राधेश्याम सिंह / विरार
वसई-विरार शहर महानगरपालिका का फर्जी लेटरहेड, लोगो, गोल मुहर और महानगरपालिका के उपसंचालक के जाली हस्ताक्षर का उपयोग किए जाने का सनसनी खेज मामला सामने आया है। इस मामले में महानगरपालिका के नगररचना विभाग के उपसंचालक वाय.एस.रेड्डी ने नायगांव पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज करवाया है। मिली जानकारी के अनुसार, वसई-विरार शहर महानगरपालिका के नगररचना विभाग के उपसंचालक के पद पर वाय.एस.रेड्डी कार्यरत हैं। उनकी देख-रेख में उपरोक्त विभाग का कार्यभार होता है। दर्ज एफआईआर के अनुसार, 29 अप्रैल 2025 को उपसंचालक वाय.एस.रेड्डी ने नायगांव पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराया है कि मार्च 2025 के पहले और 4 अप्रैल 2025 के दरम्यान नायगांव-पूर्व मौजे जूचंद्र स्थित सर्वे नं.(जुना) 261/1,262/1(पीटी) 263/1 व आदि जगह आरोपी ने वसई-विरार शहर महानगरपालिका के लेटरहेड, लोगो और गोल मुहर का इस्तेमाल किया और वसई-विरार महानगरपालिका के उप संचालक (वाय.एस. रेड्डी) के जाली हस्ताक्षर भी किया। उसके बाद, जाक्र/879/2024-25 दिनांक 03/12/2024, परेरा बिल्डर्स और एनकॉन कंसल्टेंट्स के नाम “फर्जी अधिभोग प्रमाण पत्र” और जाक्र 05/2024-2025 दिनांक 17/08/2024 एथेनी परेरा के नाम “विषय स्थल का ऑन-साइट निरीक्षण” और उपसंचालक वाय.एस.रेड्डी के जाली हस्ताक्षर से फर्जी दस्तावेज बनाकर विभाग और महानगरपालिका को धोखाधड़ी की। नायगांव पुलिस ने शिकायतकर्ता (वाय.एस.रेड्डी) की शिकायत पर परेरा डेवलपर्स, वेन्क्ले डेवलपर्स, सुप्रीम कंस्ट्रक्शन वन के बिल्डर तथा अन्य भागीदारी और साथीदार के ऊपर भारतीय न्याय संहिता 318 (4),336 (3),338,340 (2),341,3(5) के तहत एफआईआर दर्ज कर लिया है। मामले की जांच सहायक पुलिस निरीक्षक विनोद वाद्य कर रहे हैं।