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भाजपा से नाराज राजा भैया के पिता ने कहा, ‘5 साल मुस्लिम तुष्टिकरण करने के बाद चुनाव में हिंदू की भाषा बोल रहे!

मनोज श्रीवास्तव / लखनऊ

जनसत्ता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश के प्रतापगढ़ की कुंडा विधानसभा सीट से विधायक राजा भैया उर्फ रघुराज प्रताप सिंह के पिता उदय प्रताप सिंह ने भारतीय जनता पार्टी के दोहरे चरित्र पर हमला किया है। उन्होंने कहा कि पांच साल तक तो ये मुस्लिमों का तुष्टिकरण करते रहे और अब एक बार फिर से बीजेपी ने हिंदू भाषा बोलना शुरू कर दिया है। उदय प्रताप सिंह के इस बयान को लेकर कई तरह के कयास लगने शुरू हो गए हैं। उनकी नाराजगी से उत्तर प्रदेश के क्षत्रिय राजपूत समाज में भाजपा को भारी पड़ सकती है। वैसे तो राजा भैया के पिता उदय प्रताप सिंह अक्सर राजनीति से दूर ही रहते हैं, लेकिन इस बार उन्होंने भारतीय जनता पार्टी को लेकर ऐसा बयान दिया है, जिसे लेकर अटकलें लगना शुरू हो गई हैं। उदय प्रताप सिंह ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट शेयर की, जिसमें लिखा, ‘बीजेपी के नेता अब हिंदू की भाषा बोल रहे हैं। पांच साल तक मुस्लिमों का तुष्टिकरण करने के बाद।’
राजा भैया के पिता उदय प्रताप सिंह का ये बयान ऐसे समय में आया है, जब राजा भैया प्रदेश की बीजेपी सरकार के ज़्यादातर फैसलों में साथ दिखाई देते हैं। पिछले दिनों हुए राज्यसभा चुनाव में भी राजा भैया ने समाजवादी पार्टी की जगह भाजपा के उम्मीदवार के समर्थन में वोट दिया था, जबकि समाजवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने भी उनसे मुलाकात की थी। यही नहीं खुद अखिलेश यादव ने उनसे फोन पर बात की थी। यही नहीं राजा भैया अयोध्या में राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम में भी शामिल हुए थे।
राजा भैया और उनके पिता उदय प्रताप के बीच अक्सर कई मुद्दों पर अलग-अलग रुख दिखाई देता है। वो कभी अपने बेटे के समर्थन में चुनाव प्रचार भी नहीं करते हैं। उन्होंने आज तक न तो कभी राजा भैया के लिए वोट मांगा और न ही कभी उनके साथ चुनाव मंच पर दिखाई दिए। बताते हैं कि खोजोगे तो आज तक उनकी राजा भैया की सभा या प्रचार करने की कोई तस्वीर नहीं मिलेगी। खबरों की मानें तो उदय प्रताप सिंह कहते हैं कि उन्हें किसी के आगे हाथ जोड़ना पसंद नहीं है, इसलिए वो चुनाव से दूर रहते हैं। उत्तर प्रदेश में उनकी अकेले की नाराजगी क्षत्रियों के जातीय संगठन करनी सेना, राजपूत सेना व क्षत्रिय मंच से ज्यादा असर करेगा। उनकी नाराजगी से भाजपा नेताओं के हाथ-पांव फूल गए हैं। प्रयागराज, प्रतापगढ़, कौशांबी, आंबेडकर नगर के अलावा फतेहपुर, जौनपुर, कानपुर, गोंडा और वाराणसी में भाजपा की गणित बिगाड़ देगी।

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