एम एम एस
२३ मई को दोपहर। इंदौर के नवविवाहित जोड़े राजा रघुवंशी और सोनम शादी के बाद हनीमून के लिए मेघालय की राजधानी शिलांग गए थे। २० मई को शिलांग पहुंचे थे। दोनों की अपने परिवारवालों से बातचीत होती रहती थी। आज राजा ने अपनी मां से बात की थी। सोनम ने भी अपनी सास से बात की थी। जब मां ने राजा से पूछा, ‘क्या तुमने खाना खाया है?’ तो राजा ने जवाब दिया कि वह केला खा रहा है। दोनों के बीच पहाड़ों पर जाने की बात हुई। फोन पर मां-बेटे के बीच यह आखिरी बातचीत थी। उस दिन के बाद जब बातचीत नहीं हुई तो परिवार का चिंतित होना स्वाभाविक था।
२३ मई को दोपहर १.४३ बजे दोनों लापता हो गए। ११ दिन की तलाश के बाद २ जून को राजा रघुवंशी का शव मिला। शव सोहरा के वेइसोडोंग झील के पास एक गहरी घाटी में मिला। उनकी पत्नी सोनम लापता हैं। उनका पता नहीं चला है। परिवार को आशंका है कि उनका अपहरण कर लिया गया है। पुलिस ने इसे हत्या मानकर जांच शुरू कर दी है, लेकिन सवाल यह है कि राजा की हत्या किसने की? और सोनम कहां है?
इंदौर के इस नवविवाहित जोड़े ने खूबसूरत जिंदगी के सपने देखे थे, लेकिन एक भयानक हादसे ने सब बर्बाद कर दिया। राजा के बड़े भाई सचिन रघुवंशी के मुताबिक, ‘यह दुर्घटना नहीं बल्कि हत्या है। मेरे भाई की हत्या की गई है। हम इस मामले की सीबीआई जांच की मांग करते हैं। हम किसी भी कीमत पर अपनी बहू सोनम को ढूंढ़ना चाहते हैं।’ राजा (२९) और सोनम (२७) की शादी ११ मई को इंदौर में हुई थी। परिवार इस शादी से खुश था। गोवा की बजाय राजा और सोनम ने नॉर्थ-ईस्ट की खूबसूरती देखने के लिए शिलांग जाने का प्लान बनाया। उन्होंने दो महीने पहले ही टिकट बुक करा लिए थे। २० मई को दोनों असम में कामाख्या देवी के दर्शन कर शिलांग पहुंचे। २२ मई को वे किराए के स्कूटर से मावलखियात गांव गए। वहां नोंगरियत गांव में मशहूर ‘लिविंग रूट ब्रिज’ देखने के लिए वे ३,००० सीढ़ियां नीचे उतरे। रात को वे एक होमस्टे में रुके। २३ मई की सुबह वे वहां से निकले। कुछ घंटे बाद वे लापता हो गए।
२४ मई को उनकी स्कूटी शिलांग-सोहरा रोड पर एक वैâफे के पास खड़ी मिली थी। यह जगह राजा की लाश मिलनेवाली जगह से २५ किलोमीटर दूर है। जीपीएस ट्रैकर से पता चला कि २३ मई को स्कूटी कुछ देर के लिए मवाकमा के एडी व्यू पॉइंट पर रुकी थी। ११ दिन बाद २ जून को ड्रोन की मदद से गहरी घाटी में राजा की लाश मिली। लाश क्षत-विक्षत थी। चेहरा पहचान में नहीं आ रहा था। हाथ पर ‘राजा’ नाम के टैटू और स्मार्टवॉच से लाश की पहचान हुई। लाश के पास खून से सना एक धारदार हथियार, एक महिला की सफेद शर्ट, ४० कारतूसों की एक पट्टी, एक टूटा हुआ मोबाइल और राजा की स्मार्टवॉच मिली। फिलहाल, पुलिस अलग-अलग एंगल से हत्या कांड की जांच कर रही है।
सोनम और सास के बीच हुई आखिरी बातचीत
सास- बेटा, तू वैâसी है? मैं साबूदाना फलाहार बना रही थी तो तेरी याद आई गई कि आज तो मेरी बहू की ग्यारस है। उपवास रखा है न?
सोनम- हां मां, मैंने इन्हें साफ कह दिया था कि मैं घूमने-फिरने के चक्कर में अपनी ग्यारस नहीं तोड़ूंगी।
सास- बेटा, तू इतनी हांफ क्यों रही है? कुछ खा लेना, वहां उपवास का मिले तो।
सोनम- मां, यहां कुछ भी ढंग का खाने-पीने को नहीं मिल रहा है। अभी एक जगह कॉफी पी तो ऐसा लगा न जाने क्या पी रहे हैं।
सास- अभी तुम लोग कहां हो?
सोनम- मां, ये घूमने जंगल में ले आए हैं। यहां खूब खड़ी और कठिन चढ़ाई है।
सास- तो तुम लोग वहां क्या देखने गए हो, नीचे से ही देख लेते।
सोनम- हम झरना देखने गए थे।
सास- सांस फूल रही है न।
सोनम- हां, दम फूल रहा है, आपसे बाद में बात करती हूं।
सास- हां बेटा, तुम्हारा फोन लग गया, अब हम निश्चिंत हैं। तू उपवास का कुछ खा लेना।