सामना संवाददाता / वसई
कलेक्टर गोविंद बोडके ने वसई-विरार शहर नगर निगम को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में 8 मार्च 2025 को सरकार द्वारा निर्धारित रिक्शा किराया बोर्ड लगाने का निर्देश दिया है। शहर में संतोष का माहौल बना हुआ है, क्योंकि अब मनमाना किराया वसूल कर आम यात्रियों का शोषण बंद हो जाएगा। जिला कलेक्टर ने ये निर्देश हाल ही में पालघर में पालघर जिला अध्यक्ष और ठाणे संपर्क प्रमुख हितेश जाधव और प्रहार जन शक्ति पार्टी के पदाधिकारियों के साथ हुई बैठक में दिए हैं।
प्रहार जन शक्ति पार्टी की ओर से वसई-विरार शहर के नागरिकों की रिक्शा यात्रा को सुविधाजनक बनाने और उनके बीच चल रही आर्थिक लूट को रोकने के लिए लंबी लड़ाई लड़ी गई। इसके लिए लोकतांत्रिक आंदोलन भी चलाया गया। अंततः प्रहार जन शक्ति पार्टी लगातार यह मांग करती आ रही है कि राज्य सरकार द्वारा निर्धारित दरों को सभी रिक्शा चालकों / मालिक संघों के लिए अनिवार्य किया जाए और इसके बोर्ड शहर के सभी आधिकारिक रिक्शा स्टैंडों और महत्वपूर्ण यातायात स्थानों पर लगाए जाएं। इस संबंध में स्थानीय प्रशासन से लेकर मंत्री स्तर तक इसकी पैरवी की जा रही थी। कलक्ट्रेट स्तर पर भी कई बैठकें हुईं। अंततः कलेक्टर ने वसई-विरार शहर नगर निगम प्रशासन को इस संबंध में ठोस कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। इसी प्रकार जिला कलक्टर ने शहर में विभिन्न स्थानों पर यातायात जाम को नियंत्रण में लाने के लिए आवश्यकतानुसार एक ट्रैफिक गार्ड एवं परिवहन शाखा का एक कर्मचारी उपलब्ध कराने के भी निर्देश दिए हैं।
इस बैठक में पालघर कलेक्टर गोविंद बोडके, प्रहार के पालघर जिला अध्यक्ष / ठाणे संपर्क प्रमुख हितेश जाधव, क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी अतुल आडे, विरार यातायात शाखा के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक महेश शेट्टी, प्रहार के वसई तालुका अध्यक्ष दुषान्त पाटील, विरार शहर अध्यक्ष अतुल सावंत भोसले, वसई तालुका अल्पसंख्यक प्रभाग के अध्यक्ष सरताज खान आदि गणमान्य नागरिक एवं अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।