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मरीजों के बोझ ने किया बेहाल …साहब, कब तक उठाएं परेशानी, अब तो बढ़ा दें कर्मचारी

जेजे अस्पताल में अनिश्चितकालीन काम बंद हड़ताल
१,२०० से अधिक कर्मचारी हुए शामिल

सामना संवाददाता / मुंबई
जेजे अस्पताल में बीते कई सालों से बड़ी संख्या में कर्मचारी सेवानिवृत्ति हो रहे हैं, जबकि नई भर्तियां नहीं हो रही हैं। हालांकि, इस अस्पताल में मरीजों की संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है, जिसके बोझ ने इन कर्मचारियों को बेहाल कर दिया है। ऐसे में कल से चतुर्थ श्रेणी के १,२०० से अधिक कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू करते हुए घाती सरकार से गुहार लगाई है कि साहब हम कब तक परेशानी उठाएं, अब तो कर्मचारियों की संख्या को बढ़ा दें।
उल्लेखनीय है कि जेजे अस्पताल में १,२०० से अधिक चतुर्थ कर्मचारी कार्यरत हैं। बता दें कि सरकारी नियम के मुताबिक, हर ३० मरीज पर पांच वार्ड ब्वॉय होने चाहिए। हालांकि, वर्तमान में प्रत्येक ४० से ५० मरीजों पर एक वार्डब्वॉय काम कर रहा है, जिन्हें अलग-अलग और अतिरिक्त काम करना पड़ता है। इसके अलावा उन्हें इसके अलावा साप्ताहिक की छुट्टी के लिए भी संघर्ष करना पड़ता है। आलम यह है कि यदि आठ दिन की छुट्टी लेनी होती है, तो उन्हें प्रशासन को स्पष्टीकरण देना होता है। इसलिए कर्मचारियों ने पिछले ९ से १० सालों से रिक्त हुए पदों को तत्काल भरने के लिए कर्मचारियों की तुरंत भर्ती की मांग को लेकर हड़ताल की शुरू की गई है।
हमारी मांगों पर नहीं है किसी का ध्यान
जेजे अस्पताल में इस समय ३५० चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों के पद रिक्त हैं, जिसे भरने का अधिकार अस्पताल प्रशासन स्तर पर लिया जा सकता है। जेजे समूह अस्पताल के चतुर्थ श्रेणी राज्य सरकारी कर्मचारी संगठन के कृष्णा रेणोसे ने कहा कि हमारी मांगों की ओर जाय ध्यान नहीं देता है। यदि हमारी मांगें तत्काल मान्य नहीं होती हैं तो मुंबई के चार प्रमुख अस्पतालों में भी सभी कर्मचारी काम बंद हड़ताल शुरू करेंगे।

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