तलाक पर थीं खुश

अकसर माता-पिता के तलाक का बच्चों पर बेहद बुरा असर पड़ता है और बच्चे एक साथ दोनों का प्यार पाने से वंचित हो जाते हैं, जिसका असर उनके दिलो-दिमाग पर भी पड़ता है। लेकिन शेखर कपूर और सुचित्रा कृष्णामूर्ति की बेटी कावेरी कपूर ने एक इंटरव्यू में खुलासा करते हुए बताया कि जब उनके माता-पिता का तलाक हुआ तो वे बेहद खुश थीं। फिल्म ‘बॉबी और ऋषि की लव स्टोरी’ से फिल्मों में डेब्यू करनेवाली २४ वर्षीया कावेरी ने बताया कि जब उनके माता-पिता का तलाक हुआ, तब वो ६ वर्ष की थीं। कावेरी ने कहा, ‘अलगाव ने मुझ पर उतना प्रभाव नहीं डाला, जितना रिश्ते ने। जब उनका तलाक हुआ तो मैं खुश थी। लेकिन हां, इसका असर पड़ा। खासकर इसलिए क्योंकि यह बहुत पब्लिक हो गया था। आप उन चीजों के संपर्क में आते हैं, जिनसे एक बच्चे को आमतौर पर निपटना नहीं पड़ता है। इसके कारण मैं बड़े होने तक मेंटल हेल्थ से जूझी।’ अपने माता-पिता के करीब रहीं कावेरी ने बताया कि उन्हें ओसीडी है और अभी भी पूरी तरह ठीक नहीं हैं। वो अभी भी अपनी मेंटल हेल्थ को लेकर स्ट्रगल कर रही हैं और वो जानती हैं कि इससे उबरने में समय लगता है।

एंजेलिना जोली बैक टू एक्स हबी!

ब्रैड पिट के साथ तलाक के बाद एंजेलिना जोली एक बार फिर अपने एक्स हस्बैंड के पास लौट रही हैं। दोनों सुपरस्टार कई सालों से तलाक और अपनी प्रâेंच वाइनरी की बिक्री को लेकर कानूनी लड़ाई में उलझे हुए हैं। अब, एक नई रिपोर्ट के मुताबिक, एंजेलिना के दूसरे पूर्व पति, अभिनेता जॉनी ली मिलर के साथ सुलह की संभावना हो सकती है। एंजेलिना की पहली शादी १९९६ में हुई जब वह २० साल की थीं और जॉनी २३ साल के थे। १९९९ में एंजेलिना द्वारा तलाक के लिए अर्जी दायर करने के बाद उनकी शादी सिर्फ तीन साल तक चली। तब से, उन्होंने दो बार दोबारा शादी की है बिली बॉब थॉर्नटन (२००० ०३) और ब्रैड पिट (२०१४ १९) से। जॉनी और एंजेलिना जोली २५ साल पहले तलाक के बाद से ही करीबी दोस्त बने हुए हैं।

मैथिली व्यंग्य : नवतुरीया लोकक माय-बाप के चिंता

डॉ. ममता शशि झा मुंबई

कल्पना चाय के कप आ समाचार पत्र हाथ में लइत सोचइ छलि जे जहिना चाय पीब लगबइ आ पेपर पढ़ लगबइ पतिदेव सुंदर जी के कोनो ने कोनो काज मोन पड़ि जेतनि आ ने त कोनो फरमाइश शुरू भे जेतनि। आ ठीके जहिना बैस लगली सुंदर जी सोर पाड़ लगलखिन, ‘हे हमरा जलखइ द दिय, भूख लागल अछि।’
कल्पना, ‘दही चूड़ा ले के खा लिय राखि देने छी।’
हम बुझिते छलियइ कि जहिना हम चाय पीब लगबइ आ पेपर पढ़ लगबइ अहाँ के देखल नहिं जायत, कोनो ने कोनो काज मोन पड़ी जेबे करत।’
सुंदर जी चुटकी लइत बजला, ‘हाँ, पूरा दुनिया अहीं के चलाब के अछि त अहाँ समाचार पत्र नहिं पढ़बइ त दुनिया ठीक सँ कोना चलतइ!!’
कल्पना, ‘भने अहाँ भोरे-भोर ऑफिस चलि जाय छलहूँ हमहूँ चैन भ जाय छलहूँ।’
सुंदर जी भनसाघर दिस चलि गेला आ कल्पना समाचार पत्र हाथ में लेलइथ चाय के कप दिस ध्यान गेलनि त चाय सेरा गेल छलनि, गेलि भनसाघर में चाय गरम कर लेल त मोन आरो खौंझा गेलनि, देखलइथ जे सुंदर जी चूड़ा लेब काल में सौंसे चूड़ा छिड़िया देने छलखिन, दही के मटकुरी के छपने नहिं छलखिन आ चिन्नी बला डिब्बा के ढक्कन अधखुले छोड़ि देने छलखिन, जा धरि चाह गरम भेलनि ततबे काल में इ सबटा के समेट आ सरिया लेलथि, बुझइ छलि जे हिनका बजा क देखाब सँ कुनु फायदा नहिं होयत। चाय के कप लेलथि आ फेर सँ आंगन में आबि क बैस गेलि, सुंदर जी सेहो ओहि ठाम‌ आबिद क बैस गेला। कल्पना के पेपर में पहिले समाचार पर ध्यान गेलनि त मूँह के भाव बदलइत गेलनि आ अवाक भ गेल छलि, हुनकर चेहरा के भाव देखि के सुंदर जी पुछलखिन, ‘एतेक अवाक भे के की पढ़ी रहल छी, एकटा साड़ी खरीदला पर चारि टा प्रâी भेट रहल छइ कि सोना के भाव देख लेलियइया!!’ कल्पना तमसाईत बजलि, ‘अहाँ सब ते स्त्रीगण के कपड़ा आ गहना सँ कखनो ऊपर आबहे नहिं देब चाहइ छियइ।’
सुंदर जी, ‘त बाजू ने की भेल, की पढ़ी के चेहरा अवाक अछी।’
कल्पना, ‘कि बाजू एतेक दिन त ईहे सुनई, देखइ छलियइ जे संतान माय-बाप के देखभाल नहिं करइ छइ वृद्धाश्रम में ध अबइ छइ, संपत्ति ले लइ छइ लोक-लज्जा के डर सँ आपस में जिम्मेदारी बाँटि लइ छइ मुदा इ पहिले बेर पढ़ी क इ बुझ रहल छी जे एहन संतान होए छइ जे अपन प्रसिद्धि आ पाय के लेल माय-बाप के सम्मान के सेहो बेच लेल तैयार भ गेल छइ!!’ सुंदर जी उत्सुकता वश ओहि समाचार के पढ़ लगला, हुनको भाव पत्नी के भाव सन भ गेलनि!!

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दुलारे विधायक गोपाल मंडल ने सरकारी सफाईकर्मियों को दौड़ा-दौड़ाकर लाठी-डंडे से पीटा…विधायक का इंकार

अनिल मिश्र / पटना

बिहार प्रदेश के सिल्क सिटी के नाम से मशहूर भागलपुर में जनता दल यूनाइटेड के बड़बोले और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दुलारे विधायक गोपाल मंडल की एक बार फिर से दबंगई सामने आई है। उन पर आरोप है कि उन्होंने नगर निगम कर्मचारियों पर कल देर शाम लाठी-डंडे बरसाए हैं। साथ ही इन कर्मचारियों के साथ धक्का-मुक्की भी किया है। जिसके कारण तीन कर्मचारी घायल हो गए। वहीं जदयू विधायक गोपाल मंडल ने मारने-पीटने की घटना से साफ इंकार किया है। इस मामले में गोपाल मंडल ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि ये लोग मेरी पत्नी से बहस कर रहे थे। इसलिए धक्का देकर भगा दिए। अगर मैं मारता तो वो गिर जाते। वहीं इस मामले में पीड़ित कर्मचारियों ने गोपाल मंडल के खिलाफ एससी एसटी थाने में केस करने की बात कही है। वहीं सरकार से इस मामले में न्याय की गुहार लगाई है।
प्राप्त जानकारी के मुताबिक, कल गुरुवार को हाउसिंग बोर्ड परिसर में वाहन पड़ाव की तैयारी के दौरान विधायक गोपाल मंडल ने नगर निगम और राजस्व विभाग के कर्मचारियों पर लाठी-डंडों से हमला किया, जिससे कई कर्मचारी घायल हो गए। विधायक ने कर्मचारियों को धमकी भी दी कि यदि उन्होंने विरोध किया, तो उन्हें मैदान से बाहर नहीं जाने देंगे।
दरअसल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 फरवरी को पूर्णिया हवाई अड्डे पर विमान से उतर कर सिल्क सिटी भागलपुर में किसान सम्मान समारोह को संबोधित करेंगे, साथ हीं प्रधानमंत्री भागलपुर से ही किसान सम्मान निधि की 19वीं किस्त भी जारी करेंगे। प्रधानमंत्री के इसी कार्यक्रम को लेकर भागलपुर जिला प्रशासन के निर्देश पर हाउसिंग बोर्ड परिसर में वाहन पड़ाव बनाया जा रहा है। इसके लिए नगर निगम और राजस्व विभाग की टीम सफाई एवं अन्य तैयारी की जा रही थी। इसी दौरान जदयू विधायक गोपाल मंडल अपने समर्थकों के साथ वहां पहुंचे और निगमकर्मियों पर लाठी-डंडे बरसानी शुरू कर दिया। इस घटना में नगर निगम के जेसीबी ड्राइवर बमबम, सहायक पिंटू और राजस्व कर्मचारी संजीव कुमार सिंह को गंभीर चोटे आई है। संजीव कुमार सिंह के हाथ में इसके कारण गहरे जख्म हो गये हैं, जबिक एक अन्य कर्मियों के शरीर पर लाठी के निशान पड़े साफ दिखाई दे रहा है।

महाकुंभ की धरती से मेंटरिंग भारत ने दिया पॉलिथिन मुक्त समाज का संदेश

सामना संवाददाता / प्रयागराज

गंगा सेवा दूत का धन्यवाद एवं अभिनंदन समारोह का आयोजन मेंटरिंग भारत एवं ज्ञानस्थली फाउंडेशन द्वारा महाकुंभ 2025 में किया गया। इस अवसर पर गंगा सेवा दूत के मध्य जनजागरुकता एवं कैंसर मुक्त भारत की संकल्पना पर एक विचार गोष्ठी का भी आयोजन किया गया। मेंटरिंग भारत का एक संकल्प–पॉलिथिन मुक्त समाज के अंतर्गत अपनी पहल अपना कार्य में जूट के बैग का भी वितरण प्रशासन के साथ मिलकर किया गयाl गंगा सेवा दूत को संबोधित करते हुए मेंटेंरिग भारत की मुख्य ट्रस्टी एवं चेयरपर्सन अलका प्रकाश द्वारा प्लास्टिक के द्वारा होने वाली हानियों के विषय में अपने विचार साझा किए। उन्होंने बताया कि जो चाय हम प्लास्टिक के कप एवं पॉलिथिन में लेकर आते हैं, उसमें कई प्रकार के रासायनिक तत्व रासायनिक क्रिया के पश्चात इकट्ठे हो जाते हैं, जिनका सेवन करने से कैंसर जैसे भयानक रोगों से हम लोग ग्रसित हो जाते हैं। उन्होंने बताया कि पहले लोहे की कढ़ाई में भोजन बना करता था और हम लोग स्टील अथवा दोना-पत्तल में खाया करते थे और उनका उपयोग करने से हम लोग स्वस्थ रहा करते थे, परंतु आजकल पानी व अन्य खाद्य पदार्थ प्लास्टिक के डिब्बों में हम तक पहुंचाते हैं यह सब हमारे शरीर को नुकसान पहुंचा रहे हैं, जो पैकेज्ड फूड एवं फास्ट फूड जिनको हम बड़े चाव से खाते-पीते हैं। उनकी हानियां अब धीरे-धीरे हमारे शरीर पर परिलक्षित हो रही हैं। आज चारों तरफ कैंसर के रोगियों की संख्या अचानक से बढ़ गई है l आज आवश्यकता है हमको इस प्रकार की जीवनशैली जीने की, जिससे कि कैंसर जैसी भयानक बीमारी को रोका जा सके और उनसे लड़ने के लिए प्रतिरोधी क्षमता पैदा की जा सके। इसके लिए योगा, अच्छा संतुलित भोजन, शुद्ध हवा एवं वातावरण की आवश्यकता है। इसके लिए हमें एकजुट होकर प्रयास करने की आवश्यकता है। आज हमे अपने स्वास्थ्य का विशेष रूप से ध्यान रखने की आवश्यकता है, क्योंकि स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मस्तिष्क का वास होता है। मेंटरिंग भारत की चेयरपर्सन अलका प्रकाश द्वारा महाकुंभ के लोगों एवं पॉलिथीन का प्रयोग ना करें से संबंधित स्लोगन युक्त जूट के बैग का भी वितरण गंगा सेवा दूत के मध्य किया गया और साथ ही उनको इस बात की शपथ दिलाई गई कि वह पॉलिथिन का प्रयोग नहीं करेंगे और लोगों को पॉलिथीन प्रयोग न करने हेतु भी जागरूक करेंगे, साथ ही नशा न करने की भी उनको शपथ दिलवाई, क्योंकि सुपारी तंबाकू, गुटका, बीड़ी, शराब आदि नशे के कारण आज हमारे युवाओं के मन मस्तिष्क एवं भविष्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है, जिससे हमको लड़ने की आवश्यकता है। एक उज्जवल भविष्य के लिए अच्छी जीवन शैली के लिए हमको नशा मुक्त भारत, स्वस्थ युवा एवं स्वावलंबी युवा तैयार करने की आवश्यकता है। इसके लिए हम सबको जड़ संकल्पित होकर नशा मुक्त भारत बनाने में अपना बहुमूल्य योगदान देना चाहिए।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. ज्ञान प्रकाश सेक्टर मजिस्ट्रेट 9 एवं 10 के द्वारा गंगा सेवा दूत के द्वारा इस महाकुंभ में किए गए कार्यों को सराहा गया, साथ ही मेला प्रशासन की ओर से उनको धन्यवाद भी दिया गया। उत्तर प्रदेश सरकार ने जिस विश्वास एवं लक्ष्य के साथ गंगा सेवा दूतों को इस महाकुंभ में उतारा था, उसको उनके द्वारा धरातल पर जीवंत किया गया, जिसके लिए वह बधाई के पात्र हैंl उन्होंने अपने कार्यों को जिस मनोयोग एवं तत्परता के साथ किया है, उससे हम सभी उनके प्रति कृतज्ञ हैं। इस अवसर पर क्लीनिंग इंस्पेक्टर अरुण कुमार नायब तहसीलदार जितेंद्र सिंह पर्यवेक्षक एवं लेखपाल अभिषेक कुमार काम बफेलो अभियान पर्यवेक्षक एवं लेखपाल लाल बहादुर ज्ञानस्थली की चेयरपर्सन एवं ट्रस्टी सुषमा पांडे उपस्थिति रहीं l

खड़े वाहनों से लाखों रुपए की बैटरी चोरी करने वाला गिरफ्तार

राधेश्याम सिंह / विरार

क्राइम ब्रांच यूनिट 3 के अधिकारियों ने एक अपराधी को गिरफ्तार किया है, जो मुंबई-अमदाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर होटलों पर खड़े, पेट्रोल पंपों और पार्किंग स्थलों पर रात में खड़े ट्रकों/टैंकरों से बैटरियां चुरा रहा था। गिरफ्तार चोर से क्राइम ब्रांच यूनिट 10 अपराध सुलझाने में कामयाब हुई है।
यह कार्रवाई क्राइम डीसीपी अविनाश अंबुरे और एसीपी मदन बल्लाल के मार्गदर्शन में क्राइम ब्रांच यूनिट 3 के पुलिस निरीक्षक साहुराज रणवरे के नेतृत्व में सहायक पुलिस निरीक्षक सुहास कांबले की टीम ने की है।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि 24 जनवरी को रात लगभग 03.30 बजे भारत पेट्रोल पंप के पीछे वसई से चोर ने दो ट्रकों से 38,000 रुपए की चार बैटरियां चुरा लीं। 24/01/2025 को मांडवी पुलिस स्टेशन में भारतीय न्याय संहिता की धारा 303 (2) के तहत मामला दर्ज किया गया था। पुलिस अधिकारी ने बताया कि मीरा- भायंदर, वसई-विरार पुलिस आयुक्तालय अंतर्गत खानीवड़े और वसई फाटा के बीच मुंबई-अहमदाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग पर रात के समय खड़े ट्रकों/टैंकरों से बैटरी चोरी की घटनाओं में उल्लेखनीय वृद्धि होने के कारण वरिष्ठ अधिकारियों ने घटनाओं को गंभीरता से लिया था। घटनास्थल पर उपलब्ध सीसीटीवी फुटेज में संदिग्ध और आरोपी के चार पहिया वाहन की पहचान की गई। तकनीकी विश्लेषण और प्राप्त गोपनीय जानकारी के आधार पर आरोपी को विक्रमगढ़ से गिरफ्तार किया गया। आरोपी अपराध करते समय स्विफ्ट डिजायर कार, अन्य सामग्री एवं कुल 46 चोरी की बैटरियां, जिसकी कुल कीमत 8,77,000 रुपए बताई गई और 10 अपराधों का खुलासा हुआ। आरोपी के खिलाफ पहले से ही 3 गंभीर अपराध दर्ज हैं। इन अपराधों में जमानत पर बाहर आने के फिर से चोरी करने लगा।

फोटो मॉर्फिंग के माध्यम से अश्लील फोटो बनाकर प्रशासनिक अधिकारियों को बदनाम करके फिरौती की मांग करने वाला गिरफ्तार

राधेश्याम सिंह / वसई

क्राइम ब्रांच यूनिट 3 ने एक ऐसे अपराधी को गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है, जो वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारियों को बदनाम करने के उद्देश्य से उनके फोटो मॉर्फिंग के माध्यम से अश्लील बनाकर उन्हें सोशल मीडिया पर प्रसारित कर फिरौती की मांग करता था। इस अपराधी की गिरफ्तारी से 8 अपराध (वांछित) का खुलासा हुआ है। यह कार्रवाई क्राइम डीसीपी अविनाश अंबुरे और एसीपी मदन बल्लाल के मार्गदर्शन में क्राइम ब्रांच यूनिट 3 के पुलिस निरीक्षक साहुराज रणवरे के नेतृत्व में सहायक पुलिस निरीक्षक सुहास कांबले की टीम ने की है। पुलिस अधिकारी ने बताया कि 18 नवंबर 2024 से 8 दिसंबर 2024 के दरम्यान किसी अज्ञात आरोपी ने वसई-विरार महानगरपालिका के एक वरिष्ठ अधिकारी के चेहरे को एक नग्न साइट पर एक पुरुष और महिला के फोटो में रूपांतरित किया और संबंधित अधिकारी को बदनाम करने के इरादे से उक्त फोटो को सोशल साइट पर प्रसारित किया। साथ ही संबंधित अधिकारी और उनके परिवार के सदस्यों को बदनाम करने की धमकी देने के आरोप में भारतीय न्याय संहिता की धारा 351 (2), 356 (2) के साथ-साथ सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम की धारा 66 (सी), 67 के तहत बोलिंज पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था। उक्त अपराध की समानांतर जांच के दौरान तकनीकी विश्लेषण एवं प्राप्त गोपनीय सूचना के आधार पर आरोपी चंदन सूर्यभान सिंह ऊर्फ चंदन ठाकुर (उम्र 32 वर्ष) को विरार पश्चिम के ग्लोबल सिटी से गिरफ्तार कर लिया। पुलिस अधिकारी ने बताया कि ठाकुर की गिरफ्तारी से 8 अपराध (वांछित) का खुलासा हुआ है। आरोपी ठाकुर के पिछले रिकार्ड को देखने पर पता चला है कि उसके खिलाफ 7 गंभीर अपराध दर्ज हैं। पुलिस अधिकारी ने बताया कि उक्त आरोपी को बोलिंज पुलिस स्टेशन के हवाले कर दिया गया है।

कल्याण निर्भया कांड : आरोपियों के खिलाफ 948 पन्नों की चार्जशीट दाखिल

सामना संवाददाता / कल्याण

-फास्ट ट्रैक कोर्ट में होगी सुनवाई…सरकारी वकील उज्ज्वल निकम करेंगे पैरवी–डीसीपी अतुल झेंडे

कोलसेवाड़ी पुलिस स्टेशन क्षेत्र में 24 दिसंबर 2024 को एक महिला की शिकायत पर मामला दर्ज किया गया था, जिसमें पुलिस ने विभिन्न धाराओं सहित पॉक्सो कानून की धाराओं में केस दर्ज किया था। इस मामले की जांच के दौरान पीड़िता का शव पड़घा पुलिस स्टेशन सीमा के बापगांव इलाके में मृत अवस्था में मिला था। कोलसेवाड़ी पुलिस ने तकनीकी जांच कर इस अपराध में आरोपी विशाल अभिमान गवली और उसकी पत्नी साक्षी विशाल गवली को गिरफ्तार किया था। जांच में सामने आया कि आरोपी विशाल गवली ने नाबालिग लड़की से दुष्कर्म कर उसकी हत्या कर दी और साक्ष्य नष्ट करने के उद्देश्य से अपनी पत्नी साक्षी गवली की मदद से शव को बापगांव क्षेत्र में फेंक दिया।
पुलिस को इस मामले में ठोस सबूत मिले हैं, जिसके आधार पर 21 फरवरी 2025 को 948 पन्नों का आरोप पत्र न्यायालय में दाखिल किया गया। इस मामले की जांच अपर पुलिस आयुक्त पूर्व प्रादेशिक विभाग संजय जाधव, पुलिस उपायुक्त परिमंडल-3 अतुल झेंडे और सहायक पुलिस आयुक्त कल्याण विभाग कल्याणजी घेटे के मार्गदर्शन में वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक गणेश न्हायदे और उनकी टीम ने की है। इस केस की सुनवाई फास्टट्रैक कोर्ट में होगी और न्यायालयीन प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए सरकार ने विशेष सरकारी वकील के रूप में एड. उज्ज्वल निकम की नियुक्ति की है।

उल्हासनगर का डीजल, गैस शवदाह गृह कब होगा शुरू…दो करोड़ रुपए हो चुके हैं खर्च…डीजल, गैस का पता नहीं

अनिल मिश्रा / उल्हासनगर

उल्हासनगर में शव को लकड़ी से जलाने के उपरांत धुएं के रूप में बड़ी मात्रा में प्रदूषण बढ़ता है। लकड़ी से शव को जलाने से पर्यावरण की हानि होती है। जंगल काटे जाते हैं। इसके साथ ही शमशान परिसर के लोगों का धुएं से जीना हराम सा हो जाता है। पर्यावरण को प्रदूषण से निजात दिलाने के इरादे से कोविड के बाद उल्हासनगर की चार में से दो श्मशान भूमि में से एक में डीजल तो दूसरे में गैस से चलने वाली शवदाह गृह वर्षों से बनाया जा रहा है। जिस पर दो करोड़ रुपए के करीब लागत आई है। उल्हासनगरवासियों का मनपा प्रशासन पर सवाल उठाया जा रहा है कि आखिरकार कब शुरू होगा डीजल, गैस का शवदाह गृह?
केंद्र सरकार की पहल पर पर्यावरण से प्रदूषण पर अंकुश लगाने के लिए नेशनल वायु प्रदूषण नियंत्रण मिशन के तहत वर्षों से उल्हासनगर पांच कैलाश कॉलोनी की शमशान भूमि में गैस तो उल्हासनगर तीन की शांतिनागर की शमशान भूमि में डीजल का शवदाह गृह बनाया जा रहा है, जो कि कब शुरू होगा यह कहना कठिन है। शवदाह गृह के दरवाजे पर ताला लगा है और काम बंद है।  इस बारे मे सार्वजनिक बांधकाम विभाग भी कुछ बताने में अपने आपको असमर्थ बता रहा है। सूत्र बताते हैं कि इस शवदाह का ठेका ठाणे जिले के एक बड़े नेता के द्वारा दिया गया है। कब शुरू होगा यह भी नेता के हाथ में ही है। महिला आयुक्त मनीषा आव्हाले क्या इस शवदाह गृह में दौरा कर क्यों संचालित हो रहा है? इस तरफ जांच कर योग्य कारेंगी, ऐसे सवाल स्थानीय क्षेत्र में उठने लगे हैं।
उल्हासनगर मनपा के जनसंपर्क अधिकारी अजय साबले से संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि जल्द शुरू होने में क्या अड़चन है? उसकी जांच कर योग्य कदम उठाया जाएगा।

नहीं बंद होगी मुंब्रा-मीरा रोड की एसी बस सेवा…परिवहन समिति सदस्य का दावा

  सामना संवाददाता / मुंब्रा

मुंब्रा से मीरा रोड चलने वाली एसी बस क्र 75 अब नहीं होगी बंद। इस तरह का दावा ठाणे महानगरपालिका की परिवहन समिति सदस्य शमीम खान ने परिवहन वस्थापक से मुलाकात कर उन्हें विज्ञापन देने के बाद पत्रकार परिषद में किया।
मुंब्रा से भिवंडी, मीरा रोड और अन्य शहरों लिए ठामपा की एसी और नॉनएसी बसें चलती हैं। इनमें अचानक से मीरा रोड के लिए चलने वाली एसी बसें बंद करने की खबर पर राकांपा (शरदचंद्र पवार) के मुंब्रा कलवा के अध्यक्ष व परिवहन समिति के सदस्य शमीम खान बताया कि मीरा रोड प्रवासी संगठन का शिष्टमंडल हमारे पास आया था, जिसने बताया कि मुंब्रा से मीरा रोड के लिए चलने वाली एसी बसों के बंद करने से इस रूट के यात्रियों को बहुत परेशानी होगी। जिसके बाद हमने परिवहन वस्थापक से मुलाक़ात कर के यह ज्ञापन दिया और मांग की कि मीरा रोड का जो रनिंग है वह तकरीबन बस के जरिए से दो घंटा का है। इस बस द्वारा कई छात्र मुंब्रा आते हैं। बहुत से मीरा रोड जाते हैं तो कुछ तो काम-काज के लिए यात्रा करते हैं। यानी मुंब्रा और मीरा रोड का एक भाई-बहन जैसा रिश्ता है। इस बस में हमने देखा कि कई वरिष्ठ नागरिक व महिलाएं भी यात्रा करती हैं, ऐसे में एसी बसें बंद करने से उन्हें परशानी होगी। शमीम खान ने बताया कि नॉनएसी का टिकट ₹28 में है और एसी वाली का ₹35 है तो ₹8 के लिए यात्रियों को परेशानी में डालने का क्या मतलब है, फिर ऐसी बस होने पर यात्री भी तो बढ़ेंगे। इसके लिए मैंने आज व्यवस्थापक से बात की। जिस पर उन्होंने हमारी बातें सुनते और समझते हुए बस को बंद करने की बात खारिज कर दी और मुझे आश्वासन दिया और कहा कि एसी बस चलेगी इस रूट पर, सिर्फ तीन नॉन एसी चलेगी और आगे 1 जून से मीरा रोड के लिए सभी एसी बसें चलाई जाएंगी। शमीम खान ने बताया कि भारत गियर्स से ठाणे के माजिवाड़ा तक चलने वाली बस क्रमांक 142 को, जो सुबह 9 से दोपहर 2 चलती है, इसको दोपहर 2 बजे से 6 बजे तक चेंदणी कोलीवाड़ा से मुंब्रा के ठामपा के हकीम अजमल खान अस्पताल कौसा तक चलाने की मांग की है, ताकि अस्पताल जाने वालों को आसानी हो। साथ ही बताया कि मुंब्रा निवासी और ठामपा के परिवहन में सईद गुलबर की कार्यरत रहते हुए मृत्यु हो गई थी। उनकी जगह उनके बेटे शहीद गुलबार को नौकरी देने की हमने मांग की थी, जो पूरी हुई। इस पर हमने परिवहन समिति का धन्यवाद किया। इसके अलावा उन्होंने बसें टाइम पर न पहुंचाने वाले और बस स्टैंड पर ठीक से बसें न रोकने वाले ड्राइवरों के विरुद्ध भी शिकायत की और कहा कि हम खुद बस में बैठकर स्टिंग ऑपरेटिव करेंगे।