मुख्यपृष्ठनए समाचारधरती हो सकती है तबाह! ...टकराएगा विशाल क्षुद्रग्रह

धरती हो सकती है तबाह! …टकराएगा विशाल क्षुद्रग्रह

७२ फीसदी संभावना है
नासा ने जारी की चेतावनी
 रोकने का नहीं कोई उपाय
एजेंसी / वाशिंगटन
एक विशाल क्षुद्रग्रह तेजी से धरती की ओर बढ़ रहा है। इसके टकराने से प्रलय जैसा नजारा सामने आ सकता है। धरती तबाह हो सकती है। यह किसी ज्योतिषी की भविष्यवाणी नहीं बल्कि अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का आकलन है। नासा के अनुसार, यह विशाल क्षुद्रग्रह २०३८ में धरती से टकराएगा।
नासा के अनुसार, एक अभ्यास के दौरान इस बात का पता चला कि विशाल क्षुद्रग्रह (एस्टेरॉयड) धरती से टकरा सकता है। नासा को ये भी पता चला है कि इसके टकराने की संभावना ७२ फीसदी है और इसे रोक पाने के लिए अभी धरती पर पूरी तैयारी नहीं है। नासा की अधिकृत रिपोर्ट के अनुसार, अप्रैल में एजेंसी ने पांचवां प्लैनेटरी डिफेंस इंटरएजेंसी टेबलटॉप अभ्यास आयोजित किया था, जिसमें अमेरिकी सरकारी एजेंसियों और अंतर्राष्ट्रीय सहयोगियों के लगभग १०० प्रतिनिधि शामिल थे।

इन्फ्रारेड टेलीस्कोप खोलेगा राज
नीयो सर्वेयर एक इन्फ्रारेड स्पेस टेलीस्कोप है, इसके जरिए अंतरिक्ष की काफी जनकारी मिलेगी। इसे विशेष रूप से इंसान की क्षमता को तेज करने के लिए डिजाइन किया गया है ताकि वे संभावित रूप से खतरनाक नियर-अर्थ ऑब्जेक्ट्स को कई साल पहले खोज सकें। नासा का नीयो सर्वेयर जून २०२८ में लॉन्च किया जाएगा।

दोपहर २.२५ बजे धरती से टकराएगा एस्टेरॉयड!
विशेष अभियान में नासा ने की खोज
नासा ने एक खतरनाक विशाल क्षुद्रग्रह के धरती से टकराने की भविष्यवाणी की है। यह क्षुद्रग्रह अमेरिकी समयानुसार, दोपहर २ बजकर २५ मिनट पर पृथ्वी से टकराएगा। गत २० जून को मैरिलैंड स्थित जॉन्स हॉपकिन्स एप्लाइड फिजिक्स लैबोरेटरी में इसके मुख्य निष्कर्ष जारी किए गए। नासा ने क्षुद्रग्रह के खतरे का प्रभावी ढंग से जवाब देने की पृथ्वी की क्षमता का जवाब देने के लिए एक अभियान किया था, जिसमें इस बात का पता चला।
नासा के अनुसार, अभ्यास से विभिन्न परिदृश्यों में उत्पन्न जोखिमों, प्रतिक्रिया के विकल्पों और सहयोग के अवसरों के बारे में मूल्यवान जानकारी हासिल हुई है। वाशिंगटन स्थित नासा मुख्यालय में ग्रह रक्षा अधिकारी लिंडले जॉनसन ने कहा, क्षुद्रग्रह एकमात्र प्राकृतिक आपदा हैं, जिसके बारे में इंसान के पास वर्षों पहले भविष्यवाणी करने और उसे रोकने के लिए कार्रवाई करने की तकनीक है। अभ्यास के निष्कर्ष में बताया गया है कि इस दौरान प्रतिभागियों ने एक ऐसे क्षुद्रग्रह की पहचान की, जिसके बारे में पहले कभी पता नहीं चला था। शुरुआती गणना के अनुसार इसके लगभग १४ वर्षों में धरती से टकराने की ७२ प्रतिशत संभावना है। नासा ने इसकी सटीक तारीख बताते हुए १२ जुलाई २०३८ में दिन के २ बजकर २५ मिनट पर पृथ्वी से टकराने की संभावना जताई। हालांकि, नासा ने कहा कि शुरुआती अवलोकन क्षुद्रग्रह के आकार, संरचना और दीर्घकालिक ट्रैजेक्टरी का सटीक निर्धारण करने के लिए पर्याप्त नहीं है। क्षुद्रग्रह के खतरे से निपटने के लिए धरती पर तैयारियों की कमी का भी इसमें जिक्र किया गया है। इसमें बताया गया कि निर्णय लेने की प्रक्रिया और जोखिम सहनशीलता को नहीं समझा गया। इसके साथ ही संदेशों के समय वैश्विक समन्वय पर ध्यान देने की आवश्यकता की बात भी कही गई है। यह नासा के डबल एस्टेरॉयड रीडायरेक्शन टेस्ट मिशन से डेटा का उपयोग करने वाला पहला अभ्यास था।

 

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