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महाराष्ट्र की मिट्टी में नहीं है पाखंड, छल, षड्यंत्र के लिए जगह! टपकने लगा नया संसद भवन …घुटन भरे हालात में काम कर रहे सांसद …संजय राऊत का जोरदार हमला

सामना संवाददाता / मुंबई
कम समय में कितने घटिया काम हुए हैं और कितनी बड़ी कमीशनबाजी हुई है, यह अब स्पष्ट तौर पर दिखाई देने लगा है। महाराष्ट्र में समृद्धि महामार्ग, अटल सेतु में भी भ्रष्टाचार हुआ इसलिए यदि संसद में पानी टपक रहा है अथवा उसकी सीढ़ियों तक पानी पहुंचेगा तब भी आश्चर्यजनक बात नहीं है। संसद का ऐतिहासिक भवन खड़ा है। इसके बावजूद केवल अहंकार और जिद में इस नई इमारत को बनाया गया। आज भी वहां सांसद घुटन भरी अवस्था में काम कर रहे हैं। इस तरह का जोरदार हमला शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) नेता व सांसद संजय राऊत ने किया।
उल्लेखनीय है कि बड़े ताम-झाम से बने नए संसद भवन टपकने लगा है, जिसके नीचे बाल्टी रखनी पड़ रही है। इसके साथ ही संसद परिसर में पानी जमा हो गया है। इस पर शिवसेना सांसद संजय राऊत ने मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि अयोध्या में राम मंदिर में भी लीकेज हुआ। वह भी काम सही से नहीं हुआ। इन्हें अपने ठेकेदारों को हजारों, लाखों करोड़ रुपयों का काम देकर इलेक्टोरल बॉन्ड के माध्यम से पैसा जमा करना है। ये लोग सड़क और पुलों तक ही नहीं अब संसद की इमारत तक पहुंच गए हैं इसलिए देश की राष्ट्रीय अस्मिता कहीं भी नहीं बची है। इस सवाल को पूछनेवाले को देशद्रोही ठहराया जाता है। उसे संसद से निलंबित कर दिया जाता है। केस दर्ज कराए जाते हैं। संसद सत्र शुरू होने के दौरान इस तरह की परिस्थिति होगी तो उन पर जनता के मन में सवाल खड़ा नहीं होना चाहिए क्या? इस तरह का सवाल संजय राऊत ने किया। उन्होंने कहा कि मुंबई की स्थिति देखिए। मनपा में जनता द्वारा चुने जानेवाले नगरसेवकों का राज न होने से मुंबई की सड़कों और बुनियादी सुविधाओं की दुर्दशा हुई है। दिल्ली में गृह मंत्रालय के प्रतिनिधि एलजी के हाथों में सत्ता है। केजरीवाल के मुख्यमंत्री होते हुए भी उन्हें जेल में डाला गया और मंत्रियों को भी काम नहीं करने दिया जा रहा है। एलजी के माध्यम से दिल्ली चलाई जा रही है और दिल्ली की भी अवस्था विकट हो गई है। संजय राऊत ने हमला बोलते हुए कहा कि जवाब मांगे जाने का अधिकार सत्ताधारियों को ही है। यह सब वे सत्ता में है इसलिए नहीं, बल्कि हमारे विरोधी दल में होने के कारण घट रहा है। हमसे ही सवाल पूछे जा रहे हैं।
महाराष्ट्र की बिकट अवस्था के लिए फडणवीस जिम्मेदार!
देवेंद्र फडणवीस और उनके गिरोह का भाजपा व संघ की विचारधारा से कोई संबंध नहीं है। संघ की एक लंबी परंपरा है, लेकिन देवेंद्र फडणवीस ने गद्दारों के गिरोह को साथ लेकर ओछी और गंदे तरीके की राजनीति की, जिसका परिणाम आज महाराष्ट्र भुगत रहा है। महाराष्ट्र की अवस्था बिकट हो गई है।

हमसे भिड़कर देखिए, फडणवीस को चुनौती
संजय राऊत ने कहा कि भिड़कर हमारा क्या कर लोगे? केवल हमारे पीछे पुलिस, ईडी अथवा सीबीआई लगा दोगे। यदि भिड़ने का विचार कर रहे हो, तो जेल में बंद ईडी के एजेंट रोमी भगत किसका आदमी है और उसके जरिए हजारों करोड़ रुपए किसने इकट्ठा किए पहले यह बताओ। हमारी चुनौती है कि भिड़कर दिखाओ। विधानसभा चुनाव में हमसे भिड़े तो हम आपकी चर्बी उतार देंगे, इसलिए ये बचकानी बातें बंद करो। संजय राऊत ने कहा कि शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने बुधवार को आलोचना नहीं की, बल्कि तलवार निकाली और घाव कर दिया। देवेंद्र फडणवीस संघ विचारक हैं। इस संघ विचारधारा वाले व्यक्ति ने महाराष्ट्र में किस संस्कृति, नीति, नियम का पालन किया? इसलिए जो लोग संघ को सुसंस्कृत, प्रखर राष्ट्रवादी और दृढ़ निश्चयवादी मानते हैं, उनके लिए मैं फडणवीस का उदाहरण देता हूं। मनुष्य कितना अनीतिमान, असभ्य, भ्रष्ट और क्रूर हो सकता है। फडणवीस कपटी, षड्यंत्रकारी संघ का चेहरा हैं। ऐसे लोगों की वजह से ही संघ बदनाम हुआ है।

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