महाशिवरात्रि

शिव रात्रि का अति पावन पर्व।
सनातनीयों को जिस पर है गर्व।
शंकर पार्वती दिव्य विवाहोत्सव।
धूमधाम मनाते भक्त महोत्सव।
सजता‌ संसार के भव्य शिवालय।
सजे कैलाश पर्वत हर्ष हिमालय।
वर बने महादेव वधु माता पार्वती।
ऋषि मुनि देव कर जोर करें स्तुति।
शंकर पधारें नंदी‌ पर हो के सवार।
शिव रूप देखअचरज में नर-नार।
जले जगमग जगमग दीपक बाती।
नाचे-गाये भूत प्रेत बैताल बराती।
गाये नर-नारी संग शुभ मंगल गान।
मंत्र वाचते ऋषि मुनि साधु सुजान।

‌ ‌‌घूरण राय “गौतम” मधुबनी बिहार

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