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संपादकीय

संपादकीय : एक बर्बाद कालखंड

मोदी को प्रधानमंत्री बने ११ साल हो गए हैं, इस बात को लेकर उनके भक्तों में खुशी का माहौल होना चाहिए। यह भक्त मंडली...

संपादकीय : दिल दहला देने वाली दुर्घटना

गुजरात में हुए विमान हादसे से पूरा देश स्तब्ध है। गुरुवार दोपहर अमदाबाद से लंदन जा रहा एयर इंडिया का एक विमान उड़ान भरने...

संपादकीय : नगरपालिका चुनावों की ओर…

निष्पक्ष चुनाव को लेकर मौजूदा फडणवीस सरकार की ‘रिपोर्ट' अच्छी नहीं है। पिछले कई सालों से ये लोग किसी न किसी वजह से स्थानीय...

संपादकीय : मुंब्रा दुर्घटना रेलवे का ही पाप है!

सोमवार को मुंब्रा में हुए भीषण हादसे ने एक बार फिर यह दिखा दिया कि लोकल यात्रियों की जिंदगी कितनी क्षणभंगुर है और रेल...

संपादकीय : मेकअप उतर गया!

राहुल गांधी के महाराष्ट्र चुनाव में ‘मैच फिक्सिंग' का आरोप लगाते ही भारतीय जनता पार्टी के शरीर में आगिया वेताल प्रवेश कर गया है।...

संपादकीय :  रामसभा की पवित्रता!

अयोध्या में राम मंदिर के प्रथम तल पर भव्य राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा हो गई है। यह धार्मिक समारोह गुरुवार को आयोजित किया...

रोखठोक : पराक्रम वास्तव में किसने किया?

संजय राऊत दुनिया को ‘ऑपरेशन सिंदूर’ कार्रवाई की जानकारी देने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने कई देशों में सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल भेजकर बहार ला दी। भारतीय...

संपादकीय : व्हाइट हाउस की हार!

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने सनकी और अहंकारी स्वभाव के कारण न केवल विश्व राजनीति में बल्कि खुद अमेरिका में भी दिन-ब-दिन अलग-थलग पड़ते...

संपादकीय : दुनिया को ‘मोदी’ नहीं चाहिए!

नरेंद्र मोदी विश्वगुरु बन गए हैं, ऐसा डंका पीटनेवाले अंधभक्तों को सोचने पर मजबूर कर देनेवाली खबरें आ रही हैं। पूरी दुनिया में भारत...

संपादकीय :  तीन पार्टियों का तमाशा…

महाराष्ट्र में फडणवीस, शिंदे और अजीतदादा की महागठबंधन सरकार में इस समय जोरदार नाराजगी की नौटंकी चल रही है। प्रचंड बहुमत वाली सरकार में...

रोखठोक : प्रगतिशील महाराष्ट्र की कठिन राह… शंखनाद से भैंसे के सींग

संजय राऊत २०१४ के बाद के कालखंड को भारतीय लोकतंत्र को मटियामेट करने वाले दशक के रूप में देखा जाना चाहिए। २०१४ के बाद भारतीय...

संपादकीय : देवेंद्र मध्यवर्ती कारागृह

भ्रष्टाचार करो और खुशी-खुशी भाजपा में शामिल हो जाओ। हम ऐसे युग में रह रहे हैं, जहां सभी अपराध और दंड माफ किए जा...

संपादकीय :  अब `वे’ मणिपुर जाएंगे!

यह अब कोई रहस्य नहीं रह गया है कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का क्या चल रहा है। प्रधानमंत्री जगह-जगह पर राजकीय सम्मान के...

संपादकीय : झूठों का विश्वविद्यालय…चौथी अर्थव्यवस्था का रहस्य

मोदी सरकार झूठों का गंवार विश्वविद्यालय है। लगता है कि गृहमंत्री अमित शाह को उस विश्वविद्यालय का कुलपति चुन लिया गया है। अमित शाह...

संपादकीय :  हां, बालासाहेब होते तो…

अमित शाह देश के अब तक के सबसे कमजोर गृहमंत्री हैं। उनके कार्यकाल में भारत में सुरक्षा और कानून व्यवस्था और भी ज्यादा खस्ताहाल...
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