-संदेहास्पद स्थिति में दिखा फ्लैप
-अमूमन पायलट समय से पहले नहीं करते फ्लैप अप
-व्हील अप होने से पहले फ्लैप हो गए ऊपर
-ब्लैक बॉक्स से खुलेगा दुर्घटना का राज
सामना संवाददाता / मुंबई
अमदाबाद में एयर इंडिया का विमान टेकऑफ करते ही क्यों व्रैâश हो गया? यह सवालों के घेरे में है। इसको लेकर अब अमेरिका के मशहूर एविएशन एक्सपर्ट जॉन एम. कॉक्स ने बड़ा दावा किया है। कॉक्स के मुताबिक, विमान के पुर्जे ठीक से कॉन्फिगर नहीं किए गए थे, इसलिए यह हादसा हुआ है।
अमेरिकी विशेषज्ञ ने बताया
फ्लैप के कारण हुआ हादसा!
अमदाबाद के प्लेन हादसे की वजह पर एविएशन विशेषज्ञ तमाम तरह की चर्चा कर रहे हैं। अब इसमें एक अमेरिकी विशेषज्ञ की राय काफी महत्वपूर्ण है। अमेरिकी विशेषज्ञ कॉक्स का मानना है कि विमान के फ्लैप के कारण यह हादसा हुआ है।
कॉक्स ने कहा कि हादसे से संबंधित जो वीडियो उन्होंने देखे हैं, उससे यही लग रहा है कि विमान के प्लैप ठीक से काम नहीं कर पाए, जिसके कारण टेकऑफ होते ही विमान हादसे का शिकार हो गया। ऐसे में कहा जा सकता है कि संभवत: इस फ्लैप के कारण ही या फ्लाइट फ्लॉप होकर हादसे का शिकार हो गई।
जानकार बताते हैं कि जब विमान का पहिया ऊपर हो जाता है, उसके बाद ही फ्लैप अप होते हैं। पर यहां व्हील अप होने के पहले ही फ्लैप अप हो गए। वाशिंगटन डीसी स्थित सेफ्टी ऑपरेटिंग सिस्टम के सीईओ कॉक्स का कहना है मुझे एक जो गड़बड़ी देखने को मिल रही है, उसमें विमान के ऊपर चढ़ने के प्रयास के समय फ्लैप्स सही स्थिति में नहीं थे। इस बात की जांच होनी चाहिए। कॉक्स ने आगे कहा, आप हादसे के वक्त की जो तस्वीर देखेंगे, उसमें प्लेन का अगला हिस्सा ऊपर की ओर उठता हुआ और फिर नीचे की ओर गिरता हुआ दिखाई दे रहा है। इसका मतलब है कि टेकऑफ के वक्त प्लेन पर्याप्त लिफ्ट नहीं बना पा रहा था।
जॉन एम.कॉक्स के मुताबिक, फ्लैप्स को इस प्रकार रखा जाना चाहिए कि पंख कम गति पर अधिक लिफ्ट बना सके। कॉक्स अमेरिका के जाने-माने विमान सलाहकार हैं। एयर इंडिया का जो विमान व्रैâश हुआ है, वो बोइंग का ही था। ऐसे में कॉक्स की बात को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है। कॉक्स के बयान के इतर अमेरिका ने कहा है कि अगर भारत सरकार से सहमति मिलती है तो हम इस हादसे की तह तक जाना चाहेंगे। अमेरिकी सरकार ने जांच का जिम्मा एनटीएसबी को सौंपा है। एनटीएसबी हर वर्ष लगभग ४५० अंतर्राष्ट्रीय जांचों के साथ-साथ २,००० से अधिक घरेलू दुर्घटनाओं की जांच में भी मदद करता है।
ब्लैक बॉक्स खोलेगा राज
हादसे के बाद ब्लैक बॉक्स को सुरक्षित रखने की कवायद की गई है। कहा जा रहा है कि हादसे के असली कारण का खुलासा ब्लैक बॉक्स के जरिए ही होगा। ब्लैक बॉक्स को एफडीआर भी कहा जाता है। यह फ्लाइट के सभी डेटा को रिकॉर्ड करता है।