काशी में रिटायर्ड रेलकर्मी ने नाबालिग से किया दुष्कर्म…मां के मोबाइल पर वीडियो आने पर खुला राज

सामना संवाददाता / वाराणसी

वाराणसी के फूलपुर थाने पर एक महिला ने अपनी नाबालिग बेटी के साथ दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया है। इसमें गांव के ही रेलवे से रिटायर्ड बुजुर्ग को आरोपी बनाया है।
महिला ने पुलिस को बताया कि एक लड़के ने उसे वॉट्सऐप पर मैसेज किया जो उसकी बेटी के दुष्कर्म का वीडियो था, तब उसे घटना की जानकारी हुई।
फिलहाल, पुलिस वीडियो के आधार पर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है, वहीं चोरी से वीडियो बनाने वाले युवक की भी तलाश कर रही है। इस संदर्भ में पीड़िता की मां ने फूलपुर थाने पर बताया कि उसकी 12 साल की बेटी के साथ गांव के ही रिटयर्ड रेलकर्मी देवीशरण राजभर (67) ने दुष्कर्म किया है।
इस घटना की जानकारी उसे गुरुवार को तब हुई, जब गांव के ही एक युवक ने उसके मोबाइल पर उसकी बेटी के साथ दुष्कर्म का वीडियो भेजा। इसके बाद उसने बेटी से घटना की जानकारी ली और पुलिस स्टेशन पहुंचकर वीडियो के आधार पर मुकदमा दर्ज कराया है। पीड़िता की मां ने बताया कि वीडियो देखने के बाद जब लड़की से पूछा तो उसने आपबीती बताई और कहा कि 11 जुलाई को वह बकरी चराने गई हुई थी।
वहां उसे देवीशरण मिला, उसने उसे बाजार से सामान दिलाने और पैसे देने की बात कही। इसके बाद वो उसे लेकर अपने साथ ले गया और उसके साथ दुष्कर्म किया। पीड़िता की मां ने बताया- देवीशरण ने बेटी को डरा-धमका दिया था कि किसी से कुछ बताना नहीं। लड़की ने हमें कुछ भी नहीं बताया। गुरुवार को अचानक मेरे वॉट्सऐप नंबर पर गांव के ही एक लड़के ने एक वीडियो भेजा, जिसमे देवीशरण मेरी बेटी से दुष्कर्म कर रहा था। बेटी से पूछताछ के बाद फूलपुर थाने पहुंचकर घटना की जानकारी दी और मुकदमा दर्ज कराया है। थानाध्यक्ष प्रवीण कुमार सिंह ने बताया कि आरपी बुजुर्ग को गिरफ्तार कर लिया गया है। उससे पूछताछ की जा रही है। जल्द ही उसे युवक को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा, जिसने वीडियो बनाकर वायरल किया है।

अयोध्या दुष्कर्म मामला…अखिलेश बोले-सियासत की जगह डीएनए टेस्ट कराकर इंसाफ करें…सपा सरकार में कितने मामलों में डीएनए टेस्ट कराए-मायावती

मनोज श्रीवास्तव / लखनऊ

अयोध्या में 12 वर्षीय निषाद बच्ची के साथ हुए दुष्कर्म के मामले पर सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने चुप्पी तोड़ी। उन्होंने सोशल साइट एक्स पर कहा कि जो भी आरोपी है उसका डीएनए टेस्ट करवाकर इंसाफ किया जाए न कि आरोप लगाकर सियासत की जाए। इस पर सदैव की तरह पर्दे के पीछे से भाजपा की मदत करने की आरोपी बसपा सुप्रीमो मायावती ने पलटवार करते हुए उनसे पूछ लिया कि सपा सरकार में ऐसे मामलों में कितने डीएनए टेस्ट करवाए गए थे? अखिलेश यादव का ये बयान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विधानसभा में दिए गए उस भाषण के कई दिनों बाद आया है, जिसमें उन्होंने सपा को अपराधियों का संरक्षक बताया था और हर अपराधी पर कड़ी कार्रवाई करने की बात दोहराई थी।
इधर शनिवार को दुष्कर्म के आरोपी सपा नेता मोईद खान की बेकरी पर बुलडोजर चला दिया गया था। जांच में पता चला कि आरोपी ने यह बेकरी नजूल की भूमि पर अवैध कब्जा कर बनवाई थी। इस दौरान यूपी सरकार के मंत्री डॉ. संजय निषाद भी अयोध्या पहुंचे और मामले में अखिलेश यादव को निशाने पर ले लिया। उन्होंने कहा कि सपा मुखिया अब तक इस मामले में चुप क्यों हैं? आरोपी को पार्टी से क्यों नहीं निकाला है? इसके बाद अखिलेश ने एक्स पर बयान दिया है कि कुकृत्य के मामले में जिन पर भी आरोप लगा है, उनका डीएनए टेस्ट कराकर इंसाफ का रास्ता निकाला जाए न कि केवल आरोप लगाकर सियासत की जाए। जो भी दोषी हो उसे कानून के हिसाब से पूरी सजा दी जाए, लेकिन अगर डीएनए टेस्ट के बाद आरोप झूठे साबित हो तो सरकार के संलिप्त अधिकारियों को भी न बख्शा जाए। यही न्याय की मांग है।
इस पर मायावती ने एक्स पर बयान दिया है कि यूपी सरकार द्वारा अयोध्या के सामूहिक दुष्कर्म मामले में आरोपी के विरुद्ध की जा रही सख्त कार्रवाई उचित है, लेकिन सपा द्वारा यह कहना कि आरोपी का डीएन टेस्ट होना चाहिए, इसे क्या समझा जाए। जबकि सपा को यह भी बताना चाहिए कि उनकी सरकार में ऐसे आरोपियों के खिलाफ कितने डीएनए टेस्ट हुए हैं। उन्होंने आगे कहा कि यूपी में अपराध नियंत्रण व कानून-व्यवस्था में भी खासकर महिला सुरक्षा व उत्पीड़न आदि को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच अयोध्या व लखनऊ आदि की घटनाएं अतिदुखद व चिन्तित करने वाली हैं। सरकार इनके निवारण के लिए जाति-बिरादरी और राजनीति से ऊपर उठकर सख्त कदम उठाए तो बेहतर होगा। मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर बुलडोजर की मदद से उसकी बेकरी ढहा दी और लाइसेंस रद्द करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।

नाबालिग से दुष्कर्म करने वाले को मिली 20 साल की सजा

सामना संवाददाता / झुंझुनू

झुंझुनू पोक्सो कोर्ट ने एक 12 साल की नाबालिग बालिका से दुष्कर्म के मामले में अभियुक्त को 20 साल के कठोर कारावास की सजा सुनाई है, साथ ही कोर्ट ने एक लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया है।
मामले के अनुसार, आरोपी सूरजगढ़ थाना क्षेत्र के अगवाना खुर्द निवासी अभियुक्त ने 10 जनवरी 2021 को पीड़िता को फोन कर बहला-फुसलाकर सुनसान जगह बुला लिया। उसके बाद एक ट्रक में बैठाकर अजमेर ले गया। वहां से 15 -20 किलोमीटर दूर सुनसान जगह पर ट्रक में पीड़िता के साथ दुष्कर्म किया। बच्ची ने विरोध किया तो उसे जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद पुलिस ने आरोपी को राजसंमद में पकड़ लिया। इस संबंध में पीड़िता के परिजनों की ओर से थाने में रिपोर्ट दी गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर पॉक्सो कोर्ट में चालान पेश किया। दोनों पक्षों को सुनने के बाद न्यायाधीश ने आरोपी आरोपी को 20 साल के कठोर कारावास व एक लाख रुपए अर्थदंड की सजा सुनाई है। राज्य सरकार की ओर से विशिष्ट लोक अभियोजक ओमप्रकाश सैनी ने पैरवी की थी।

नेपाल के रास्ते भारत में रोहिंग्यों की भारी घुसपैठ का अलर्ट मिला…सीमावर्ती जिलों में खतरा बढ़ा!

मनोज श्रीवास्तव / लखनऊ

गुप्तचर एजेंसियों ने भारत-नेपाल के सीमावर्ती भारतीय क्षेत्रों में नेपाल से भगाए जा रहे रोहिंग्यों के घुसने का अलर्ट जारी किया है। पिछले दिनों रायबरेली के सलोन क्षेत्र में जन्म प्रमाणपत्रों के फर्जीवाड़े की जांच में जुटी पुलिस को यूपी एटीएस व आईबी ने अहम इनपुट मुहैया कराए हैं। इनमें सबसे महत्वपूर्ण जानकारी रोहिंग्या के ट्रांजिट रूट में बदलाव की है। नेपाल में संख्या बढ़ने के विरुद्ध शुरू हुए प्रदर्शन के बीच रोहिंग्या अब भारत के सीमावर्ती जिलों के रास्ते भारत में घुस कर नए ठिकाने की तलाश में हैं। यूपी के बहराइच, बलरामपुर, श्रावस्ती, सिद्धार्थनगर, महराजगंज, पीलीभीत व लखीमपुर पर भी इनकी नजर है। ऐसे में संबंधित जिलों को अलर्ट किया गया है। रोहिंग्या बड़ी संख्या में वर्ष 2012 में बंगाल, असम, झारखंड, बिहार और उत्तर प्रदेश होते हुए नेपाल तक पहुंचे थे। बंगाल से ट्रेन के माध्यम से दिल्ली और फिर वहां से पाकिस्तान की सीमा से सटे संवेदनशील जम्मू-कश्मीर तक फैल चुके रोहिंग्या पूरे भारत में फैल चुके हैं। इनमें अधिकतर ने रायबरेली की ही तरह फर्जी तरीके से निर्वाचन कार्ड, राशन कार्ड, आधार कार्ड और पासपोर्ट तक बनवा लिए।
इस बीच नेपाल में रोहिंग्या की बस्तियों का विस्तार हुआ तो पारंपरिक कामों में भी वे दखल देने लगे, तो स्थानीय लोगों का हित प्रभावित होने लगे। इससे विरोध बढ़ा तो रोहिंग्यों ने अब भारतीय क्षेत्रों में ठिकाने की तलाश शुरू कर दी है। इसके तहत बिहार के साथ ही उत्तर प्रदेश के गोरखपुर, गोंडा, श्रावस्ती, बलरामपुर और बहराइच में भी घुसपैठ की कोशिश की है। बीते दिनों इन जिलों में इनकी सक्रियता के संकेत भी मिले हैं। रायबरेली के सलोन में बंग्लादेशी रोहिंग्या नागरिकों का फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बनाने के मामले में जांच कर रही एटीएस देर शाम कुशीनगर पहुंची। जन्म प्रमाणपत्र जारी करने में जिले के स्वास्थ्य विभाग के आईडी पासवर्ड का भी प्रमाण पत्र बनाने में इस्तेमाल किया गया है। तरयासुजान से सीएसपी संचालक और विशुनपुरा सीएचसी पर तैनात डाटा ऑपरेटर को साथ लेकर चली गई।
देवीपाटन मंडल के मंडलायुक्त शशिभूषण लाल सुशील ने बताया कि सीमा पर सुरक्षा बल, स्थानीय पुलिस और एलआईयू के साथ समन्वय स्थापित कर भारत-नेपाल सीमा पर घुसपैठ रोकने के लिए कड़े प्रबंध किये गये हैं। कड़ी सुरक्षा के बीच जिले में रोहिंग्या घुसपैठ की संभावना बहुत कम है। मैं खुद नियमित बॉर्डर सुरक्षा को लेकर सीमावर्ती जिलों के पुलिस अधीक्षकों से वार्ता कर स्थिति की समीक्षा करता हूं। सीमावर्ती जिला होने के कारण सुरक्षा पुख्ता है। लोकल इंटेलिजेंस व पुलिस से भी नियमित जांच कराई जा रही है। सीमा की गतिविधियों पर नजर रखी जाती है।

जौनपुर के भाजपा नेता की नाबालिग बेटी से चलती बोलेरो में दुराचार…वाराणसी में खून से लथपथ हालत में फेंका

उमेश गुप्ता / वाराणसी

जौनपुर से कक्षा 6 की नाबालिग दलित छात्रा को अगवा किया गया। 9 घंटे बाद छात्रा को करीब 70 किमी दूर वाराणसी में बदमाशों ने फेंक दिया। वह खून से लथपथ थी और उसके कपड़े फटे हुए थे। रोते हुए उसने लोगों को आपबीती बताई।
इसके बाद वाराणसी के चोलापुर थाने की पुलिस एक्टिव हुई। छात्रा के पिता को बुलाया गया। उनके साथ छात्रा को घर भिजवाया गया है। छात्रा ने अपने बयान में दरिंदगी के बारे में बताया। पीड़िता के पिता भाजपा नेता हैं। छात्रा को मेडिकल के लिए भेजा गया है।
लड़की जौनपुर के जलालपुर थाना क्षेत्र की रहने वाली है। छात्रा शुक्रवार की सुबह 7 बजे स्कूल जा रही थी, तभी रास्ते में बोलेरो सवार 4 नकाबपोश बदमाशों ने उसे अगवा कर लिया। 9 घंटे बाद यानी करीब 4 बजे वाराणसी में आजमगढ़ बाईपास स्थित तराव गांव के पास छात्रा को फेंक दिया गया। इसके बाद बदमाश कार से भाग निकले।
छात्रा खून से लथपथ थी। उसके कपड़े फटे हुए थे। कुछ दूर चलने के बाद वह सड़क किनारे बेहोश होकर गिर गई। वहां से गुजर रहे लोगों ने बेहोश छात्रा को उठाकर बैठाया। चेहरे पर पानी मारने के बाद छात्रा को जब होश आया तो उसने लोगों को आपबीती बताई।
सूचना पाकर दानगंज चौकी प्रभारी चित्रसेन सिंह पहुंचे। मेडिकल टीम बुलाकर छात्रा का इलाज कराया। छात्रा ने जब घटनाक्रम बताया तो पुलिस ने थाना जलालपुर को जानकारी भेजी। छात्रा के अनुसार, जलालपुर में उसके पिता भाजपा नेता हैं। इसके बाद छात्रा के पिता को बुलाया गया। पिता को देखकर छात्रा फफक कर रो पड़ी।
उसने बताया कि घर से स्कूल जाते समय बदमाशों ने उसका अपहरण कर लिया। आपबीती सुनने के बाद पिता ने कार्रवाई के लिए कहा। चोलापुर की दानगंज पुलिस ने बिना किसी कार्रवाई के छात्रा और उसके परिजनों को वापस जलालपुर थाना लौटा दिया। इस पूरे मामले में ACP सारनाथ अतुल अंजान त्रिपाठी ने कहा कि लड़की ने बयान दिया है कि उसके साथ रेप हुआ है। हालांकि, रेप की पुष्टि मेडिकल टेस्ट के बाद ही होगी। इस मामले में जौनपुर के चंदवक थाने में FIR दर्ज की जा रही है। बदमाशों को ट्रेस करने के लिए CCTV दिखवाए जा रहे हैं।
हालांकि, जौनपुर के एसपी सिटी ब्रजेश कुमार का कहना है कि बच्ची को बोलेरो सवार 4 युवकों ने अगवा कर लिया था। बच्ची वाराणसी में मिली है। बच्ची के साथ मारपीट की गई है। तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है। रेप की बात अभी पुष्टि नहीं है।

कमरे में प्रेमी संग पकड़ी गयी महिला इंस्पेक्टर, फिर दोनों की हुई जम कर कुटाई

मनोज श्रीवास्तव / लखनऊ

आगरा में महिला इंस्पेक्टर अपने प्रेमी संग सरकारी आवास में रंगरलिया मना रही थी। इस बात की भनक प्रेमी के घरवालों को लग गई। उसकी पत्नी बच्चे और घर के लोग पहुंच गए। दोनों को ऐसा हालत में देख वह आग बबूला हो गए, फिर क्या परिसर में ही दोनों को पकड़कर जमकर पिटाई की। मामला रकाबगंज थाने का है, यहां तैनात एक महिला इंस्पेक्टर का थाना परिसर में सरकारी आवास है। इसमें वह अकेले रहती है। शनिवार शाम करीब 4 बजे को दो महिलाएं और कुछ युवक यहां पहुंचे। वह सीधा गाली-गलौज करते हुए  उनके आवास पर पहुंचे। घर के अंदर से एक युवक और महिला इंस्पेक्टर को खींचते हुए बाहर लेकर आए। बताया गया कि युवक भी इंस्पेक्टर है। उसकी तैनाती वर्तमान में मुजफ्फरनगर में है। उसका महिला इंस्पेक्टर के साथ अफेयर चल रहा है। वह मिलने के लिए आया था। इसकी भनक उसके घरवालों को लग गई। इस पर पत्नी, बच्चा और घर के लोग आ धमके। यहां दोनों को रंगे हाथ पकड़ लिया। मामले का वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में एक युवक कहता है कि शादी के बाद से ही शक था। इतनी उम्र हो गई। पीटने का भी मन नहीं कर रहा।

कांवड़िए संग पत्नी फरार…पति खोज में भटक रहा इधर-उधर…दिल्ली में पता चली है आखिरी लोकेशन

रमेश ठाकुर / नई दिल्ली

पति कांवड़ लेने हरिद्वार क्या गया, पीछे से पत्नी अपने आशिक के साथ घर का कीमती समान लेकर फरार हो गई। इसकी सूचना जब बुजुर्ग बाप ने पीड़ित बेटे को दी, तो उसके होश उड़ गए। वो बीच रास्ते से ही घर लौट आया। हर जगह पत्नी को तलाशा, लेकिन कहीं पता नहीं चला। पता चला कि पत्नी अपने साथ जेवर व कीमती वस्तुएं भी लेकर भागी है, तो उसका पारा और हाई हो गया। फरार पत्नी और उसके आशिक की आखिरी लोकेशन पुलिस को दिल्ली में पता चली है। पीड़ित अब दिल्ली में खोजबीन कर रहा है।
बता दें कि घटना राजस्थान के अलवर जिले के गांव नागलबास की है, जहां के रहने वाले जितेंद्र मीणा नाम के एक व्यक्ति ने स्थानीय पुलिस को शिकायत की है कि पड़ोडी गांव का हंसराज सैनी उसकी घरवाली को भगा ले गया। जितेंद्र कांवड़ लेने गया था, इसी बीच मौका पाकर सैनी उसकी पत्नी को भगा ले गया। पुलिस पीड़ित की शिकायत पर फरार पत्नी की खोज में लगी है। पीड़ित ने बताया कि उसकी एक छह वर्ष की छोटी बच्ची है, जिसका रो-रोकर बुरा हाल है। पत्नी अपने साथ लाखों रुपए का सामान भी ले गई।

बिजली किल्लत पर कांग्रेसी गुस्से में उतरे सड़क पर

विक्रम सिंह / सुलतानपुर

जिले में घनघोर बिजली संकट व सिंचाई की समस्याओं को लेकर नाराज कांग्रेसियों ने शनिवार को सड़क पर उतरकर विरोध प्रदर्शन किया। कलेक्ट्रेट गेट पर धरना दिया और जिलाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन प्रेषित कर शीघ्र प्रभावी कदम उठाए जाने की मांग की।
दोपहर में कांग्रेस जिलाध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा के नेतृत्व व शहर अध्यक्ष शकील अंसारी के संयोजन में लालडिग्गी स्थित कांग्रेस कार्यालय में एकत्र पार्टीजन सड़क पर उतर पड़े। इसके बाद नारेबाजी करते हुए लालडिग्गी चौराहा, सुपरमार्केट, डाकखाना चौराहा होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे, जहां जनपद में हो रही अघोषित विद्युत कटौती, नहरों में सिंचाई के लिए पानी न उपलब्ध होने, विद्युत विभाग में व्याप्त भ्रष्टाचार व जनपद की कानून व्यवस्था को लेकर जमकर नारेबाजी करते हुए विरोध प्रदर्शन किया। जिलाधिकारी कार्यालय के गेट पर एसडीएम सदर के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजा गया। जिसमें जनपद के समस्त गांवों में २० घंटे शहर व टाउन एरिया मे २४ घंटे विद्युत आपूर्ति सुनिश्चित की जाए। जिले के समस्त गांवों में ट्रांसफार्मर खराब होने पर ६ घंटे तथा शहर व टाउन एरिया में दो घंटे में बदलकर आपूर्ति बहाल की जाए।
जनपद के विद्युत उपभोक्ताओं के इलेक्ट्रॉनिक मीटर में आ रहे अधिक विद्युत बिल की शिकायत पर गुणवत्तापरक निस्तारण तीन दिवस में किया जाए। जनपद के समस्त नहरों में पानी छोड़ा जाए और प्रत्येक माइनर की सफाई कराकर पानी टेल तक पहुंचाने हेतु व्यवस्था सुनिश्चित किया जाए। जनपद में दोहरी कानून व्यवस्था के मापदंड बंद किए जाएं, कानून सबके लिए समान होना चाहिए। भाजपा नेताओं के लिए अलग और अन्य दलों के लिए अलग कानून व्यवस्था इसे किसी भी कीमत पर स्वीकार नहीं किया जाएगा, ऐसा करने वाले पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से सस्पेंड किया जाए। इन्हीं मांगों के साथ कांग्रेसियों ने जिलाधिकारी के प्रतिनिधि के रूप में पहुंचे एसडीएम सदर टीपी सिंह व अतिरिक्त मजिस्ट्रेट उत्तम तिवारी के माध्यम से महामहिम राज्यपाल को संबोधित ज्ञापन भेजा गया।
कांग्रेस जिलाध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा ने कहा कि जनपद के समस्त विभागों के अधिकारी पूरी तरह से लापरवाही बरत रहे हैं, किसानो की धान की रोपाई व सिचाई का यह अति महत्वपूर्ण समय चल रहा है ऐसे में नहरों से पानी टेल तक नहीं पहुंचा रहा है, जिससे किसान अधिक परेशान है। इलेक्ट्रॉनिक व प्रिंट मीडिया में खबरें प्रकाशित होने के बावजूद भी संबंधित अधिकारी इसे नजर अंदाज कर रहे हैं, वहीं उन्होंने कहा कि गांव से लेकर शहर तक विद्युत व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो चुकी है। जनपद में अघोषित विद्युत कटौती का रिकॉर्ड बन चुका है, ऐसे में व्यवसाय करने वाले व्यापारियों के उद्योग धंधे भी प्रभावित हो रहे हैं।
गांव से लेकर शहर तक हो रही विद्युत कटौती को विद्युत विभाग के अधिकारी तत्काल प्रभाव से मुक्त करें, अन्यथा हम कांग्रेसजन इसके लिए बड़ा आंदोलन करेंगे। वहीं उन्होंने कहा कि जनपद में कानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त है। शहर में कानून दो तरह से चलाए जा रहे हैं। भाजपा नेताओं के लिए अलग कानून है और अन्य दलों के लोगों के लिए दूसरा कानून है, ऐसा करने वाले अधिकारियों के प्रति दंडात्मक कार्रवाई कर उन्हें तत्काल प्रभाव से सस्पेंड किया जाए।
विरोध-प्रदर्शन में महेंद्र सिंह, राहुल त्रिपाठी, रणजीत सिंह सलूजा, अपरबल सिंह, अनिल सिंह, वरुण मिश्रा, हौसला प्रसाद भीम, मिर्जा अकरम बेग, सुरेंद्र शुक्ला, कमर खान, नफीस फारुकी, पवन मिश्रा कटांवा, सुब्रत सिंह सनी, कुमारी निकलेश सरोज, सिराज अहमद भोला, आवेश अहमद, ममनून आलम, शाहबाज खान, मानस तिवारी, रणवीर सिंह राणा, अशोक सिंह, इंतजार अहमद पिंटू, सुनील शर्मा, अतहर नवाब, मनोज तिवारी, मोहित तिवारी, अंबरीश पाठक, विश्वनाथ मिश्र, हमीद राईनी, मानिक चंद्र श्रीवास्तव, दयाशंकर दुबे, उमाकांत तिवारी, नंदलाल मोर्य, राजेंद्र पांडे विभु, चंद्रभान सिंह चुन्ना, विनोद पांडेय, राहुल मिश्रा, जीशान अहमद, अम्बरीष पाठक जिगर, सोहेल खान, राहुल मिश्र, मनीष तिवारी, राम भवन पांडेय, हामिद राईनी, मेराज अहमद, विवेक श्रीवास्तव, हरदयाल मौर्य, निजामुद्दीन गुड्डू, अवधेश गौतम, मनोज शुक्ला, राहुल पांडेय, मोहम्मद कादिर, श्रीराम यादव, अरुण कुमार त्रिपाठी, रामचंद्र कोरी, दीपक सोनी, वीरेंद्र तिवारी, नन्हे, इंद्रकेश शर्मा, शीतल साहू आदि लोग शामिल रहे।

वर्दी पहनकर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन कराने पहुंचा फर्जी दारोगा गिरफ्तार

उमेश गुप्ता / वाराणसी

वाराणसी में शनिवार को श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में फर्जी दारोगा को इंस्पेक्टर ने दबोच लिया। जालौन निवासी अभय सिंह फर्जी दारोगा बनकर श्रद्धालुओं को दर्शन कराने पहुंचा था, तभी शक होने पर उसे हिरासत में लेकर चौक थाने लाया गया।
पूछताछ के बाद आरोपी के खिलाफ केस दर्ज किया गया। मामले की जानकारी के बाद डीसीपी काशी गौरव बंसवाल चौक थाने पहुंचे और दारोगा से पूछताछ किया, जिस पर युवक ने बताया कि पहले भी वर्दी पहनकर कई जगह जा चुका है। वर्दी पहनकर लोगों पर धौंस जमाता हूं। डीसीपी काशी ने बताया कि आरोपी मानसिक रूप से बीमार है और ग्वालियर में इलाज चल जा रहा है। वह दर्शन करने के लिए दारोगा की वर्दी पहन कर लाइन में लगा था। शक होने पर उसे पकड़ लिया गया।
वर्दी पहनने से कोई सुरक्षा द्वार पर रोकता नहीं और दर्शन भी आसानी से हो जाएगा, ऐसा सोचकर मंदिर आया था। इससे पहले वो अयोध्या में भी इसी तरह का दर्शन करने के लिए गया था, लेकिन असफल रहा। उसकी गिरफ्तारी कर ली गई है और आगे की करवाई जारी है।
चौक इंस्पेक्टर विमल मिश्रा के अनुसार, आरोपी जालौन का निवासी अभय सिंह है और उससे पूछताछ जारी है। वह सुबह काशी विश्वनाथ मंदिर में पहुंचा तो सुरक्षाकर्मियों को उसकी गतिविधियों से शक हुआ। सुरक्षा गेट पर तैनात दारोगा ने उसकी वर्दी को देखकर सवाल उठाया। गेट पर रोकते हुए तैनाती स्थल पूछा तो दारोगा ने जालौन बताया, वहीं थाना का नाम नहीं बताया। इसके बाद बैच और थाना का नाम पूछा, जो वह नहीं बता सका। दारोगा को रोककर चौक इंस्पेक्टर को मामले की जानकारी दी। इसके बाद पुलिस टीम खाकी वर्दी में युवक को थाने ले आई।

रिश्वत लेने के आरोप में मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी गिरफ्तार

सामना संवाददाता / भायंदर

मीरा-भायंदर महानगरपालिका के मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी को 4 हजार रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में ठाणे के भ्रष्टाचार निरोधक विभाग ने गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार अधिकारी का नाम बीरू दूधभाते है और इस संबंध में भायंदर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है ।
मामला यह है कि मीरा-भायंदर महापालिका क्षेत्र के काशीमीरा इलाके में एक नई पैथोलाजी लैब को अनुमति देने के लिए स्वास्थ्य अधिकारी दूधभाते ने 5 हजार रुपए की मांग की थी। इस मामले में समझौता के बाद 4 हजार रुपए पर बात तय हुई।
पैथोलाजी लैब के संचालक ने इस बारे में ठाणे के भ्रष्टाचार निरोधक विभाग में शिकायत दर्ज कराई थी। जांच में एक मध्यस्थ के जरिए दूधभाते ने रिश्वत की यह राशि स्वीकार की। इस वजह से भायंदर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है, इसकी जानकारी भ्रष्टाचार निरोधक विभाग के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी संतोष अंबिके ने दी है।