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पहलगाम हमले से पाकिस्तान को आर्थिक नुकसान… ड्रग तस्करों ने बदला रूट!

-पाकिस्तान के हेंडलरों की आमदनी हुई ठप

-युद्ध की आशंका से तस्करों ने बाया अफगानिस्तान-दुबई का रास्ता चुना

-मोदी सरकार वर्षों से नशे की तस्करी रोक पाने में रही है असफल

फिरोज खान / मुंबई

पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तानी ड्रग्स तस्करों में हड़कंप मचा हुआ है। समुद्री मार्ग, बॉर्डर और एयरस्पेस बंद होने के कारण पाकिस्तानी ड्रग्स तस्करों की भारी मात्रा में नशीले पदार्थों की खेप ठप पड़ गई है। ऐसे में पाकिस्तानी तस्करों ने अपना रूट बदल दिया है। पहले ड्रग्स तस्करों का रूट ईरान से अरब सागर के रास्ते पाकिस्तान और फिर लक्षद्वीप तक था। इसी रूट से ड्रग्स कोमोरोस आइलैंड और ऑस्ट्रेलिया भी ड्रग्स का माल सप्लाई होता था। समुद्र के रास्ते ड्रग्स केरल पहुंचकर वहां से कर्नाटक, गोवा और महाराष्ट्र कोस्ट में आता था। इस तरह की तस्करी पानी वाले जहाजों से होती है। एक रूट पाकिस्तान-ईरान से सीधे पोरबंदर गुजरात का है। पाकिस्तान के वेस्टर्न बॉर्डर कश्मीर तक ड्रग्स की सप्लाई ड्रोन और अंडरग्राउंड टनल से भी होती है, लेकिन अब युद्ध की आशंकाओं को देखते हुए ड्रग्स तस्करों ने अपना रास्ता बदलकर अफगानिस्तान और दुबई चुना है।
सूत्र बताते हैं कि भले ही ड्रग्स तस्करों ने अपना रूट बदला हो, बावजूद इसके अरबों रुपए की ड्रग्स की खेप पाकिस्तान में पड़ी हुई है। वहां से बड़े पैमाने पर नशीले पदार्थ की स्मगलिंग नहीं हो पा रही है। अफगानिस्तान में अफीम की खेती बड़े पैमाने पर होती है। अफीम से ही कई तरह के ड्रग्स तैयार किए जाते हैं। इन्हें बनाने का काम पाकिस्तान में होता है और वहीं से समंदर के रास्ते ड्रग्स भारत में पहुंचाया जाता था। जानकारों का कहना है कि भले ही तस्करों ने रूट बदला हो, लेकिन बड़ी मात्रा में तस्करी नहीं हो पा रही है। नतीजतन, पाकिस्तान के हेंडलरों की आमदनी भी ठप पड़ गई है। पाकिस्तान सिर्फ भारत ही नहीं, अंतराष्ट्रीय ड्रग्स तस्करों की मदद से दुनियाभर में ड्रग्स सप्लाई करता है। मुंबई में अलग-अलग बंदरगाहों पर हेरोइन की खेप पाकिस्तान के बलूचिस्तान से आती है। मुंबई और दिल्ली ऐसे शहर हैं, जहां हेरोइन की सबसे ज्यादा खपत है। नशीले पदार्थों की तस्करी और उससे होनेवाली आमदनी का पैसा ज्यादातर आतंकी संगठनों को पहुंचता है, उन्हीं पैसों से आतंकी संगठन फलते-फूलते हैं। मोदी सरकार कई सालों से चले आ रहे ड्रग्स माफियाओं पर कंट्रोल नहीं कर पाई है। मुंबई और देशभर में मिल रहे ड्रग्स के जखीरों से यह स्पष्ट हो जाता है कि ड्रग्स तस्करी का कारोबार धड़ल्ले से चल रहा है।

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