कहते हैं समय से पहले और भाग्य से ज्यादा किसी को कुछ नहीं मिलता। साउथ और हिंदी फिल्मों की सुपरस्टार श्रीदेवी की सुंदरता का दीवाना तो हर कोई था, फिर वो चाहे उनके प्रशंसक हों या फिर उनके साथी कलाकार। श्रीदेवी के चाहनेवालों में रजनीकांत का भी शुमार था, जिसका खुलासा अपने एक इंटरव्यू में करते हुए जाने-माने फिल्मकार के. बालाचंदर ने बताया कि रजनीकांत उस समय श्रीदेवी पर फिदा हो गए थे, जब वो केवल सोलह साल की थीं। श्रीदेवी जब साउथ की फिल्मों में बतौर हीरोइन काम कर रही थीं उन दिनों रजनीकांत का दिल श्रीदेवी के लिए धड़कने लगा था। बतौर पारिवारिक मित्र श्रीदेवी के घर एक समारोह में शामिल होनेवाले रजनीकांत ने ठान लिया था कि आज वो श्रीदेवी का हाथ उनकी मां से मांग कर ही रहेंगे, लेकिन हाय री किस्मत जैसे ही अपने दिल की बात कहने के लिए उन्होंने अपना मुंह खोला बिजली चली गई और हर तरफ घुप्प अंधेरा छा गया। शुभ बात कहने के समय स्याह अंधेरे को देख उन्हें यह शुभ संकेत नहीं लगा और उन्होंने फिर कभी शुभ घड़ी में अपने मन की बात कहने का मन बनाया, लेकिन वो शुभ घड़ी लौट के दोबारा नहीं आई। शायद इसीलिए कहते हैं काल करे सो आज कर…!