अब बाकी नहीं रही राज्य की इज्जत …कराड को मुंडे का है आशीर्वाद

 जेल में मिल रहा वीआईपी ट्रीटमेंट

सामना संवाददाता / मुंबई
महाराष्ट्र में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों को देखते हुए लगता है कि राज्य की इज्जत अब बाकी नहीं रही। महायुति सरकार का महिलाओं की इज्जत से कोई लेना-देना नहीं है। दूसरी तरफ सरपंच संतोष देशमुख हत्याकांड से जुड़े फिरौती मामले में गिरफ्तार वाल्मीक कराड को मंत्री धनंजय मुंडे का आशीर्वाद प्राप्त है। इसीलिए जेल में उसे वीआईपी ट्रीटमेंट मिल रहा है। इस तरह का आरोप कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने लगाया है। मीडिया से बातचीत में कल विजय वडेट्टीवार ने कहा कि युवतियों और महिलाओं की इज्जत खुलेआम लूटी जा रही है। फिर भी इस सरकार को इससे कोई मतलब नहीं है। क्या सरकार की ऐसी नीति है? इसे स्पष्ट करने की जरूरत है। बीड के सरपंच संतोष देशमुख हत्याकांड मामले में वडेट्टीवार ने कहा कि वाल्मीक कराड को यह ट्रीटमेंट मिलने के पीछे राज्य के खाद्य व नागरिक आपूर्ति मंत्री धनंजय मुंडे जिम्मेदार हैं। उन्होंने कहा कि वाल्मीक कराड धनुभाऊ का साथी है। यह किसी से छिपा नहीं है। मंत्री के साथी को वीआईपी ट्रीटमेंट नहीं देना है तो किसे देना है? उसे वीआईपी ट्रीटमेंट दिया ही जाना चाहिए। इस तरह का तंज भी उन्होंने कसा।
सामाजिक कार्यकर्ता अंजलि दमानिया ने इस मामले पर अपना गुस्सा जताते हुए कहा कि वाल्मीक कराड को जेल में नहीं, बल्कि घर पर एसी कमरे में रखें। उन्होंने यह भी दावा किया कि वाल्मीक कराड मंत्री धनंजय मुंडे के सब कुछ हैं।
अंजलि दमानिया ने आगे कहा कि वाल्मीक कराड के साथ अपराधी जैसा व्यवहार नहीं किया जाता। उसके हाथों में हथकड़ी नहीं डाली जाती। आज पांच हजार की चोरी करने वाला आम आदमी जेल में सड़ता है, लेकिन ये हाईप्रोफाइल अपराधी हैं। इन पर राजनीतिक संरक्षण है।

गरीबों पर मनपा का वार … स्लम्स में ८०० दुकानों पर टैक्स, अमीरों पर रहम!

-मनपा का ३५० करोड़ रुपए वसूली का लक्ष्य
सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई की झुग्गियों में दुकान और गोदाम चलाने वालों के लिए मुश्किलें बढ़ गई हैं। मनपा ने पहली बार ८०० से ज्यादा व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को टैक्स की नोटिस भेजी है। इनमें दुकानें, होटल, वर्कशॉप और गोदाम शामिल हैं। मनपा का कहना है कि इनमें से कई बड़े कारोबारियों के हैं और इन्हें टैक्स के दायरे में लाना जरूरी है।
मनपा आयुक्त भूषण गगरानी ने ४ फरवरी २०२५ को बजट पेश करते हुए कहा था कि झुग्गियों में चल रहे व्यावसायिक प्रतिष्ठानों से ३५० करोड़ रुपए टैक्स वसूला जाएगा। मुंबई की २.५ लाख झुग्गियों में से लगभग २० फीसदी में दुकानें और अन्य व्यावसायिक गतिविधियां चल रही हैं।
गरीबों पर बोझ या टैक्स चोरी रोकने की कोशिश?
मनपा के अनुसार, ये प्रतिष्ठान पानी, सड़क और अन्य सुविधाओं का उपयोग करते हैं, इसलिए इन्हें टैक्स देना होगा। लेकिन विरोधियों का कहना है कि गरीबों पर टैक्स लगाना गलत है।
एक रिपोर्ट के अनुसार पूर्व नगरसेवक रवि राजा ने कहा कि मनपा को छोटे दुकानदारों को तंग करने के बजाय बड़े बकाएदारों से ५,००० करोड़ रुपए वसूलने चाहिए। कुछ लोगों ने चिंता जताई कि इससे झुग्गियों में अवैध निर्माण को वैधता मिल जाएगी। वहीं मनपा का कहना है कि टैक्स वसूली का मतलब वैधता नहीं है। अब देखना होगा कि यह पैâसला आगे क्या मोड़ लेता है।

झारखंड की झड़पों के पीछे कौन? … साजिश या सामाजिक तनाव? हेमंत सोरेन को चैन से नहीं दिया जा रहा जीने

अनिल मिश्र / रांची
झारखंड प्रदेश के हजारीबाग जिले के इचाक प्रखंड क्षेत्र के अंतर्गत आनेवाले डुमरौन गांव में गत बुधवार यानी २६ फरवरी को हुए दो समुदाय के बीच हिंसक झड़प एवं आगजनी के मामले के बाद धनबाद में भी तनाव पैदा करने की कोशिश की गई। यहां भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा से छेड़छाड़ की गई है। उनके धनुष को क्षतिग्रस्त कर दिया गया है। इस घटना के बाद क्षेत्र में तनाव फैल गया है। ऐसे में अब सवाल उठ रहा है कि झारखंड में कौन तनाव पैदा करना चाह रहा है। प्रदेश में जब से भाजपा चुनाव हारी है, तब से इस तरह की घटनाएं बढ़ गई हैं।

इस संबंध में हजारीबाग पुलिस ने एएसआई मंगलदेव उरांव के आवेदन पर इचाक थाना में एक मामला दर्ज किया है, जिसमें दोनों समुदाय के पैंतालीस लोगों को नामजद एवं दो सौ अज्ञात लोगों को आरोपी बनाया गया है। इसी बीच इचाक पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार कर जेल भी भेज दिया है, जिसमें २५ वर्षीय शिव कुमार उर्फ बुला (पिता स्व बंगाली महतो), २३ वर्षीय बुला उर्फ अजीत (पिता बद्री महतो) एवं ५५ वर्षीय अशरफ मियां (पिता स्व इब्राहिम मियां) के नाम शामिल हैं। इस संबंध में प्रशिक्षु आइपीएस अधिकारी सह थाना प्रभारी श्रुति ने बताया कि डुमरौन गांव में फिलहाल स्थिति सामान्य है, लेकिन आनेवाले त्योहार में शांति व्यवस्था बनी रहे, इसके लिए शांति समिति की बैठक कर दोनों समुदाय से शांति बनाए रखने की अपील की गई है। वहीं नामजद लोगों की पुलिस तलाश कर रही है। उन लोगों पर आगे कार्रवाई की जाएगी।
लाउडस्पीकर को लेकर शुरू हुआ विवाद
इस संबंध में बताते चलें कि इचाक थाना क्षेत्र के डुमरौन गांव के हिंदुस्तान चौक में बुधवार को दो समुदाय के लोग आमने-सामने आ गए थे। इस पर विवाद बढ़ने पर तीन वाहनों में आग लगा दी गई थी, जबकि दो को क्षतिग्रस्त कर दिया गया था। एक समुदाय के लोग महाशिवरात्रि को लेकर पोल में लाउडस्पीकर बांध रहे थे, जिसका दूसरे समुदाय के लोगों ने विरोध किया था। इसी बात को लेकर विवाद बहुत बढ़ गया और हिंसक झड़पें भी हो ‌गर्इं। इस घटना की सूचना पर काफी संख्या में पुलिस पहुंची और किसी तरह मामले को शांत करवाया गया। वहीं इस स्थिति को तनावपूर्ण देखते हुए पुलिस अभी भी गांव में कैंप कर रही है।
मुंडा स्मारक समिति ने जताया विरोध
झारखंड में कोयलांचल के नाम से प्रसिद्ध धनबाद में भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा से छेड़छाड़ की गई है। उनके धनुष को क्षतिग्रस्त कर दिया गया है। भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा के तरकश से तीर भी गायब हो गया है। इस घटना पर समिति ने आक्रोश जताया है। समिति ने इसका विरोध किया है। भगवान बिरसा मुंडा स्मारक समिति के संयोजक महादेव हांसदा ने धनबाद के उपायुक्त से मांग की है कि ऐसे असामाजिक तत्वों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए, जिन्होंने भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त किया है। उन्होंने आरोप लगाया कि किसी साजिश के तहत भगवान बिरसा मुंडा की प्रतिमा को क्षतिग्रस्त किया गया है।
पहले भी दो बार प्रतिमा को किया गया क्षतिग्रस्त
इससे पहले भी दो बार यहां प्रतिमा को क्षतिग्रस्त किया गया था। इस संबंध में कहा गया कि जिला प्रशासन इस प्रतिमा की घेराबंदी करवाए, ताकि कोई प्रतिमा तक पहुंच न पाए, वहीं नगर निगम के इंस्पेक्टर अनिल कुमार ने कहा कि अब तक की जांच से जो पता चला है, उसके मुताबिक, इसके पीछे किसी शरारती तत्व का हाथ हो सकता है। क्षतिग्रस्त धनुष की मरम्मती का आदेश नगर आयुक्त ने दिया है। जल्द ही क्षतिग्रस्त धनुष की मरम्मत कराई जाएगी। इस घटना के बाद धनसार थाना प्रभारी ने भी इस जगह का निरीक्षण किया।

चर्चाओं में आए तीन हेलिकॉप्टर वाले पूर्व सांसद! …गोंडा के भाजपाई राजनेता के पास है पूरा का पूरा उड़न दस्ता 

-प्राइवेट जेट का भी रखते हैं शौक
सामना संवाददाता / लखनऊ
भारतीय कुश्ती महासंघ के पूर्व अध्यक्ष और बीजेपी के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह का जीवन किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। जिसमें नाम है, विवाद है, अकूत दौलत है, साथ ही शोहरत भी। बृजभूषण शरण सिंह का नाम पिछले वर्ष से खबरों में सुन रहे हैं, फेडरेशन विवाद को लेकर वो लगातार सुर्खियों में रहे, लेकिन हम उनके विवादों के बारें में नहीं बल्कि उनकी लग्जरी लाइफ स्टाइल और करोड़ों की संपत्ति के बारे में बताएंगे।
पूर्व सांसद बृजभूषण सिंह ने हाल ही में एक नया हेलिकॉप्टर खरीदा है। ये भगवा रंग का है। इसके अलावा काले और सफेद रंगों के उनके २ और हेलिकॉप्टर हैं। एक जेट भी है। उनके पास दो हेलिपैड भी हैं, जिनमें से एक हेलिपैड कोठी के अंदर और दूसरा अस्तबल के पास है। सांसद बृजभूषण शरण सिंह अपने इलाके में हेलिकॉप्टर से ही सफर करते हैं। बृजभूषण शरण सिंह की कोठी १५ एकड़ में बनी हुई है। इसमें एंट्री के लिए दो गेट हैं, इसमें जनता दरबार भी लगाया जाता है। कोठी के अंदर ही गेस्ट हाउस, पैâमिली कॉटेज और बड़ा सा जिम भी है, जहां बाहुबली सांसद खुद कसरत करते हैं। सांसद बृजभूषण शरण सिंह सिर्फ हेलिकॉप्टर और प्राइवेट जेट ही नहीं हैं, उनके काफिले में कई लग्जरी कारें भी हैं। उनके पास एंडिवर, फॉर्च्यूनर, स्कॉर्पियो सहित कई गाड़ियां हैं।
५ बीघे में बना है अस्तबल
बाहुबली सांसद के पास ५ बीघे में बना एक अस्तबल है। उनके पास अस्तबल में ४ काबुली नस्ल के घोड़े भी हैं। बृजभूषण शरण सिंह को घोड़ों से खास लगाव है। वह जिम के बाद घुड़सवारी करते हैं और घोड़ों को चने भी खिलाते हैं। सांसद बृजभूषण शरण सिंह के पास स्कूल और कॉलेजों की पूरी चेन है। खबरों की मानें तो उनके पास ४८ डिग्री कॉलेज हैं, जिसमें इंजीनियरिंग, नर्सिंग कॉलेज, मैनेजमेंट कॉलेज और कई इंटर कॉलेज शामिल हैं। उसके स्कूल-कॉलेज की चेन ४ जिलों, गोंडा, बलरामपुर, बहराइच, श्रावस्ती में पैâली हुई है।

 

नीतीश बाबू को सीएम पद से हटाने की बीजेपी की फुल फील्डिंग! …जदयू के दर्जनों नेता भाजपा के संपर्क में

– राजद प्रवक्ता के दावे ने सीएम की नींद उड़ाई
बिहार में कैबिनेट विस्तार के बाद लालू यादव की पार्टी ने बड़ा दावा किया है। गुरुवार को आरजेडी के प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि जेडीयू के दो दर्जन से ज्यादा विधायक बीजेपी के संपर्क में हैं। बीजेपी बिहार में किसी भी वक्त अपना मुख्यमंत्री बना सकती है। नीतीश को कुर्सी से हटा सकती है। मंत्रिमंडल विस्तार में बीजेपी की ताकत दिख गई। बीजेपी के २१ और जेडीयू के १३ मंत्री है। बीजेपी के पास कैबिनेट में बहुमत हो गया है। राजद प्रवक्ता के दावे से ये बात तो साफ हो गई है कि बिहार के सीएम नीतीश कुमार को सीएम पद से हटाने की बीजेपी ने फुल प्लानिंग कर ली है।
बता दें कि एजाज अहमद ने कहा कि २०१३ में नीतीश ने बीजेपी के मंत्रियों को कैबिनेट से बाहर किया था और अब बीजेपी बदला लेगी और नीतीश कुमार को कभी भी कैबिनेट से बाहर कर देगी। जेडीयू के दो दर्जन से अधिक विधायकों को जेडीयू के चार बड़े नेता बीजेपी की तरफ लामबंद कर चुके हैं और नीतीश को डराने का काम कर रहे हैं। ये चारों नेता बीजेपी के करीबी हैं। यही कारण है कि जेडीयू से नीतीश कुमार मंत्री नहीं बना पाए।

कुछ तो गड़बड़ है!
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को केंद्रीय मंत्री व `हम’ पार्टी के संरक्षक जीतन राम मांझी के कार्यक्रम में महज १५ सेकेंड का भाषण दिया और लौट गए। मांझी ने पटना में दलित समागम समारोह का आयोजन किया था और नीतीश मुख्य अतिथि के तौर पर पहुंचे थे। बीजेपी नेता व उप-मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी कार्यक्रम में बने रहे।

नीतीश के विधायक पर एफआईआर
भागलपुर में जेडीयू विधायक गोपाल मंडल समेत ५ लोगों के खिलाफ जान से मारने और घर पर कब्जा करने के लिए धमकी देने का मामला दर्ज किया गया है। पीड़ित शिक्षक सुनील कुमार कुशवाहा ने आरोप लगाया है कि विधायक ने उनके घर पर आकर जानलेवा हमला किया और सीने पर पिस्टल सटाकर जान से मारने की धमकी दी।

कैबिनेट विस्तार के बाद दावे से सियासी हड़कंप
आरजेडी के प्रवक्ता एजाज अहमद ने कहा कि चार जेडीयू नेताओं के माध्यम से ही जेडीयू के दो दर्जन से अधिक विधायक बीजेपी के संपर्क में हैं। सबसे ज्यादा अपने मंत्री बनाकर नीतीश कुमार की कुर्सी छीनने का प्रयोग बीजेपी ने सोची-समझी रणनीति के तहत किया है। बिहार में चुनाव तक बीजेपी अपना मुख्यमंत्री चाहती है। वैâबिनेट में बहुमत होने के साथ ही बीजेपी बिहार में अपना एजेंडा चलाएगी।

आगरा का एक और `अतुल’, पत्नी पीड़ित `मानव’ ने मौत को गले लगाया … `प्लीज मर्दों का सोचो वरना कोई नहीं बचेगा!’


… ७ मिनट के वीडियो में छलका मर्द का दर्द

उत्तर प्रदेश के आगरा से एक चौंकाने वाला केस सामने आया है, जहां के टीसीएस मैनेजर ने पत्नी से परेशान होकर सुसाइड कर लिया। सुसाइड से पहले उन्होंने करीब ६ मिनट ५७ सेकंड का एक वीडियो बनाया। वीडियो में मानव शर्मा ने अपनी मौत का जिम्मेदार अपनी पत्नी को बताया है। इस मामले में मृतक के पिता ने थाना सदर में तहरीर दी है।
वीडियो में साफ देखा गया है कि मानव शर्मा ने गले में फंदा डाला है और रोते हुए एक वीडियो बनाया। वीडियो में उन्होंने कहा, ‘यह अधिकारियों, पुलिस और कानून के लिए है। कानून की आलोचना करने की जरूरत है वरना एक समय ऐसा आएगा जब कोई आदमी नहीं रहेगा, जिस पर आप इल्जाम लगा सको। मैं अपना बता देता हूं। मुझे पता चला कि मेरी वाइफ का अफेयर है। पर कोई बात नहीं। मुझे जाने से कोई दिक्कत नहीं है। मैं तो जाना चाहता हूं।’ उन्होंने आगे कहा, ‘मैं फिर भी यह कहना चाहता हूं कि मर्दों का सोचो। प्लीज सोचो। अरे, मर्दों के बारे में कोई तो बात करे। बेचारे बहुत अकेले हैं। पापा सॉरी, मम्मी सॉरी, अक्कू सॉरी। मेरे जाते ही सब कुछ ठीक हो जाएगा।’ उन्होंने वीडियो में यह बताया कि मैंने पहले भी कई बार सुसाइड अटेम्प्ट किया है। यह वीडियो २४ फरवरी का बताया जा रहा है।

`मैंने उन्हें ३ बार बचाया है’ -मानव शर्मा की पत्नी
मानव शर्मा की पत्नी निकिता शर्मा ने बताया कि उसके पति मानव ने तीन बार फांसी लगाने की कोशिश की थी। एक बार उसने खुद फंदा काटकर उनकी जान बचाई थी। इसके बाद वह उन्हें आगरा लेकर आई। निकिता के मुताबिक, मानव खुशी-खुशी उसे घर छोड़कर गए थे। उसने यह भी कहा कि यह गलत है कि मर्दों की कोई नहीं सुनता। निकिता ने आरोप लगाया कि मानव उनके साथ मारपीट करते थे और शराब पीते थे।

‘शक्ति विधेयक मंजूर न होना महायुति सरकार की विफलता!’

सामना संवाददाता / मुंबई
महिला अत्याचार के खिलाफ महाविकास आघाड़ी सरकार शक्ति कानून लाई थी, लेकिन राष्ट्रपति के हस्ताक्षर न होने के कारण यह विधेयक वापस लिया जा रहा है। यह महायुति सरकार की विफलता है। इस तरह का हमला करते हुए कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने मांग है कि सरकार सत्र में फिर से विधेयक पेश करें। मीडिया से बातचीत करते हुए विजय वडेट्टीवार ने कहा कि महिला अत्याचार की घटनाएं बढ़ रही हैं। ऐसे वक्त में शक्ति कानून की आवश्यकता है। इसके बावजूद राष्ट्रपति के हस्ताक्षर क्यों नहीं हुए? उन्होंने कहा कि इस मामले में सरकार की भूमिका निराशाजनक है इसलिए आगामी सत्र में सरकार को शक्ति विधेयक फिर से सदन में पेश करना चाहिए। उन्होंने कहा कि आवश्यक सुधार करके विधेयक को फिर से पेश किया जाए और राष्ट्रपति के पास फिर से भेजा जाए। वडेट्टीवार ने कहा कि महायुति सरकार के मंत्री असंवेदनशील बयान दे रहे हैं। इस दौरान उन्होंने सवाल उठाया कि क्या गृह राज्यमंत्री योगेश कदम और मंत्री सावकारे के बयान आरोपी को बचाने के लिए है। महिला पर अत्याचार होने पर उस पर सवाल उठाना आरोपी का समर्थन करने जैसा है। क्या हमारे मंत्रियों की इस भूमिका से मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री सहमत हैं?

महाकुंभ में रहा अव्यवस्थाओं का बोलबाला … योगी ने आस्था से किया खिलवाड़ … अखिलेश यादव का प्रहार

सामना संवाददाता / लखनऊ
प्रयागराज में एक तरफ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महाकुंभ को बेहद शानदार बताते हुए इसमें सहभागिता करने वालों को सम्मान कर रहे थे तो दूसरी ओर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कई गंभीर आरोप लगाए। अखिलेश यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने धर्म, आस्था और सेवा के महापर्व महाकुंभ की पवित्र भावना को ठेस पहुंचाते हुए राजनीतिक अवसरवाद तलाशने का काम किया है। अखिलेश ने कहा कि लोगों की आस्था से खिलवाड़ किया गया है। महाकुंभ में हर तरफ अव्यवस्थाओं का बोलबाला रहा।

उन्होंने कहा कि महाकुंभ को लेकर शुरू से भाजपा सरकार और मुख्यमंत्री की नीयत में खोट था। वह धार्मिक और आध्यात्मिक आयोजन को राजनीतिक रंग देने में जुटे रहे। मुख्यमंत्री को महाकुंभ में आस्था कम व्यापार और व्यापारिक लाभ ज्यादा दिखाई दिया। वे उसी हिसाब-किताब में जुटे रहे। उन्होंने धार्मिक आयोजन की पवित्रता को नष्ट करने का पाप किया। व्यवस्थाओं, भीड़ प्रबन्धन पर कोई ध्यान नहीं दिया। इसके चलते भगदड़ हुई और बड़ी संख्या में श्रद्धालओं को जान गंवानी पड़ी।

गंगा स्नान में `मौत’ से सामना! …जलस्तर बढ़ने से ऋषिकेश में गंगा नदी के बीच फंसे १०० श्रद्धालु बाल-बाल बचे

महाशिवरात्रि के अवसर पर ऋषिकेश के जानकी झूला घाट पर गंगा स्नान करने पहुंचे हरियाणा के १०० से अधिक श्रद्धालु अचानक बढ़ते जलस्तर के कारण बीच नदी में फंस गए। जब उन्होंने खुद को घिरा पाया तो घबराकर मदद के लिए चिल्लाने लगे। श्रद्धालुओं की चीख-पुकार सुनकर जानकी घाट के पास तैनात जल पुलिस ने तुरंत रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया और सभी को सुरक्षित बाहर निकाला। घटना शुक्रवार रात की है, जब गंगा का जलस्तर अचानक बढ़ गया और श्रद्धालु टापू पर फंस गए। सोशल मीडिया पर इस घटना का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें श्रद्धालुओं को बचाने के लिए जल पुलिस का साहसिक प्रयास साफ देखा जा सकता है।
मुनि की रेती थाना पुलिस के अनुसार, महाशिवरात्रि के दिन हरियाणा से श्रद्धालु ऋषिकेश पहुंचे थे और गंगा का जलस्तर कम देखकर वे बीच नदी में स्थित टापू पर स्नान करने चले गए। कुछ समय बाद टिहरी बांध से पानी छोड़े जाने के कारण गंगा का जलस्तर अचानक बढ़ गया, जिससे श्रद्धालु टापू पर फंस गए और मदद के लिए चिल्लाने लगे। मुनि की रेती थाना इंस्पेक्टर प्रदीप चौहान ने बताया कि जैसे ही जल पुलिस को इस घटना की जानकारी मिली, वे तुरंत मौके पर पहुंचे। जल पुलिस के जवान राजेंद्र सिंह, रवि राणा, विदेश चौहान, पुष्कर रावत और महेंद्र चौधरी ने अपनी जान जोखिम में डालकर श्रद्धालुओं को सुरक्षित बाहर निकाला।

हिमाचल में फटा बादल, बहीं गाड़ियां
हिमाचल प्रदेश में मूसलाधार बारिश के बीच कांगड़ा जिले में बादल फटा है और किन्नौर, कुल्लू व चंबा में नुकसान की खबरें हैं। कुल्लू में भंयकर बारिश के चलते नदी-नाले उफान पर हैं और कई गाड़ियां बह गर्इं हैं जबकि भुंतर सब्जी मंडी डूब गई है। वहीं, मंडी जिले के ओट में भारी लैंडस्लाइड के कारण चंडीगढ़-मनाली हाईवे बंद है।

सिर्फ अमेरिका ही नहीं, सऊदी अरब के लिए भी डंकी रूट … बॉर्डर पर बुलेट व बलात्कार का टॉर्चर! …बड़े पैमाने पर घुसपैठ करते रहे हैं इथोपियाई

हाल के दिनों में अमेरिका में शरण लेने की चाह में डंकी रूट अपनाने वालों और अवैध प्रवासियों को डिपोर्ट करने की खबरें सुर्खियों में रही हैं। अमेरिका ऐसा अकेला देश नहीं है, जहां बसने या रोजगार की चाहत में जाने के लिए लोग डंकी रूट अपनाते हैं। दुनियाभर के मुस्लिमों के लिए सऊदी अरब भी अमेरिका से कम नहीं है। वहां भी बड़े पैमाने पर मुस्लिम और अन्य धर्मों के लोग रोजगार के लिए जाना पसंद करते हैं। कुछ वैध वीजा लेकर वहां जाते हैं, जबकि कुछ लोग अवैध तरीके से डंकी रूट अपनाकर वहां पहुंचते हैं।
पूर्वी अप्रâीकी देश इथोपिया से बड़े पैमाने में लोग डंकी रूट के जरिए यमन की सीमा के सहारे सऊदी अरब में घुसपैठ करते रहे हैं। इस दौरान उन्हें सीमा पर गोलियां तक खानी पड़ती हैं। कई बार कई महिलाओं को बलात्कार की असहनीय पीड़ा भी झेलनी पड़ती है, बावजूद वे सऊदी अरब नहीं पहुंच पातीं। कुछ लोग तो रास्ते में दम तोड़ देते हैं, जबकि कुछ सीमा पर सऊदी सुरक्षा बलों की गोली का शिकार हो जाते हैं। एक ऐसे ही इथोपियाई नागरिक, जो अवैध प्रवासी बनने की चाहत में यमन सीमा पर सऊदी सुरक्षा बलों की गोली का शिकार हुआ, ने कहा कि रास्ता बहुत भयानक था। रास्ते में कई सड़ी-गली लाशें थीं और जब यमन-सऊदी की सीमा पर पहुंचे तो वहां सऊदी बलों की गोलियां खानी पड़ीं, जिसमें एक पैर गंवाना पड़ा। उसके साथ दर्जनों लोग सऊदी के नजरान प्रांत में रात के अंधेरे में घुसने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन दूसरी तरफ से भयानक गोलीबारी होने लगी।