अमिताभ श्रीवास्तव
‘ई साला कप नामदे’ को आप गाली न समझिए, कन्नड़ में यह एक मुहावरा है। मगर इस मुहावरे का बैडमिंटन स्टार पीवी सिंधु से क्या लेना-देना? दरअसल, यह मामला धर्म संकट का है। धर्म संकट में फंसी सिंधु ने इसी वजह से सोशल मीडिया पर एक पोस्ट भी किया है। खैर, आप पहले मुहावरे का अर्थ जान लीजिए, ‘ई साला कप नामदे’ का अर्थ होता है ‘इस साल कप हमारा है’ और यह आईपीएल की बेंगलुरु टीम आरसीबी के लिए है। पीवी सिंधु की ससुराल बेंगलुरु में है और मायका हैदराबाद में। पहले सिंधु हैदराबाद की टीम सनराइजर्स के लिए चीयरअप करती थीं। काव्या मारन की टीम के साथ सिंधु को कई बार देखा भी गया, मगर इस बार सिंधु अपनी टीम के साथ खड़ी नहीं दिख रहीं। वो बेंगलुरु के समर्थन में आ गई हैं, क्योंकि उनकी शादी बेंगलुरु के बिजनेसमैन वेंकटदत्ता साईं के साथ हुई है और वो आरसीबी के पैâन हैं। ऐसे में संकट यह है कि सिंधु एकमत नहीं हो पा रहीं कि वो किसका सपोर्ट करें। मगर अब उन्होंने अपने इस संकट को खत्म करते हुए निर्णय ले लिया है कि वो आरसीबी का साथ देंगी। सिंधु आरसीबी और राजस्थान के बीच मुकाबले को देखने के लिए एम चिन्नास्वामी क्रिकेट स्टेडियम में पहुंची थीं। इस दौरान उनके हाथ में आरसीबी का फ्लैग भी था। ऐसे में नई टीम का सपोर्ट करते हुए सिंधु ने सोशल मीडिया पर अपने दिल की बात कही। सिंधु ने इंस्टाग्राम पर लिखा, ‘दिमाग कहता है ऑरेंज आर्मी और दिल कह रहा है नया शहर नई टीम… ई साला कप नामदे। आरसीबी आपको आपका लकी चार्म मिल गया है।’ अब यह लकी चार्म आईपीएल ग्राफ में नीचे जा रही आरसीबी को कितना ऊपर लाती है, इसे देखना वाकई दिलचस्प होगा।
‘छप्पन’ का कड़ा संदेश
पिग्स और पाकिस्तानियों को नो एंट्री
इंदौर की ‘छप्पन’ दुकानें पूरे देश में प्रसिद्ध हैं। खाने-पीने के शौकीनों के लिए इंदौर की छप्पन दुकानें दिनभर गुलजार रहती हैं। यहां केवल इंदौर वासी ही नहीं, बल्कि पर्यटन पर आए हुए देश-विदेश के कई लोग आते हैं और जायके का लुत्फ उठाते हैं। यानि इस जगह से यदि कोई संदेश दिया जाए तो वह दुनिया में गूंज जाता है। ऐसा ही एक प्रयास यहां किया गया है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ जो आक्रोश पूरे देश में बना है, देशवासी अपनी-अपनी तरह से पाकिस्तान का विरोध करते हुए प्रदर्शन भी कर रहे हैं। कहीं रैलियां निकल रही हैं तो कहीं ज्ञापन दिए जा रहे हैं, जिसमें पाकिस्तान से आर-पार की जंग की भी मांग है। इंदौर की छप्पन दुकान पर भी पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा व्यक्त किया गया है। यहां आने-जाने वाले सभी लोग इस बोर्ड को देख रहे हैं, जिस पर लिखा है- पिग्स एंड पाकिस्तानी सिटीजन्स आर नॉट अलाउड एट छप्पन। वैसे तो यहां अब कोई पाकिस्तानी नागरिक नहीं आ पाएगा क्योंकि सरकार ने सबको भारत छोड़ने का आदेश दे रखा है, मगर इस बोर्ड को लगाने का उद्देश्य पाकिस्तान के खिलाफ गुस्सा है। और यह संदेश भी उन तमाम संदेशों के साथ वहां पहुंच रहा है जहां तक इन्हें पहुंचना चाहिए।