मनोज श्रीवास्तव / लखनऊ
राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा और रामलला के विशेष प्रसाद के नाम पर अयोध्या में भक्तों से करोड़ों की ठगी की गई। मंदिर प्रशासन की शिकायत पर साइबर टीम ने वेबसाइट से ठगी का खुलासा कर आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। यह पूरी ठगी राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर 22 जनवरी 2024 के आस पास हुई, जिसमें 6,30,695 लोगों से 3,85,55,739 रुपए की ठगी की गई। अयोध्या साइबर थाने की टीम ने आरोपी के बैंक खातों को भी सीज कर दिया था।उसके बाद पुलिस ने 3 लाख 72 हजार 520 लोगों को उनके खातों में 2.15 करोड़ रुपए की राशि वापस भी कर दी है। शेष धनराशि 1,70,47,313 रुपए जो कि वापस करवाए जाने की प्रक्रिया जारी है।
गाजियाबाद के इंदिरापुरम स्थित वैभव खंड के विंडसोर पार्क निवासी आशीष सिंह अमेरिका में रहता है। 22 जनवरी 2024 में जब अयोध्या में राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का कार्यक्रम चल रहा था, तब उसने khadiorganic.com नामक वेबसाइट बनाई थी। इसी वेबसाइट के माध्यम से उसने 19 दिसंबर से 12 जनवरी 24 तक प्राण-प्रतिष्ठा समारोह के प्रसाद की फ्री डिलीवरी और मंदिर का मॉडल व सिक्का आदि की आपूर्ति के नाम पर 16,69,620 लोगों से 10,49,45,065 रुपए का आर्डर लिया। भुगतान के लिए कैश ऑन डिलीवरी और ऑनलाइन का विकल्प दिया गया था। जिसमें 6,49,92,111 रुपए का सामान कैश आन डिलीवरी होना था।
पुलिस के अनुसार श्रीरामजन्म भूमि मंदिर प्राण प्रतिष्ठान तिथि 22 जनवरी 2024 के अवसर पर होने वाले अनुष्ठान के फ्री प्रसाद वितरण करने के नाम पर विभिन्न ऑन लाइन तरीके अपना कर नागरिकों से न्यूनतम 51 रुपए और विदेशी नागरिकों से न्यूनतम 11 डालर सुविधा शुल्क लिया गया।प्रसाद के नाम पर ऑनलाइन ठगी की जानकारी मिलते ही मंदिर प्रशासन ने साइबर सेल में मामले की शिकायत भी दर्ज करा दी। पुलिस ने आरोपी आशीष सिंह के खिलाफ धारा 420 IPC व 66D IT Act व धारा 12 (3) पासपोर्ट अधिनियम 1967 के तहत केस दर्ज किया था। जिसके बाद आशीष 13 जनवरी को अमेरिका से देश आया और फिर मामला सुलझाने अयोध्या पहुंच गया। इसी दौरान साइबर पुलिस के हत्थे चढ़ गया था। गिरफ्तारी के बाद उसने खुद को नॉर्थ ईस्टर्न विश्वविद्यालय सेटल अमेरिका का प्रोफेसर बताया था। पुलिस ने उसके पास से एक लैपटॉप, दो आईफोन, पासपोर्ट, एक काला पिटू बैग, दिल्ली मेट्रो का कार्ड, हेल्थ कार्ड, पांच डेबिट कार्ड, वाशिंगटन का ड्राइविंग लाइसेंस, दो आधार कार्ड, एक कास्ट्को कार्ड, एक डेल्टा कार्ड, एक ड्रिल मैप कार्ड, 13970 रुपए नगद व 16 अमेरिकी डालर बरामद किए थे।
विवेचना में पता चला कि लगभग 630695 लोगों से 3,85,55,739 रुपए प्रसाद वितरण के नाम पर फ्रॉड कर khadiorganic.com के माध्यम से लिया गया था। पीड़ित व्यक्तियों में से 372520 पीड़ित व्यक्तियों को 2,15,08,426 रुपए अब तक विभिन्न पेमेंट गेटवे के माध्यम से वापस कराया गया है। शेष धनराशि 1,70,47,313 रुपए जो कि वापस करवाए जाने की प्रक्रिया जारी है। इस सराहनीय कार्य के लिए एसएसपी ने थाना साइबर क्राइम की टीम को 15000 रुपए से पुरस्कृत किया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. गौरव ग्रोवर ने बताया कि, “यह अब तक की सबसे बड़ी साइबर रिकवरी मानी जा रही है। ठगों ने धार्मिक भावना का फायदा उठाकर लोगों को फंसाया, लेकिन हमारी टीम ने समय पर कार्रवाई कर बड़ी राहत दी है।” एसएसपी ने आम जनता से अपील की है कि किसी भी धार्मिक सेवा या ऑनलाइन प्रसाद जैसी स्कीम पर आंख मूंदकर भरोसा न करें। जांच-पड़ताल के बाद ही भुगतान करें।