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सवाल हमारे…जवाब आपके!

`ऑपरेशन लोटस’ को अंजाम देने के लिए भाजपा लोकतंत्र और संविधान की हत्या का प्रयास कर रही है। इससे महाराष्ट्र में आए राजनीतिक `भूचाल’ पर आपकी क्या राय है?

यह चिंताजनक है
महाराष्ट्र की राजनीति में हालिया `भूचाल’ की घटनाएं चिंताजनक हैं, इन्हें सभी दलों को संयम और संवेदनशीलता के साथ समझना चाहिए। जब किसी राजनीतिक प्रक्रिया में विवाद उठता है तो सभी पक्षों को संघर्ष के स्थान पर विचारशीलता और वाद-विवाद का मार्ग अपनाना चाहिए। इस तरह के घटनाक्रमों में समय और संघर्ष के वाद-विवादों को सुलझाने के लिए संवेदनशील और संघर्षपूर्ण समझौते हो सकते हैं।
– आनंद यादव, मालाड

अच्छे संकेत नहीं हैं
सत्ताधारी गठबंधन के लिए तो यह एक बहुत सुखद घटना हो सकती है। लेकिन लोकतंत्र के लिए यह बहुत अच्छा संकेत नहीं है। एक तरफ पूरे विपक्ष को भ्रष्टाचारी बताना, वहीं दूसरी तरफ उनके ही लोगों को अपने गठबंधन में शामिल करना। यह स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। अगर ऐसा ही चलता रहा तो जनता क्या और उसके वोट का क्या मूल्य रह जाएगा? यह गठबंधन बेमेल है और दूसरी पार्टी तोड़कर अपनी सत्ता को मजबूत करने की एक कोशिश भर से ज्यादा कुछ भी नहीं है। एक अच्छे लोकतंत्र के लिए जहां एक सशक्त सरकार की जरूरत होती है, वहीं एक मजबूत विपक्ष भी होना चाहिए। एक ऐसा विपक्ष जो सरकार की नीतियों पर मुखरता से अपनी बात रख सके।
– अंकित तिवारी, भायंदर

राजनीति का गिरता स्तर
भाजपा आजकल `एक राष्ट्र एक पार्टी’ की रणनीति पर काम कर रही है, जिसके लिए अपने स्तर को चाहे जितना गिराया जा सके, वह गिराने को तैयार है। भारतीय राजनीति के एक महान विद्वान और हमारे पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्री अटल बिहारी वाजपेयी जी ने कहा था कि किसी दूसरी पार्टी को तोड़कर अगर सत्ता हासिल की जाती है तो ऐसी जीत से मैं दूर ही रहूंगा। लेकिन आज वही भाजपा क्या कर रही है, हर छोटी-बड़ी राजनीतिक पार्टी को तोड़-फोड़कर समाप्त करने के पीछे पड़ी है, चाहे उसके लिए उन्हें कुछ भी करना पड़े वो करने के लिए तैयार है। जिसका जीता-जागता उदाहरण आप देख सकते हैं। कुछ दिन पहले आए महाराष्ट्र में राजनीतिक भूचाल से अब इसे राजनीति का गिरता हुआ स्तर नहीं कहेंगे तो और क्या कहेंगे? हमारे देश को आजाद हुए ७५ साल हो गए हैं, लेकिन जैसी राजनीति आज चल रही है शायद ही कभी देखने को मिली होगी।
– भावना सिंह, पवई

तो हो जाएगा दूध का दूध और पानी का पानी
महाराष्ट्र में बड़ा सियासी उलटफेर हुआ है। अजीत पवार अपने समर्थकों के साथ फडणवीस-शिंदे सरकार में शामिल हो गए हैं। इस बार भाजपा ने बिना किसी हड़बड़ी के बड़ी खामोशी से `ऑपरेशन लोटस’ को अंजाम दिया। आज भाजपा के राज में राजनीतिक स्तर लगातार गिरते ही जा रहा है। सत्ता हथियाने के लिए भाजपा ओछी राजनीति कर रही है, जो लोकतंत्र के लिए घातक है। इसका ताजा उदाहरण महाराष्ट्र की राजनीति में आया भूचाल है। इसे लेकर आम जनता के बीच भाजपा की साख गिरती जा रही है। यदि चुनाव करा दिया जाए तो दूध का दूध और पानी का पानी हो जाएगा।
– एड. विनयकुमार सिंह, समाजसेवी, ठाणे

अगले सप्ताह का सवाल?
आज सीबीआई और चुनाव आयोग का दुरुपयोग देश के लोकतंत्र को कमजोर कर रहा है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा ईडी निदेशक संजय मिश्रा के कार्यकाल को अंतिम तिथि देकर देश की मोदी सरकार को करारा जवाब दिया गया है।
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