सामना संवाददाता / मुंबई
मनपा सड़क सीमेंटीकरण का कार्य कर रही है। मानसून से पहले इन सड़कों का कार्य पूरा करना मनपा की जिम्मेदारी है। हालांंकि, इस कार्य को पूर्ण होने को लेकर आशंका जताई जा रही है। मालाड-पश्चिम में जिन सड़कों का कार्य चल रहा है वह तो खुदी हुई हैं, लेकिन जिन सड़कों पर वाहन दौड़ रहे हैं उनकी तुलना मौत के कुएं से की जा सकती है।
सड़क सीमेंटीकरण के नाम पर मनपा ने पहले ही सड़कें खोदी हुई हैं, जिससे ट्रैफिक जाम, धूल उड़ना, वरिष्ठ नागरिकों को सांस संबंधित खतरा बरकरार है। इसके अलावा कुछ ऐसी भी सड़कें हैं, जिन पर मनपा ने ध्यान नहीं दिया है। मालाड-पश्चिम के एसवी रोड, तुरल पखाड़ी रोड व दादिसेठ रोड जर्जर स्थिति में हैं। इन सड़कों पर कई गड्ढे हैं, जो बाइक सवारों के लिए घातक साबित होते हैं। मालाड निवासी किरीट दहाडिया ने बताया कि मनपा को अन्य सड़कों पर भी ध्यान देने की जरूरत है। दादिसेठ रोड व एसवी रोड पर कई गड्ढे हैं। इसके अलावा कई जगहों पर ड्रेनेज का ढक्कन भी सही तरीके से नही रखा गया है, इसकी वजह से सड़क उबड़-खाबड़ रहती है।
ट्रैफिक जाम मुसीबत
एक अन्य निवासी मोहम्मद हदीस सिद्दीकी ने बताया कि कच्चा रास्ता बंद होने की वजह से वाहनों की आवाजाही लिंक रोड पर बढ़ गई है, जिसकी वजह से ट्रैफिक जाम आम हो गया है। पीक आवर्स में मीठ चौकी के पास लंबा जाम लगा रहता है।
समय पर काम होना चुनौतीपूर्ण
मालाड निवासी गौरव केसरी ने बताया कि मनपा ने सड़क सीमेंटीकरण की डेडलाइन ३१ मई रखी है, लेकिन समय पर काम होना मुश्किल है क्योंकि मनपा के ठेकेदार सुस्ती से काम कर रहे हैं, ताकि डेडलाइन बढ़ने पर लागत बढ़ जाए। वहीं अन्य निवासियों का कहना है कि मनपा को काम की रफ्तार बढ़ाने की जरुरत है, अन्यथा मानसून आने तक भी सड़क सीमेंटीकरण का कार्य पूर्ण नहीं हो सकेगा।