मुख्यपृष्ठनए समाचारडंपिंग ग्राउंड मुक्ति की राह पर मुंबई ...तलोजा में अत्याधुनिक डंपिग ग्राउंड

डंपिंग ग्राउंड मुक्ति की राह पर मुंबई …तलोजा में अत्याधुनिक डंपिग ग्राउंड

सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई को डंपिंग ग्राउंड से मुक्ति दिलाने की राह पर मनपा चल रही है। इसके तहत अब तलोजा में अत्याधुनिक तकनीकों से युक्त डंपिंग ग्राउंड बनाने का पैâसला किया गया है। नई मुंबई के तलोजा में ५२ हेक्टेयर भूखंड पर डंपिंग ग्राउंड बनाया जाएगा। इसमें से ३० हेक्टेयर भूखंड के कब्जा में आते ही मनपा ने आगे की प्रक्रिया शुरू कर दी है। शेष २२ हेक्टेयर भूखंड को कब्जे में लेने के लिए अनुमति और अन्य प्रक्रियाओं के पूरा होने पर मुंबई से निकलनेवाला कचरा यहां डंप किया जाने लगेगा। इसके अलावा देवनार डंपिंग ग्राउंड पर ६०० टन कचरे पर वैज्ञानिक तरीके से प्रक्रिया करके बिजली पैदा की जाएगी। इसके लिए मनपा ने ९० करोड़ रुपए का प्रावधान किया है।
मुंबई उपनगर में डंपिंग ग्राउंड के कारण नागरिकों के स्वास्थ्य की समस्या उत्पन्न हो रही है इसलिए मनपा मुंबई को डंपिंग ग्राउंड से मुक्ति दिलाने का प्रयास कर रही है। इसके तहत मनपा मुलुंड के डंपिंग ग्राउंड को बंद कर दिया, लेकिन कांजुरमार्ग और देवनार डंपिंग ग्राउंड अभी भी खुले हैं, जहां कचरे को ठिकाने लगाने की क्षमता समाप्त हो चुकी है। इसके मद्देनजर इन्हें भी बंद करके तलोजा में ५२ हेक्टेयर भूमि पर नया डंपिंग ग्राउंड शुरू करने का निर्णय लिया गया है। मनपा की तरफ से कहा गया है कि इसे लेकर जरूरी प्रक्रियाएं शुरू हो गई हैं। फिलहाल, मुंबई में ६,००० से ६,५०० मीट्रिक टन कचरा इकट्ठा होता है। इस तादाद को कम करने के लिए मनपा कचरा वर्गीकरण, कचरे से खाद बनाने जैसी परियोजनाओं को बढ़ावा दे रही है। इस बीच १२ साल पहले शुरू हुए देवनार डंपिंग ग्राउंड के कचरे को समायोजित करने की क्षमता समाप्त हो चुकी है।

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