अनिल मिश्रा / उल्हासनगर
बदलापुर के विद्यालय में मासूम के साथ घाटी घटना की पुनरावृत्ति उल्हासनगर में भी घटित हो सकती है, जिसकी मिशाल उल्हासनगर महानगरपालिका विद्यालय के परिसर में बनाए गए बाल दुग्धपान हिरकनी कक्ष राम भरोसे चल रहा है। जिसे शराबीयो ने अपना अड्डा बना रखा है। बाल दुग्धपान मे शराब की बोतल के साथ अन्य सामान साफ दिखाई दे रही हैं। अब सवाल उठाने लगा है की दुग्धपान कक्ष में पुरुष को वर्जित है। उसमें शराब कैसे गई? कौन शराबी शराब की बोतल विद्यालय के अंदर के कक्ष में ले गया? विद्यालय प्रशासन व महानगरपालिका को चाहिए कि जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करे, ऐसी मांग राकापा (शरदचंद्र पवार) पक्ष के विधार्थी सेल के अध्यक्ष नरेश गायकवाड ने किया है।
बता दें कि उल्हासनगर कैंप नंबर-3, फारवर लाइन परिसर में उल्हासनगर महानगरपालिका का विद्यालय क्रमांक 29 व 8 है। विद्यालय के बगल ही डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर के नाम पर महानगरपालिका का प्रतियोगिता परीक्षा या फिर अन्य प्रतियोगिता के लिए सर्व सुविधा से संपन्न वाचनालय है। वहां पर बालकों को माता दूधपान करा सके, इसके लिए दुग्धपान के लिए हिरकणी कक्ष बनाया गया है। इस कक्ष में दूध के बदले रात को दारू पीने का दौर शुरू है। इस बात का खुलाशा नरेश गायकवाड ने किया है। नरेश गायकवाड ने शुक्रवार को युक्त मामले की शिकायत विद्यालय प्रशासन के साथ ही महानगरपालिका की महिला आयुक्त मनिषा आव्हाले से की है।
नरेश गायकवाड ने बताया की महाराष्ट्र में इन दिनों महिलाओं के साथ छेडछाड़, बलात्कार जैसी घिनौनी घटना चरम पर बढ़ रही है। पुलिस प्रशासन से लेकर सरकार लाचार साबित हो रही है। इसके वावजूद मनपा प्रशासन ऐसे कृत्य को रोकने में जागरूक नहीं है। वाचनालय से करीब दो सौ मीटर की दूरी पर पुलिस उपआयुक्त कार्यालय परिमंडल चार है। बगल मे ही मध्यवर्ती पुलिस स्टेशन है। पुलिस प्रशासन के लिए यह घटना मुसीबत न बन जाय। इसके लिए पुलिस प्रशासन को आगे आने की जरूरत है।
इस विषय पर उल्हासनगर मनपा के जनसंपर्क अधिकारी अजय साबले से उनकी प्रतिक्रिया जानने के लिए मोबाइल पर संपर्क किया गया, परंतु उन्होंने किसी भी तरह की प्रतिक्रिया नहीं दिए।