सामना संवाददाता / चंडीगढ़
चंडीगढ़ के डिस्ट्रिक्ट कोर्ट में फायरिंग की वारदात से पूरा प्रशासन हिल गया है। यहां पर पूर्व एआईजी अफसर ने अपने ही आईआरएस दामाद को गोलियों से भून दिया है। ससुर ने दामाद पर ५ गोलियां चलार्इं हैं, जिनमें से उसे २ लगी। अस्पताल पहुंचने से पहले ही दामाद की मौत हो गई। चंडीगढ़ में सनसनीखेज मामला सामने आया है, जहां जिला अदालत में शनिवार को एक पूर्व एआईजी अधिकारी ने अपने आईआरएस अधिकारी दामाद की सरेआम गोली मारकर हत्या कर दी है। ससुर ने दामाद को मौत के घाट उतारने के लिए एक-दो नहीं, बल्कि तड़ा-तड़ पांच गोलियां दाग दी। इसमें से दो गोलियां आईआरएस दामाद को जा लगी। अस्पताल पहुंचने से पहले ही दामाद ने दम तोड़ दिया। घटना के वक्त कोर्ट में सुनवाई हो रही थी। घटना के बाद पूरे कोर्ट परिसर में अफरा-तफरी मच गई। आनन-फानन में मौके पर पहुंची पुलिस ने आरोपी पूर्व एआईजी अधिकारी को हिरासत में ले लिया।
दामाद को मारी गोली …चंडीगढ़ कोर्ट में आईआरएस अफसर की हत्या
काहें बिसरा गांव : धान की रोपाई और मस्त मगन कका
पंकज तिवारी
‘धनवा रोपऽ कमल के बाबू, हम तऽ भतवइ खाबइ नाऽ… हम तऽ भतवइ खाबइ नाऽ…!’
घुरहू कका ठिहुनी भर पानी वाले बीयड़ के खेत में दो ठु र्इंटा धर के बैठे हुए थे और आराम से बीयड़ उखाड़ने में मस्त लगे हुए थे। घाम सीधा मूड़े पर ही नाच रहा था। पसीना हांफते-हांफते बहा जा रहा था और अपने गति से अपना काम करता जा रहा था। उधर पीछे पलटू के खेत में कुकुर लोट-लोट के बीयड़ का पूरा सत्यानाश कर दिया था।
कका अपने सिर पर लपेट के पगड़ी ऐसे बांध लिए थे कि घाम को मूड़े में घुसने हेतु अच्छा-खासा संघर्ष करना पड़े और फिर गांव के लोग विशेषकर कका जइसन बहादुर बदे तऽ घामउ बेचारा थक-हार के पीछे भागि जाथ्यऽ अउर आपन जिउ बचावथ्यऽ। घाम वाले गरम पानी में कका छपकोरिया खेलते हुए अपने काम में लगे हुए थे और कजरी गाए जा रहे थे। काकी से तऽ बहुतै डरते थे कका, तबै अइसन कजरी गाए जा रहे थे। कका के बियाहउ बहुत देर से भवा रहा है और बियाहे के बादै से काम-धाम में कका को देखा जाने लगा है। पहले तो दिन-दिन भर रेडियो सइकिली पर गठियाए, गाना सुनते घूमते रहा करते थे। आटा-दाल का भाव तक नहीं पता था कका को। बेचारे ददा अकेले ही घर का सारा काम देखते थे। संझा तक काम सिराता ही नहीं था। कका के लिए देखुआर आते, देखते और जाते बखत गांव में किसी से कका के बारे में पूछ जाते, दुबारा अइबइ नहीं करते। बेचारे ददा तो निराश ही हो गए थे कि अब तो हमरे गदेलवा के रड़ुअइ ही रहइ के पड़े। ई तो भला हो झूले का और ‘हम तऽ भतवइ खाबइ ना’ कजरी का, जिसको सुनते ही काकी कका के गनवइ पर लहालोट हो गई थीं और बियाह की बात आगे बढ़ी थी। खैर, इस पर चर्चा फिर कभी आज तो बीयड़ अउर धान के रोपाई पर ही बात होना है। ‘जियऽ हो बेटवा लगा रहा लाल, आज मनई ताउ से मिलि गऽ हयेन कोशिश बा कि आज पूरा धान लगवाइ लेब। बस तू थामें रहऽ अइसइ लाल। बीयड़ कम जिनि होइ दऽ बस।’ पूरी तरीके से माटी में सने और पेट पर ट्रांजिस्टर बांधे बार खजुआते ददा अचानक पीछे आकर खड़े हो गए थे। लजा गए थे कका। ददा का काम इस खेत से, जहां धान लग रहा था उस खेत तक बीयड़ पहुंचाना था। सिर पर बीयड़ लादते और कमर पर बाजा बांधते ददा अपना काम किए जा रहे थे। ‘हां बाबू नाधे रहऽ सबके। हम हीऽलब न यंह से। बिना धान लगे हम उठब न आज’, सकुचाते हुए कका धीरे से बोल गए। ‘अरे हां बचई, ऊ सब त ठीक बा लेकिन गनवउ गावत रहाऽ। निक लागत बा हो अउर एसी कमवउ सैराए तोहार।’ मुस्कियाइ लागेन अउर मनइमन गदगद होइ गयेन कका तब तक काकी चना चबैना लिहे-दिहे आइ गइ। ददा को देख काकी घूंघट बढ़ा ली। बीयड़ वाले खेत तक पहुंचते-पहुंचते काकी भी माटी-माटी हो गई थी। ददा बिना कुछ बोले धीरे से बोझ बांधे और सिर पर धरे दूसरे खेत की ओर चल पड़े। कका अपने काम में इस प्रकार भिड़े हुए थे कि अभी तक काकी को देख ही नहीं पाए थे। फिर से छेड़ दिए कजरी की तान- हम त भतवइ खाबइ ना… हम त भतवइ खाबइ ना…। काकी पीछे खड़ी आराम से गाना सुन रही थीं। कका झूमते रहे और गाते रहे। गाना पूरा होते ही बड़ी जोर से हंसी काकी…। ‘चार गदेले होइ गयेन तबउ तूं नाइ बदलऽ, उहइ फक्कड़ई अबउ तक बा तोहरे साथेऽ…। अबइ तक उहइ गाना मतलब हमइ बदनाम कइके मनबऽ तू। का सही में रोटी नाइ खाइत हम।’ कका, काकी के देखतै मान फेरि लजाइ गयेन। काकी गुस्से में घूरती रही कका को, देर तक घूरती रही बेचारे कका नन्हें बच्चे की भांति एकटक निर्विकार भाव से निहारते रहे काकी को जैसे पूछ रहे हों- सरकार हमारी गलती क्याऽ है!
(लेखक बखार कला पत्रिका के संपादक एवं कवि, चित्रकार, कला समीक्षक हैं)
ओलिंपिक में प्यार का इजहार!
चीन की बैडमिंटन खिलाड़ी हुआंग या कियोंग के पेरिस ओलिंपिक में स्वर्ण पदक जीतते ही एक साथी खिलाड़ी ने उन्हें प्रपोज कर दिया। साथी खिलाड़ी के विवाह के प्रस्ताव को हुआंग ठुकरा नहीं सकीं। दरअसल, हुआंग ने झेंग सी वेई के साथ मिलकर मिश्रित युगल स्पर्धा में दक्षिण कोरिया की किम वोन हो और जियोंग ना युन को २१-८ २१-११ से हराकर अपना अजेय अभियान जारी रखा और स्वर्ण पदक अपने नाम किया। अपने गले में स्वर्ण पदक पहने हुआंग चीन की बैडमिंटन टीम के एक अन्य साथी ली युचेन से मिलने पहुंचीं। ली ने पहले उन्हें गुलदस्ता दिया और फिर घुटने के बल बैठकर हुआंग को प्रपोज किया। यह देखकर हुआंग भावुक हो गर्इं और उन्होंने विवाह का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया। हुआंग ने कहा कि वह पेरिस में सगाई की अंगूठी की उम्मीद नहीं कर रही थीं और पूरी तरह से खेलों की तैयारी पर ध्यान केंद्रित कर रही थीं। हुआंग ने कहा, ‘यह प्रपोजल मेरे लिए हैरानी भरा था क्योंकि मैं खेलों की तैयारियों में जुटी थी।’
नहीं समझ आई ‘उलझ’
पिछले दो-तीन सप्ताहों से अभिनेत्री जाह्नवी कपूर मीडिया की सुर्खियों में छाई हुई थीं। वजह थी उनकी फिल्म ‘उलझ’। गत शुक्रवार को यह फिल्म रिलीज हुई तो काफी उम्मीदें थीं। पर यह क्या, पब्लिक ने तो मानो मुंह ही मोड़ दिया। यह फिल्म पहले दिन ही थिएटर्स में धड़ाम से लुढ़क गई। अच्छे अभिनय और कहानी के बाद भी दर्शकों को फिल्म ‘समझ’ में नहीं आई। यह एक स्पाई थ्रिलर हैै। पहले दिन यह फिल्म १ करोड़ से कम ही कमा पाई। अब हर किसी का दिमाग उलझ गया है कि ‘उलझ’ बॉक्स ऑफिस पर क्यों उलझी?
फोन में कैद किंग…
मुंबई के एक मशहूर रेस्टॉरेंट में कल रात पठान, वॉर और फाइटर जैसी हिट फिल्मों के हॉट निर्देशक सिद्धार्थ आनंद की बर्थडे पार्टी थी। उसमें शामिल होने के लिए जब किंग खान शाहरुख पहुंचे तो उन्हें अपने फोन में कैद करने के लिए फैंस में जबरदस्त जोश दिखा।
बूढ़े ने बरसाए लड़की पर डंडे
हमारे इर्द-गिर्द घट रही घटनाओं या इंटरनेट पर तमाम वीडियो दिख जाते हैं, जिनमें महिलाओं के साथ गलत व्यवहार होता दिखाई देता है। एक ऐसे ही वीडियो में एक बूढ़ा आदमी एक लड़के के साथ मिलकर लड़की की चुटिया पकड़कर उस पर जमकर डंडे बरसा रहा है। ये घटना उत्तर प्रदेश की बताई जा रही है। वीडियो के साथ लिखा है, ‘फर्रुखाबाद, शैतानों जैसी हरकत, क्या किसी महिला की इस तरह बेरहमी से कोई पिटाई करता है। बताया जा रहा है, ‘निकास को लेकर दोनों भाइयों में हुआ था विवाद। दबंग भाई की मारपीट से तीन लोग गंभीर रूप से घायल।’ वीडियो में एक बूढ़े आदमी और लड़की के बीच बहस हो रही है। इस दौरान बूढ़ा आदमी लड़की की चुटिया पकड़कर डंडे से उसकी बुरी तरह से पिटाई कर देता है। लड़की को पीटने में बूढ़े आदमी की लड़का भी मदद करता है। इस दौरान लड़की भी अपना बचाव करने के लिए हमला करती है, तब तक लड़का भी इस लड़की को थप्पड़ मारना शुरू कर देता है।
हमें इंसाफ चाहिए…
बिहार के भागलपुर में पत्नी द्वारा ‘नामर्द’ कहे जाने पर एक युवक न केवल डिप्रेशन में आ गया, बल्कि उसने सुसाइड करने की कोशिश की। तीन माह पहले युवक का विवाह हुआ था, लेकिन विवाह के एक सप्ताह बाद युवती ने अपनी मां को बताया कि उसका पति नपुंसक है और वह मायके चली गई। लड़कीवालों ने समझा-बुझाकर लड़की को दोबारा भेजा, परंतु युवती ने पंचायत बिठा दी और पंचायत में बिना मेडिकल जांच कराए फैसला लिया गया कि युवक नामर्द है। इसे पत्नी का साथ छोड़ना पड़ेगा, साथ ही ८० हजार रुपए देने होंगे और शादी में मिले जेवरात भी वापस करने होंगे। पंचायत के फैसले के बाद युवक सदमे में आ गया। उसने अपनी जांच करवाई। डॉक्टर ने युवक से कहा वह नामर्द नहीं है, दवा लेने से ठीक हो जाएगा, लेकिन लोग उसकी बात मानने को तैयार न थे। तानों से तंग आकर युवक ने वॉशिंग पाउडर में केमिकल मिलाकर पी लिया। आनन-फानन में युवक को अस्पताल पहुंचाया गया। पीड़ित युवक की बहन ने कहा कि मेरे भाई के साथ पंचायत में बहुत बड़ा खेल खेला गया, जिसकी वजह से उसने सुसाइड की कोशिश की। मेरा भाई नपुंसक नहीं है, अब हम लोगों को इंसाफ चाहिए।
सात फेरों का उलझा सवाल
हिंदू शादी तो ऐसी ही होती है। सात फेरे होना लाजिमी है। मगर सात फेरे लेने के बाद भी कोई इसे शादी मानने से इनकार कर दे तो फिर इसे क्या कहा जाएगा। आप यही सोचेंगे कि जरूर बंदे का दिमाग खराब है। अभिनेत्री दलजीत कौर के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ है। वह अपने पति से अलग हो चुकी हैं। पति निखिल पटेल का कहना है कि यह शादी कानूनी नहीं थी। इस पर अभिनेत्री देवोलीना भट्टाचार्जी ने पटेल की अच्छी क्लास लगा दी है। पटेल अब एक नई गर्लफ्रेंड के साथ दिख रहे हैं। यह देखकर देवोलीना ने कहा है, ‘क्या सबकुछ भूलकर आगे बढ़ना इतना आसान है? वह (निखिल) दावा करते हैं कि उन्होंने कानूनी तौर पर शादी नहीं की…फिर वे सात फेरे क्या थे, अगर असली शादी नहीं थी?’ अब देखें निखिल क्या जवाब देते हैं।
गलती म्हारे से हो गई
कभी-कभी ज्यादा ज्ञान परोसना मुसीबत में भी डाल देता है। सोशल मीडिया के इस जमाने में हर किसी की खुजली मिटती भी है और मुसीबत भी लाती है। अब हाल ही में एक्ट्रेस नोरा फतेह अली ने नारीवाद को लेकर कुछ बयान दे डाला जो यहां लोगों को पसंद नहीं आए। बस नोरा पर टीका-टिप्पणी शुरू हो गई। लोग नाराज हो गए। मामला बिगड़ता देख नोरा ने माफी मांगने में ही भलाई समझी। नोरा ने ‘फेमिनिज्म ने समाज को बर्बाद कर दिया’ ऐसा बयान दिया था। अब उन्होंने अपने बयान के लिए माफी मांगी है। उन्होंने कहा कि उनका बयान भारत के लिए नहीं था। उन्होंने कहा, ‘स्पष्ट करना चाहूंगी कि नारीवाद भारत में समस्या नहीं है…लेकिन पश्चिमी देशों में कई लोग इस विचारधारा को गलत तरीके से लेते हैं…और सिंगल पेरेंटिंग को बढ़ावा देते हैं।’
लाइव शो में सैंडल से दे दना दन
आजकल टीवी पर लाइव शो का खूब प्रचलन है। कुछ मेहमानों को बुलाकर भाई लोग हॉट टॉपिक पर बहस शुरू करा देते हैं। मगर कई बार ऐसें में गड़बड़ भी हो जाती है। हाल ही में कुछ ऐसा ही मामला साउथ में देखने को मिला जब तमिल ऐक्ट्रेस लावन्या ने लाइव टीवी डिवेट के दौरान अपने पूर्व-बॉयप्रâेंड व अभिनेता राज तरुण के शेखर नामक दोस्त को सैंडल फेंककर मारा। शेखर ने पूर्व में ड्रग्स रखने का आरोप झेल चुकीं लावन्या को लेकर कहा कि वह युवाओं को ड्रग्स के प्रति प्रोत्साहित कर रही हैं। यह बात सुनकर लावन्या गुस्से में आ गर्इं। अब जब गुस्सा आ जाए तो फिर इंसान कहां देख पाता है कि शो लाइव चल रहा है या किसी के घर पर कोई महफिल जमी है।