सामना संवाददाता / मुंबई
पुणे में एक २६ वर्षीय युवती के साथ बस में बलात्कार की चौंकाने वाली घटना में विवादित बयान देने वाले गृह राज्यमंत्री योगेश कदम की जमकर आलोचना हो रही है। इस बलात्कार के मामले पर गृह राज्य मंत्री योगेश कदम ने बचकाना बयान देते हुए कहा कि युवती ने शोर-शराबा नहीं किया और न ही विरोध किया इसलिए आरोपी अपराध करने में सफल हुआ। उनके इस बयान पर मविआ के तमाम नेताओं ने कड़ा रोष व्यक्त किया है और उनकी मंत्रिमंडल से बर्खास्तगी की मांग की है।
इस मामले में फरार आरोपी व कुख्यात अपराधी दत्तात्रेय गाडे को पुलिस ने चौथे दिन पकड़ लिया है। आरोपी को स्वारगेट पुलिस टीम ने शुक्रवार रात डेढ़ बजे शिरूर तालुका के गुणाट गांव से हिरासत में लिया, लेकिन इस मामले में गृह राज्यमंत्री का बयान चौंकाने वाला है। योगेश के इस बयान को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन सावंत ने उनके इस्तीफे की मांग की है।
उन्होंने कहा कि पुणे में हुई इस वीभत्स घटना पर योगेश कदम ने जो असंवेदनशील बयान दिया, वह दुर्भाग्यपूर्ण है। आम जनता ऐसी घटनाओं पर दुख और अफसोस जता रही है, राज्य के एक मंत्री ने ऐसा बयान दिया है। उनके इस बयान से पुलिस प्रशासन और आरोपी को बल मिलेगा। उन्होंने आगे कहा कि योगेश कदम जैसे असंवेदनशील व्यक्ति को मंत्रिमंडल में क्यों रखा जाए? यह सवाल खुद को देवेंद्र फडणवीस को पूछना चाहिए। उन्हें मंत्रिमंडल से तत्काल बर्खास्त किया जाना चाहिए।