राहुल गांधी ने पार्वत पुरुष दशरथ मांझी की प्रतिमा पर उनके परिवार संग किया माल्यार्पण

अनिल मिश्र / गयाजी

अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आज देश के सजग, साहसी, संघर्षशील, लोकप्रिय, जनप्रिय नेता, लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष, कांग्रेस पार्टी के सर्वमान्य नेता, इंडिया गठबंधन के नायक राहुल गांधी आज राजगीर एवं गया में अतिपिछड़ा एवं महिलाओं से सीधा संवाद कार्यक्रम के दौरान राजगीर जाने के क्रम में पर्वत स्व. दशरथ मांझी के आदम कद प्रतिमा पर उनके पुत्र भगीरथ मांझी के साथ उनके संपूर्ण परिवारों के साथ माल्यार्पण किया, उनके परिजनों से मुलाकात एवं बातचीत किए, उनके साथ बिहार प्रदेश कॉंग्रेस कमिटी के अध्यक्ष राजेश कुमार एवं सी एल पी लीडर शकील अहमद खान भी थे।
बिहार प्रदेश कांग्रेस कमिटी के प्रदेश प्रतिनिधि सह प्रवक्ता प्रो. विजय कुमार मिट्ठू, पूर्व विधायक मोहम्मद खान अली, जिला कॉंग्रेस उपाध्यक्ष बाबूलाल प्रसाद सिंह, अतरी प्रखंड कांग्रेस कमिटी अध्यक्ष बीरेंद्र कुमार बीरू, राम प्रमोद सिंह, दामोदर गोस्वामी, प्रद्युम्न दुबे, शिव कुमार चौरसिया, सुनील कुमार सिन्हा आदि ने कहा कि राहुल गांधी के राजगीर, गेहलोर, गया को विभिन्न संविधान सुरक्षा सम्मेलन एवं अतिपिछड़ा एवं महिलाओं से सीधा संवाद से बिहार के अति पिछड़ा एवं महिलाओं में नई ऊर्जा एवं नया संदेश देगी।

झारखंड के हजारीबाग सदर अस्पताल में प्रसव पीड़ा से तड़पती रही महिला

-ऑपरेशन थिएटर का परिजन थपथपाते रहे दरवाजा, लेकिन कान पर जूं नहीं रेंगी

अनिल मिश्र / रांची

झारखंड प्रदेश के हजारीबाग जिला मुख्यालय स्थित सदर अस्पताल में मानवता को शर्मसार करने वाली एक घटना प्रकाश में सामने आई है। जहां प्रसव पीड़ा से तड़पती एक महिला को घंटों तक ऑपरेशन थिएटर के बाहर इंतजार करना पड़ा, प्रसव पीड़ा से तड़पती इस महिला के परिजन ऑपरेशन थिएटर का दरवाजा पिटते रहे, लेकिन ऑपरेशन थिएटर में बैठे डाॅक्टर या कोई कर्मचारी दरवाजा नहीं खोला। इस दौरान महिला और उसके परिजनों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, कल गुरुवार और बुधवार को मिली देर रात एक गर्भवती महिला को गंभीर हालत में सदर अस्पताल लाया गया । जिस पर परिजनों का आरोप है कि डॉक्टर और नर्सों को बुलाने के बावजूद ऑपरेशन थिएटर का दरवाजा नहीं खोला गया और न ही महिला को तत्काल कोई चिकित्सकीय सहायता प्रदान किया गया। इस बीच सदर अस्पताल के बरामदे में महिला लगातार प्रसव पीड़ा से कराहती रही और अस्पताल प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ रहा। इस घटना ने सरकारी अस्पतालों में स्वास्थ्य सेवाओं की लचर व्यवस्था और संवेदनहीनता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग की है। हालांकि, इस मामले में अस्पताल प्रशासन की ओर से तत्काल कोई आधिकारिक बयान अभी तक जारी नहीं किया गया है। वहीं स्थानीय लोगों ने जिला प्रशासन और हजारीबाग के उपायुक्त से इस मामले की उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की अपील की है।

सुल्तानपुर के यूट्यूब चैनल पत्रकार को ‘अंडरवर्ल्ड’ से धमकी

-लॉरेंस बिश्नोई गैंग के नाम पर अमेरिकी नंबर से आया व्हॉट्सऐप कॉल

-शुरुआती जांच के बाद एफआईआर दर्ज

विक्रम सिंह / सुल्तानपुर

यूपी में अयोध्या के पड़ोसी सुल्तानपुर जिले के एक यूट्यूब चैनल पत्रकार को अंडरवर्ल्ड डॉन ‘लॉरेंस बिश्नोई गैंग’ के नाम पर जान से मारने की धमकी मिली है। यह धमकी अमेरिका के नंबर से व्हॉट्सऐप कॉल और धमकी भरे मैसेज के जरिए दी गई है, जिसके बाद सुल्तानपुर नगर पुलिस ने गंभीर धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर जांच शुरू कर दी है। शहर कोतवाल धीरज कुमार के मुताबिक, एफआईआर दर्ज कर ली गई है और साइबर विशेषज्ञों की मदद से कॉल डिटेल्स और तकनीकी साक्ष्य खंगाले जा रहे हैं।
पत्रकार निसार अहमद के अनुसार, मंगलवार को शहर के एक कार्यक्रम में शामिल रहते वक्त उनके मोबाइल पर अमेरिका के नंबर +1 (612) 643-8440 से व्हॉट्सऐप कॉल आई। कॉल के बाद बुधवार सुबह उन्हें धमकी भरा मैसेज भी भेजा गया, जिसमें लिखा था,“पता चल जाएगा आपको, बहुत अच्छा किए हो”। धमकी देने वाले ने स्पष्ट रूप से खबर चलाने को लेकर नाराजगी जताई और जान से मारने की धमकी दी। घटना की सूचना मिलते ही जिले के पत्रकारों में आक्रोश फैल गया। पत्रकारों ने एसपी कुंवर अनुपम सिंह से मिलकर सुरक्षा की मांग की। फिलहाल पुलिस जांच में जुट गई है, लेकिन इस घटना ने जिले में पत्रकारों की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं।

टीएमयू एल्युमिनाई दुनिया भर में लहरा रहे परचम

सामना संवाददाता / मुरादाबाद

दुनिया भर में तीर्थंकर महावीर यूनिवर्सिटी, मुरादाबाद के एल्युमिनाई अपनी चमक, दमक और खनक से लबरेज हैं। टीएमयू की शोध परक स्टडी के बूते ये एल्युमिनाई जमीं से आसमां तक अपनी सेवाएं दे रहे हैं। इसके एवज में वे करोड़ों का पैकेज पा रहे हैं। यूएसए, कनाडा, जर्मनी, यूके, फ्रांस, नीदरलैंड, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया, कतर, यूएई अफ्रीका आदि में टीएमयू के ब्रांड एंबेसडर हैं। कुलाधिपति सुरेश जैन कहते हैं, दुनिया के कोने-कोने में नामचीन कंपनियों में सर्विस के संग-संग अनुसंधान, उद्यमिता और नवाचार में टीएमयू एल्युमिनाई का अनमोल योगदान है। सभी एल्युमिनाई टीएमयू के लिए किसी एंबेसडर से कम नहीं हैं। ये पुरातन छात्र मेडिकल, डेंटल, इंजीनियरिंग, पैरामेडिकल, फार्मेसी, नर्सिंग, मैनेजमेंट सरीखे कोर्सेज के हैं। जीवीसी मनीष जैन एल्युमिनाई को आन, बान और शान के प्रतीक बताते हुए कहते हैं, अंतर्राष्ट्रीय स्तर की गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा प्रदान करना टीएमयू का सर्वोच्च मापदंड है। एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर अक्षत जैन कहते हैं, टीएमयू अपने स्टुडेंट्स को शैक्षणिक और तकनीकी तौर पर वैश्विक स्तर पर तैयार करती है, इसीलिए हमारे स्टुडेंट्स विश्वभर में अपनी पताका फहरा रहे हैं। नैक से ए दर्जा हासिल एवम् 130 एकड़ में आच्छादित हरे-भरे कैंपस में 16,000 से अधिक स्टुडेंट्स अध्ययनरत हैं।
यूएसए में इंटर्नल मेडिसिन रेजीडेंट डॉ. करन महल कहते हैं, टीएमयू की मॉर्डन क्लिनिकल लैब्स और हॉस्पिटल में नियमित पोस्टिंग के बूते उन्होंने इस मुकाम को पाया है। कनाडा में प्रिंसिपल साइंटिस्ट डॉ. सना सय्यदा मानती हैं, अनुभवी फैकल्टीज़ के चलते फाउंडेशन स्ट्रांग हुई। सिडनी के रिजर्व बैंक ऑफ ऑस्ट्रेलिया में टीम लीडर श्री शुभम छाबड़ा का विश्वास है, स्टडी के दौरान मुझे वैश्विक सोचने और समझने का दृष्टिकोण मिला, शुक्रिया टीएमयू। लंदन में एमएनसी डिलोयट में डाटा साइंस मैनेजर सुश्री काव्या जोशी कहती हैं, टीएमयू के इन्नोवेशन की कायल हूं, जिसने ड्रीम को हकीकत में बदला है। जर्मनी में एमएनसी बीयरिंग प्वाइंट में टेक्नो आर्किटेक्ट श्री राजीव मिश्रा मानते हैं, स्ट्रिक्ट डिसप्लिन और मॉर्डन फेसिलिटीज़ के चलते मेरा सफर आसान हुआ। साउथ कोरिया के मैरी हॉस्पिटल में सीनियर कंसल्टेंट डॉ. स्नेहा शर्मा कहती हैं, स्ट्रांग करिकुलम और स्ट्रिक्ट ट्रेनिंग उनकी सफलता का राज है। दुबई में सउदी-जर्मन हैल्थ ग्रुप के डायरेक्टर शोभित जैन मानते हैं, उनकी अद्भुत लीडरशिप का राज टीएमयू की प्रैक्टिकल ट्रेनिंग और इंडस्ट्रियल एक्सपोजर है।

काशी के दशाश्वमेध घाट गंगा दशहरा महोत्सव-2025 का भव्य आयोजन

उमेश गुप्ता / वाराणसी

पिछले चार दशकों से निरंतर स्वच्छ काशी, स्वच्छ गंगा, स्वच्छ घाट व पर्यावरण संरक्षण को संकल्पित और समर्पित गंगा सेवा निधि द्वारा गंगाजल निर्मलीकरण जन जागरूकता अभियान के अन्तर्गत भव्य गंगा दशहरा महोत्सव का आयोजन किया गया। देश-विदेश से आये असंख्य श्रद्धालु और पर्यटकों को स्वच्छ गंगा, निर्मल गंगा व अविरल गंगा का संकल्प दिलाकर गंगा दशहरा का शुभारंभ किया गया।
संस्थापक स्मृतिशेष स्व. पं. सत्येंद्र मिश्र के चित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया। संस्था के सदस्य सुशांत मिश्र एवं श्याम लाल सिंह द्वारा कार्यक्रम के मुख्य अतिथि अशोक तिवारी, महापौर, वाराणसी नगर निगम, अध्यक्षता जय प्रकाश तिवारी मुख्य जिला न्यायधीश, वाराणसी ने किया। अति विशिष्ट अतिथि स्वतंत्र देव सिंह, जल शक्ति विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार रविंद्र जायसवाल राज्यमंत्री, (स्वतंत्र प्रभार) स्टाम्प तथा न्यायालय शुल्क, पंजीयन, उत्तर प्रदेश सरकार, वाराणसी। दयाशंकर मिश्र (दयालु) राज्य मंत्री स्वतंत्र प्रभार , महंत शंकर पूरी, अन्नपूर्णा मठ मंदिर थे।
इस अवसर पर गंगा सेवा निधि के 11 अर्चकों द्वारा भगवती मां गंगा का वैदिक रीति से पूजन कराया गया। इसी क्रम में संस्था के 11 अर्चको एवं रिद्धी-सिद्धी के रूप में 22 देव कन्याओं (दुर्गाचरण गर्ल्स इंटर कॉलेज) द्वारा भव्य भगवती मां गंगा की महाआरती का आयोजन किया गया। 30 कुंटल फूल-मालाओं एवं 11,001 दीपों से दशाश्वमेध घाट को भव्य रूप से द्वारा सजाया गया व घाटों पर फैली दीपों की रोशनी देश-विदेश से आए हजारों सैलानियों के आकर्षण का केंद्र बनी रही।
सांस्कृतिक कार्यक्रम का प्रारम्भ शिवोहम नृत्य समूह द्वारा मां गंगा की अवतरण गाथा एवं शिव और शती के जीवन की कहानियों का दर्शन त्तपश्यात अंतिम प्रस्तुति में शुद्व शास्त्रियां नृत्य कथक एवं भरत नाट्यम दलनायिका शिवानी मिश्रा, एवं सहयोगी कलाकार स्मृति शाही, नेहा शर्मा, प्रिन्सी धर्मराज, आशुतोश सिंह, सौरभ त्रिपाठी एवं करिश्मा केशरी सारिका द्वारा की गई।
कार्यक्रम के मध्य में 12 वर्षिय गायिका अधिश्री वशिष्ट द्वारा मनमोहक प्रस्तुति दी गई, जिसमे इनके द्वारा पायो जी मैने राम रतन धन पायो, तुम उठो शिया श्रृंगार करो शिव धनुश राम ने तोडा एवं ऐसी लागी लगन मीरा हो गई मगन की प्रस्तुति की गई। सम्पूर्ण कार्यक्रम का संचालन अंजना झा द्वारा किया गया एवं धन्यवाद ज्ञापन सुरजीत कुमार सिंह, सचिव ने किया। कार्यक्रम में विशेष रूप इंदु शेखर शर्मा, हनुमान यादव, सुशांत मिश्र, पंकज अग्रवाल, सी. ए. सर्वेश अग्रवाल, आशीष तिवारी, जितेंद्र नाथ सिंह, सिद्धार्थ श्रीवास्तव, अरून अग्रवाल, मनीष सोनी, अधिवक्ता विनोद श्रीवास्तव आदि उपस्थित रहे।

सम्मानित किए गए गांव देवी दुर्गा मंदिर के ट्रस्टी

रवीन्द्र मिश्रा / मुंबई

जीवन के 75 वसंत देख चुके शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के पूर्व केंद्रीय मंत्री अनंत गिते एवं गांव देवी दुर्गा मंदिर के ट्रस्टी हरीश नेवरेकर का 75 वर्ष पूरे होने पर अंधेरी के ग्रामवासियों द्वारा सत्कार समारोह का आयोजन किया गया। अंधेरी-पश्चिम स्थित सी डी बर्फीवाला लेन के मेयर हाल में 5 जून गुरुवार शाम 7 बजे इस सत्कार समारोह का आयोजन किया गया। वर्सोवा विधानसभा के शिवसेना के विधायक हारुन खान, गांव देवी दुर्गा मंदिर के कार्यकारी सदस्य प्रसाद आयरे, उदय महाले, विजय धुमाल, यलप्पा कुशालकर तथा सुनील बीजे द्वारा गांव देवी की प्रतिमा देकर उन्हें सम्मानित किया गया। इस अवसर पर शिवसेना के विधानसभा संगठक संजय कदम, विभाग संगठक अनीताताई बागवे, ज्योत्स्ना दिघे, संजीवनी घोसालकर, प्रतिभाताई पाटील, लीना त्रिवेदी, शाखा प्रमुख दयानंद कड्डी, दीपक सणस, स्वाती तावडे, रेवती सुर्वे, मनाली पाटील तथा युवासेना के सभी कार्यकर्ता उपस्थित थे। इस अवसर पर प्रीति भोज का आयोजन किया गया।

शिवसेना का अंधेरी-पश्चिम में वृक्षारोपण कार्यक्रम

सामना संवाददाता / मुंबई

विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर शिवसेना (उद्धव बाला साहेब ठाकरे) वर्सोवा विधानसभा उप विभाग प्रमुख राजेश शैट्ये और मुंबई महापालिका के सहयोगसे अंधेरी-पश्चिम स्थित सुंदरवन कॉप्लेक्स मे “संगीतकार दत्ता डावजेकर उद्यान” में शिवसेना के विधायक हारून खान के हाथों वृक्ष लगा कर वृक्षारोपण कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।
इस उद्यान में १० अलग-अलग प्रजाति के पेड़ लगाकर उपस्थित जनसमुदाय को पेड़ लगाओ और आक्सीजन निर्माण करो का संदेश दिया। इस कार्यक्रम के अवसर पर विधानसभा संघटक शैलेश फणसे, समन्वयक बाला आंबेकर, मेघना काकडे माने, ज्योत्स्ना दिघे, शाखाप्रमुख सिद्धेश चाचे, महिला शाखा संघटक अश्विनी खानविलकर, पत्रकार प्रकाश अकोलकर, विश्वा शाह, स्नेहल दलवी, ज्योती धामणकर, निलेश देवकर आदि शिवसैनिक और स्थानिक नागरिक उपस्थित थे।

राज्य में माहौल खराब, आदित्य ठाकरे की सरकार पर उठे सवाल

सामना संवाददाता / मुंबई
एक तरफ राज्य में पर्यावरण का भारी नुकसान हो रहा है तो वहीं दूसरी तरफ सरकार केवल यह दिखाने में व्यस्त है कि वह पर्यावरण के प्रति कितनी सजग है। इस तरह का तीखा तंज कसते हुए शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता, युवासेनाप्रमुख व विधायक आदित्य ठाकरे ने कहा कि राज्य में पर्यावरण की ऐसी की तैसी हो गई है। इसी के साथ ही उन्होंने पर्यावरण को हुए नुकसान की एक लंबी सूची भी पेश करते हुए सवालों की झड़ी लगा दी है।
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए आदित्य ठाकरे ने लिखा है कि आज विश्व पर्यावरण दिवस है। इस कार्यक्रम को मनाने के लिए सरकार और प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की तरफ से कई निमंत्रण भी आए होंगे, लेकिन जो पर्यावरण संबंधी गंभीर संकट आज हमारे सामने खड़े हैं, उन पर सरकार से सवाल पूछने की किसी में हिम्मत है क्या? पर्यावरण दिवस पर सरकार सिर्फ इवेंट करती है, जो दिखावा मात्र होता है।
आदित्य ठाकरे ने मुद्दा उठाया कि मुंबई के लिए तैयार किया गया क्लाइमेट एक्शन प्लान लगभग कचरे की टोकरी में डाल दिया गया है। ताडोबा-अंधारी राष्ट्रीय उद्यान में खनन को मंजूरी दे दी गई है। लोखंडवाला तालाब को अभी तक वेटलैंड घोषित नहीं किया गया, वहीं मुंबई में पेड़ों की कटाई जोरों पर है। धारावी पुनर्विकास प्रोजेक्ट में माहिम का नैसर्गिक उद्यान भी शामिल कर लिया गया है। वेताल टेकड़ी प्रकल्प अभी तक रद्द नहीं हुआ है। अजनी जंगल पर सरकारी बुलडोजर की तलवार अब भी लटक रही है। पुणे में ‘नदी विकास’ के नाम पर बाढ़ की आशंका बढ़ गई है। तानसा अभ्यारण्य में बांध निर्माण के लिए ५ लाख पेड़ों की कटाई की जाएगी। उत्तर मुंबई में पुल निर्माण के लिए ९,००० मैंग्रोब्ज के पेड़ काटे जाएंगे, जिसस्ो कुल ६०,००० मैंग्रोब्ज पर असर पड़ेगा। पर्यावरण बचाने की ‘माझी वसुंधरा योजना’ अब हाशिए पर चली गई है।

 

आउट ऑफ पवेलियन : माल्या को एसबीआई का यार्कर, कोल्डप्ले स्टार का हॉट डिसीजन

अमिताभ श्रीवास्तव
विजय माल्या और ट्रोलर लगता है एकदूजे के लिए बने हैं। मजा यह है कि सोशल मीडिया पर लोग हर वक्त उनको ट्रोलिंग करने को तैयार बैठे होते हैं। अब चाहे वो कुछ भी पोस्ट करें, ट्रोलर्स पीछे पड़ ही जाते हैं। ताजा मामला आरसीबी की जीत का है और इस बार ट्रोलर नहीं, बल्कि एसबीआई ने सीधे बात की है। लगता तो यही है, क्योंकि जिस पोस्ट पर माल्या ने टीम की ऐतिहासिक जीत पर बधाई दी, उसी पर एसबीआई की ऑफिशियल आईडी से कमेंट किया हुआ है। इस कमेंट को माल्या ने भी पढ़ा तो होगा? एक तरफ उनकी पोस्ट पर लोगों ने रिप्लाई में पुराना हिसाब-किताब खोल दिया और पोस्ट के कमेंट सेक्शन में ऐसा सुनाया कि अब ये पोस्ट ही वायरल हो गया। विजय माल्या ने `एक्स’ पर पोस्ट करते हुए पूरी टीम को जीत की शुभकामनाएं दीं। आरसीबी आखिरकार १८ साल बाद आईपीएल चैंपियन बनी है। २०२५ के टूर्नामेंट तक शानदार अभियान। बेहतरीन कोचिंग और सपोर्ट स्टाफ के साथ एक संतुलित टीम प्लेइंग बोल्ड। बहुत-बहुत बधाई! ई साला कप नामदे!! बस इस पोस्ट पर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने लिखा सर, भारत आइए, हम साथ मिलकर जश्न मनाएंगे। अब इस साथ मिलकर जश्न मनाने का मतलब माल्या जान तो गए होंगे। यह एसबीआई का माल्या को जबरदस्त यार्कर है।

कोल्डप्ले स्टार का हॉट डिसीजन
जब वो मुंबई में आए थे, बाबुलनाथ मंदिर के दर्शन किए थे, हाथ में हाथ डाले इस जोड़े को देखकर कौन कह सकता था कि वो अलग हो जाएंगे। जी हां, कोल्डप्ले के क्रिस मार्टिन और उनकी अभिनेत्री पत्नी डकोटा जॉनसन आठ साल साथ रहने के बाद अलग हो गए हैं। उनके रिश्ते के बारे में अफवाहें महीनों से चल रही थीं और अब यह पुष्टि हो गई है कि ३५ वर्षीय डकोटा और ४८ वर्षीय क्रिस अलग हो गए हैं। पिछली जनवरी में ही तो वो मुंबई आए थे। साथ रहने के लिए प्रार्थना की थी, मगर दोनों के मन में इस साथ रहने की प्रार्थना में शायद वो भाव नहीं था, जो होना चाहिए। हालांकि, उन्होंने एक-दूसरे से दूर समय बिताने की सदियों पुरानी तरकीब भी आजमाई, ताकि दूरियां यादों में बदले और पास आने की तड़प उठे मगर नहीं, इसके बावजूद उनके दिलों में एक-दूसरे के लिए लगाव नहीं बढ़ा। बताया जाता है कि डकोटा इस बात से बहुत दुखी हैं कि वह अब अपने बच्चों के साथ ज्यादा समय नहीं बिता पाएगी, लेकिन वह चाहती हैं कि बच्चों को यह पता चले कि वो हमेशा उनके लिए मौजूद हैं। संगीतकार क्रिस इस समय विश्व दौरा कर रहे हैं। कोल्डप्ले उनका सबसे लोकप्रिय अल्बम है, जिसके कारण उन्हें प्रसिद्धि मिली। बताया जाता है कि दोनों के बीच उम्र का काफी अंतर था और इसी वजह से दोनों की सोच एक नहीं हो पा रही थी। एक ओर जहां क्रिस अपने काम को लेकर व्यस्त थे तो दूसरी ओर डकोटा चाहती थीं कि उन्हें साथ रहना चाहिए। वैसे इन दोनों के बीच तीसरे की भूमिका से भी प्रशंसक मुंह नहीं मोड़ते। जो अक्सर किसी जोड़े को तोड़ने में महत्वपूर्ण बन जाता है। यह तीसरा कौन है, फिलहाल इस बारे में कोई कुछ स्पष्ट नहीं बता रहा है।

तहकीकात : शादी का तोहफा बना मौत का सामान

फिरोज खान
कूरियर बॉय एक पार्सल लेकर आया था। सुनील को लगा है कि शायद किसी दोस्त ने शादी का तोहफा भेजा है। असल में सुनील की शादी हुए चार दिन ही हुए थे। पार्सल पर सुनील का ही नाम लिखा हुआ था। पार्सल भेजनेवाले का नाम पढ़कर उसे कुछ याद नहीं आ रहा था कि आखिर उस नाम का उसका दोस्त कौन है। पार्सल से एक सफेद धागा बाहर निकला हुआ था। सुनील जैसे ही सफेद धागे को खींचता है, वैसे ही धमाका हो जाता है। धमाके की चपेट में सुनील, उसकी पत्नी और दादी आ जाते हैं। आस-पास के लोग ब्लास्ट की आवाज सुनकर सुनील के घर की तरफ दौड़ पड़ते हैं। घर में सुनील की दादी की लाश पड़ी हुई थी और दोनों पति-पत्नी बुरी तरह घायल अवस्था में जमीन पर पड़े हुए थे। दोनों को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया जाता है।
पुलिस को सूचना मिलते ही वह घटना स्थल पर पहुंच जाती है। जांच में कई सवाल थे। बम से भरा पार्सल किसने भेजा, क्यों भेजा? बॉम्ब ब्लास्ट का केस दर्ज कर पुलिस तहकीकात शुरू करती है। दोस्तों, रिश्तेदारों सहित १५० से ज्यादा लोगों से पूछताछ होती है। सुनील का मोबाइल, लैपटॉप खंगाला जाता है, लेकिन कहीं से कोई सुराग नहीं मिलता। जिस कूरियर कंपनी से पार्सल भेजा गया था, पुलिस उस पते पर पहुंचती है, लेकिन वहां कोई सीसीटीवी वैâमरा नहीं था। पुलिस कूरियर कंपनी के मालिक से पूछताछ करती है। कंपनी के मालिक ने बताया कि ये पार्सल चार दिन पहले डिलीवर करना था। उनका कूरियर बॉय पार्सल लेकर गया भी था, लेकिन वहां घर पर ताला लगा हुआ था।
लंबी छानबीन के बावजूद पुलिस को कहीं से कोई सुराग नहीं मिल रहा था। केस पूरी तरह से उलझता जा रहा था। इस बीच बलांगीर के एसपी दफ्तर में एक गुमनाम चिट्ठी आती है। चिट्ठी में लिखा था कि आप जिस पार्सल बम धमाके की जांच कर रहे हैं, उसे हमने ही अंजाम दिया है। हम आपकी पकड़ से बहुत दूर हैं। धमाका इसलिए किया गया, क्योंकि उन लोगों ने विश्वासघात किया था। अगर हम पूरे परिवार की हत्या भी कर देते फिर भी हमें तसल्ली नहीं होती।
पुलिस ने सुनील और उनके माता-पिता को चिट्ठी दिखाई तो सुनील की मां हाथों की लिखावट देककर चौंक उठती है। असल में सुनील की मां एक कॉलेज में टीचर थी और पत्र की हैंडराइटिंग कॉलेज की अंग्रेजी टीचर से हुबहू मेल खा रही थी। सुनील की मां बताती है कि हाल ही में अंग्रेजी टीचर को प्रिंसिपल पद से हटाकर उन्हें प्रिंसिपल बनाया गया था, तभी से उन दोनों के बीच अनबन शुरू हो गई थी। पुलिस जब अंग्रेजी टीचर को हिरासत में लेकर पूछताछ करती है तो वह सच उगलते हुए बताती है कि प्रिंसिपल की कुर्सी जाने से वह सख्त नाराज थी। इसलिए उसने बम विस्फोट कर बदला लेने की खौफनाक साजिश रची।