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बीजेपी ने महाराष्ट्र के ‘इन’ 7 सांसदों के टिकट काटे!

राजन पारकर / मुंबई

महाराष्ट्र में बीजेपी ने 23 में से 7 सांसदों को डच्चू दे दिया है। उनकी जगह नए चेहरों को मौका दिया गया है। 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी के 23 सांसद जीते थे, इनमें से कुछ 2014 में भी चुने गए थे, लेकिन कुछ ऐसे सांसदों को टिकट कटा, जिनके पास हैट्रिक का मौका था। महाराष्ट्र में बीजेपी ने सात मौजूदा सांसदों की उम्मीदवारी खारिज कर दी है और इसकी वजह पर चर्चा जोरों पर है। जब बीजेपी के लोकसभा उम्मीदवारों की पहली सूची की घोषणा की गई तो उसमें कई मौजूदा सांसदों के नाम शामिल नहीं थे। उससे यह साफ हो गया कि बीजेपी कई जगहों पर अपने उम्मीदवार बदलेगी और ऐसा ही हुआ। बीजेपी ने 23 असंतुष्ट सांसदों में से 7 को मैदान में उतारा।
मुंबई में तीनों सांसद सदमे में थे
2014 से लोकसभा में उत्तर मुंबई का प्रतिनिधित्व कर रहे गोपाल शेट्टी को इस बार झटका लगा। पार्टी ने उनकी जगह पीयूष गोयल को उम्मीदवार बनाया है। खबर है कि पार्टी के अंदर उन्हें लेकर नाराजगी थी। नॉर्थ ईस्ट मुंबई यानी उत्तर पूर्व मुंबई लोकसभा क्षेत्र से बीजेपी ने मनोज कोटक की जगह मिहिर कोटेचा को टिकट दिया है। टिकट काटने की वजह मनोज कोटक के खिलाफ पार्टी में कुछ लोगों की नाराजगी और क्षेत्र में जनसंपर्क की कमी बताई जा रही है।
प्रमोद महाजन की बेटी पूनम महाजन के पास हैट्रिक बनाने का मौका था, लेकिन पार्टी ने उन्हें मौका नहीं दिया, इसलिए वह चूक गईं। बीजेपी ने पूनम महाजन की जगह मशहूर वकील उज्जवल निकम को उम्मीदवार बनाया है। 2014, 2019 में पूनम महाजन जीती थीं, लेकिन इस बार उनकी उम्मीदवारी खारिज कर दी गई है।

कहां बदला उम्मीदवार?
मुंबई के अलावा महाराष्ट्र में बीजेपी ने चार सीटों पर अपने उम्मीदवार बदल दिए हैं। सोलापुर के सांसद जयसिद्धेश्वर स्वामी को दोबारा मौका नहीं दिया गया है। बीजेपी ने उनकी जगह मालशिरस विधायक राम सातपुते को टिकट दिया है। बीड लोकसभा क्षेत्र को लेकर लोगों में  जिज्ञासा थी। उम्मीद के मुताबिक बीजेपी ने पंकजा मुंडे को मैदान में उतारा है। बताया जाता है कि भाजपा ने यह कदम धनंजय मुंडे और पंकजा मुंडे के एक ही निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा चुनाव लड़ने की शर्मिंदगी से बचने के लिए उठाया है। वहीं कहा जा रहा है कि प्रभावशाली ओबीसी नेतृत्व के तौर पर नामांकन दिया गया है। अकोला लोकसभा क्षेत्र के सांसद संजय धोत्रे की तबीयत ठीक नहीं है। इसलिए बीजेपी ने उनके बेटे अनूप धोत्रे को मैदान में उतारा है, वहीं जलगांव में भी बीजेपी ने अपना चेहरा बदल लिया है। जलगांव से सांसद उन्मेश पाटील का भी टिकट काट दिया गया। पाटील एमपी पद से तुरंत इस्तीफा देकर शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) की इकाई में शामिल हो गए।

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