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खाकी व मां का फर्ज एक साथ निभा रही महिला सिपाही

सामना संवाददाता / महराजगंज

महराजगंज जनपद के सीमावर्ती कोतवाली ठूठीबारी में एक तरफ खाकी का फर्ज है, तो दूसरी तरफ एक मां होने का कर्ज। न ड्यूटी छोड़ी जा सकती है और न बेटे को तन्हा किया जा सकता है। इन्हीं दो बड़ी जिम्मेदारियों को एक साथ दोनों कंधों पर लिए ठूठीबारी कोतवाली में यह महिला सिपाही निर्वहन कर रही है। थाने में सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए अपनी मासूम सी जान को लेकर यह महिला सिपाही हर रोज ड्यूटी निभाती है, जिसे देख हर कोई इस महिला सिपाही के जज्बे को सलाम करने लगा है।
दरअसल, खाकी वर्दी पहने और बच्चे को सीने से लगाए ये महिला सिपाही उत्तर प्रदेश के महराजगंज जिले के ठूठीबारी कोतवाली में चिलचिलाती धूप में ड्यूटी कर रही है। अपने डेढ़ साल के बच्चे को सीने से लगाए मां का फर्ज निभा रही है तो इस धरती मां की बेटी होने का भी फर्ज निभा रही है।
बताते चलें कि इस वीरांगना लक्ष्मी बाई महिला कॉन्स्टेबल का नाम विनीता यादव है, जिनके पति शैलेष यादव सुल्तानपुर के इंटर कॉलेज में प्रवक्ता हैं और गोद में डेढ़ वर्ष का बेटा है, जो मां के बगैर नहीं रह सकता। लिहाजा, कॉन्स्टेबल विनीता खाकी की जिम्मेदारी के साथ-साथ मां होने का फर्ज भी निभा रही हैं, जो अपने मासूम बेटे को गोद में लेकर आम जनता की सेवा में लगी हुई हैं।
महिला सिपाही के जज्बे को सलाम
महिला सिपाही विनीता ने बताया कि उनका चाइल्ड केयर लीव पूरा हो चुका है। घर में अकेली होने की वजह से बेटे को अकेला छोड़कर आना संभव नहीं रहता। पति सुल्तानपुर में प्रवक्ता हैं तो वह उत्तर प्रदेश पुलिस की महिला सिपाही हैं। ऐसे में उसको अपने बेटे को साथ गोदी में लेकर ड्यूटी करने को मजबूर हैं और उन्हें दो जिम्मेदारियों का एक साथ निर्वहन करना बोझ नहीं, बल्कि गर्व महसूस होता है। फिलहाल, यह महिला सिपाही की इस बड़ी लगन और जज्बे को देखकर हर कोई आपकी तरह सैलूट कर रहा है।

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