मुख्यपृष्ठअपराधअंतर्वेग : गुमशुदगी ने खोला कत्ल का राज!

अंतर्वेग : गुमशुदगी ने खोला कत्ल का राज!

नागमणि पांडेय

नए प्रेमी के साथ मिलकर पुराने प्रेमी के साथ खूनी खेल ने हैरान कर दिया है। प्रेमिका अचानक गायब हो गई और घरवालों को बताया कि उसके प्रेमी ने उसे अगवा कर लिया है। घरवालों ने उसके प्रेमी के खिलाफ इस मामले की शिकायत पुलिस में दर्ज करा दी। इसके बाद प्रेमिका ने प्लान के अनुसार पुराने प्रेमी को शादी करने के बहाने बुलाया और शराब में बेहोशी की दवा डालकर पिला दी। उसके बेहोश होते ही प्रेमिका ने नए प्रेमी के साथ मिलकर उसकी हत्या कर उसके चेहरे को जला दिया। हत्या के बाद ही नए प्रेमी से शादी कर ली, लेकिन प्रेमिका के इस खूनी खेल का पर्दाफाश कुछ ही दिनों में ही हो गया। प्रेमिका की गुमशुदगी की शिकायत ने कत्ल का राज खोलकर रख दिया।
पुलिस निरीक्षक बहसूमा संतोष कुमार सिंह ने बताया कि १९ फरवरी को मेरठ के बहसूमा क्षेत्र ग्राम मोड़कलां प्रधान कृष्णपाल के गन्ने के खेत से अधजला शव बरामद हुआ था। शव की पहचान न होने पर उसे पोस्टमार्टम के लिए भेज कर पुलिस ने उसका अंतिम संस्कार किया। पुलिस ने जिले में शवों की तस्वीरें प्रसारित कीं और लापता लोगों के बारे में जानकारी मांगी। इसी बीच जानी थाना पुलिस ने बताया कि एक लड़की ललिता पुत्री सहेंद्री निवासी ग्राम डाहर थाना सरूरपुर की गुमशुदगी दर्ज की गई है। बताया कि ललिता की आखिरी लोकेशन १८ से १९ फरवरी के बीच बहसूमा थाना क्षेत्र में मिली थी। बहसूमा पुलिस को बताया गया कि ललिता के परिजनों ने उसके प्रेमी गौरव कुमार (२५) पुत्र राकेश कुमार निवासी गांव डहर सरूरपुर पर भी उसके अपहरण का आरोप लगाया है। गौरव के परिजनों ने सरूरपुर थाने में गुमशुदगी की शिकायत भी दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने इसे दर्ज नहीं किया। गौरव के फोन की आखिरी लोकेशन भी बहसूमा थाना क्षेत्र के गांव मोड़कलां में मिली। इस पर बहसूमा पुलिस ने गौरव और ललिता के मोबाइल की डिटेल खंगाली तो पता चला कि ललिता बहसूमा थाना क्षेत्र के गांव बटावली निवासी ४५ वर्षीय मोहकम सिंह पुत्र धन सिंह से बात करती थी।
ठेकेदार से करती थी प्रेम
१८ फरवरी को मोहकम सिंह, ललिता और गौरव की आपस में बातचीत हुई। ललिता गौरव और मोहकम से लंबी-लंबी बातें करती थी। सरूरपुर पुलिस ने जानकारी की तो पता चला कि ललिता और गौरव अभी तक नहीं मिले हैं। सर्विलांस की मदद से बहसूमा पुलिस ने मोहकम सिंह, ललिता और उसके दोस्त भानु पुत्र धर्म सिंह निवासी मोहल्ला कोटला मीरापुर मुजफ्फरनगर को ग्राम अकबरपुर सादात झुनझुनी नहर पुल से उसे गिरफ्तार कर लिया। जब उससे सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने गौरव की हत्या करने की बात स्वीकार कर ली। पुलिस को ललिता ने बताया कि वह जीके फर्टिलाइजर्स प्राइवेट लिमिटेड में काम करती थी, जहां उसका ठेकेदार मोहकम सिंह से प्रेम प्रसंग हो गया। वह उससे शादी करना चाहती थी लेकिन गौरव बीच में आ रहा था। गौरव और मोहकम सिंह के बीच कई बार फोन पर इस बात को लेकर तकरार भी हुई थी। ऐसे में अपने रास्ते से गौरव का कांटा निकालने के लिए उन्होंने साजिश रची और फिर साजिश के तहत दोनों ने मिलकर इस हत्याकांड को अंजाम दे दिया।

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