-२७ जगहों पर है ब्लैक स्पॉट
-न्हावासेवा, पनवेल व उरण में जाती हैं सबसे ज्यादा जानें
सामना संवाददाता / मुंबई
नई मुंबई में सड़क दुर्घटनाओं का सिलसिला थम नहीं रहा है। यहां इस साल की शुरुआत से अब तक पांच महीनों में ३३१ दुर्घटनाओं में १२७ लोगों की मौत हो चुकी है। जबकि पिछले साल नई मुंबई में दुर्घटनाओं में २८७ लोगों की मौत हुई थी। ऐसे में कहा जा रहा है कि भले ही साल खत्म होने में अभी साढ़े छह महीने बाकी हैं, लेकिन नई मुंबई ट्रैफिक पुलिस को दुर्घटनाओं की संख्या कम करने पर विशेष ध्यान देना होगा। गौतलब हो कि नई मुंबई में दुर्घटनाओं में सबसे ज्यादा जानें उरण, न्हावाशेवा, पनवेल में जाती हैं।
नई मुंबई को पुणे, कोकण, विभिन्न औद्योगिक एस्टेट और जेएनपीए बंदरगाह से जोड़ने वाले एक्सप्रेसवे और अन्य राष्ट्रीय राजमार्गों के नेटवर्क ने नई मुंबई में यातायात को तेजी से बढ़ाया है। अगस्त से नई मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से शुरू होने वाले यातायात से शहर के विभिन्न राष्ट्रीय राजमार्गों और शहर के भीतर यातायात पर दबाव बढ़ेगा। शहर में यातायात को नियंत्रित करने के लिए १६ अलग-अलग ट्रैफिक पुलिस स्टेशन बनाए गए हैं।
एक्शन में ट्रैफिक पुलिस
उरण, न्हावाशेवा जेएनपीए राजमार्ग पर दुर्घटनाओं का मुख्य कारण सड़क पर वाहन पार्क करना है इसलिए पुलिस ने सड़क किनारे वाहन पार्क करने वालों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की है। पुलिस ने दिशा संकेत और सूचना बोर्ड लगाने पर जोर दिया है। रात ९ बजे के बाद अलग से गश्त के लिए एक टीम नियुक्त की गई है। यह मोबाइल टीम सड़क पर अवैध रूप से पार्क किए गए वाहनों के खिलाफ कार्रवाई करती है।
मदद के लिए तैनात टीम
जिन स्थानों पर वाहन फ्लाईओवर के डिवाइडर से टकरा रहे थे, वहां ब्लिंकर और रिफ्लेक्टर लगाए गए हैं। जिन सड़कों पर रात में बिजली नहीं थी, वहां स्ट्रीट लाइटें लगाई गई हैं। १६ थानों में २० गश्ती पुलिसकर्मियों को दोपहिया वाहनों के साथ तैनात किया गया है। इन दोपहिया पुलिसकर्मियों को दुर्घटनाओं में घायलों की मदद के लिए रस्सी और कटर जैसे उपकरण दिए गए हैं। यह टीम हाईवे पर फंसे वाहनों को सड़क के किनारे ले जाने के लिए जिम्मेदार है।