाउडस्पीकर को लेकर शुरू हुआ विवाद
इस संबंध में बताते चलें कि इचाक थाना क्षेत्र के डुमरौन गांव के हिंदुस्तान चौक में बुधवार को दो समुदाय के लोग आमने-सामने आ गए थे। इस पर विवाद बढ़ने पर तीन वाहनों में आग लगा दी गई थी, जबकि दो को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। एक समुदाय के लोग महाशिवरात्रि को लेकर पोल में लाउडस्पीकर बांध रहे थे, जिसका दूसरे समुदाय के लोगों ने विरोध किया था। इसी बात को लेकर विवाद बहुत बढ़ गया और हिंसक झड़पें भी हो गर्इं। इस घटना की सूचना पर काफी संख्या में पुलिस पहुंची और किसी तरह मामले को शांत करवाया गया। वहीं इस स्थिति को तनावपूर्ण देखते हुए पुलिस अभी भी गांव में कैंप कर रही है।
मुंडा स्मारक समिति ने जताया विरोध
झारखंड में कोयलांचल के नाम से प्रसिद्ध धनबाद में भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा से छेड़छाड़ की गई है। उनके धनुष को क्षतिग्रस्त कर दिया गया है। भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा के तरकश से तीर भी गायब हो गया है। इस घटना पर समिति ने आक्रोश जताया है। समिति ने इसका विरोध किया है। भगवान बिरसा मुंडा स्मारक समिति के संयोजक महादेव हांसदा ने धनबाद के उपायुक्त से मांग की है कि ऐसे असामाजिक तत्वों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए, जिन्होंने भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि किसी साजिश के तहत भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त किया गया है।
पहले भी दो बार प्रतिमा को किया गया क्षतिग्रस्त
इससे पहले भी दो बार यहां प्रतिमा को क्षतिग्रस्त किया गया था। इस संबंध में कहा गया कि जिला प्रशासन इस प्रतिमा की घेराबंदी करवाए, ताकि कोई प्रतिमा तक पहुंच न पाए, वहीं नगर निगम के इंस्पेक्टर अनिल कुमार ने कहा कि अब तक की जांच से जो पता चला है, उसके मुताबिक, इसके पीछे किसी शरारती तत्व का हाथ हो सकता है। क्षतिग्रस्त धनुष की मरम्मती का आदेश नगर आयुक्त ने दिया है। जल्द ही क्षतिग्रस्त धनुष की मरम्मत कराई जाएगी। इस घटना के बाद धनसार थाना प्रभारी ने भी इस जगह का निरीक्षण किया।