मुख्यपृष्ठनए समाचारचुनावों से पहले फिर नाचने लगा ... `पॉड टैक्सी का जिन'! 

चुनावों से पहले फिर नाचने लगा … `पॉड टैक्सी का जिन’! 

परियोजना का अता-पता नहीं, किराए पर माथा पच्ची शुरू
१० वर्षों से मिल रहा है मुंबईकरों को यात्रा विकल्प का जुमला
सामना संवाददाता / मुंबई
बिजनेस हब के नाम से मशहूर बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स में जाने पर अधिकतर यात्रियों को ट्रैफिक जाम और रिक्शा-टैक्सी चालकों की लूटपाट का सामना करना पड़ता है। वहीं एमएमआरडीए कुर्ला स्टेशन और अन्य स्टेशनों के बीच वाया बीकेसी एक अत्याधुनिक पॉड टैक्सी सेवा शुरू करने जा रहा है, जबकि सरकार को बिजनेस हब के क्षेत्र में सार्वजनिक बस सेवा को बेहतर करना चाहिए। बता दें कि यह पॉड टैक्सी की चर्चा पहली बार नही है, कई सालों से पॉड टैक्सी प्रोजेक्ट बारे में चर्चा हुई, लेकिन वह जमीनी हकीकत से दूर है। यह प्रोजेक्ट मात्र एक विषय बनकर रह गया था।
पॉड टैक्सी को अभी मंजूरी मिली है न कि लोगों के लिए सेवा शुरू की गई है। मंजूरी के साथ-साथ प्रोजेक्ट से ज्यादा किराए पर चर्चा की जा रही है। इससे पहले भी सरकार द्वारा लोगों के लिए एलिवेटेड लोकल सेवा की परियोजना को लाने की बात कही गई थी, लेकिन आज तक उसे अमलीजामा नहीं पहनाया जा सका। अब सरकार द्वारा पॉड टैक्सी का लोगों को एक जुमला दिया गया है तो लोगों ने सवाल उठाया है कि ये भी कहीं एलिवेटेड रेल की तरह हवा में न लटका रह जाए। इस पॉड टैक्सी यात्रा के लिए वर्तमान किराया निर्धारण फॉर्मूले के अनुसार, अनुमानित किराया २१ रुपए प्रति किलोमीटर है।
क्या है पॉड टैक्सी?
मुंबई महानगर प्रदेश विकास प्राधिकरण (एमएमआरडीए) के अनुसार, ८.८० किमी लंबे पॉड टैक्सी के लिए मुख्यमंत्री से मंजूरी मिल गई है। मिली जानकारी के अनुसार, मार्ग पर कुल ३८ स्टेशन होंगे। इस प्रोजेक्ट का निर्माण पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप (पीपीपी) मॉडल के तहत होगा। बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स में विभिन्न निजी कंपनियों के प्रमुख कार्यालय, बैंक मुख्यालय, अमेरिकी दूतावास हैं। कुर्ला और बांद्रा स्टेशनों से प्रतिदिन साढ़े चार लाख से अधिक कर्मचारी और नागरिक यहां आते-जाते हैं। ऐसे में कुर्ला स्टेशन से बीकेसी तक आते वक्त भीषण जाम लग जाता है। इसके अलावा बांद्रा स्टेशन के बाहर भारी ट्रैफिक जाम होने के कारण २५-३० मिनट की यात्रा में आधे घंटे से अधिक समय लग जाता है। ऐसे में कुर्ला स्टेशन से बांद्रा स्टेशन तक जाने के लिए रिक्शा-टैक्सी को सौ से तीन सौ रुपए तक चुकाने पड़ते हैं।
ये होंगे रूट
पॉड टैक्सी कुर्ला रेलवे स्टेशन से मीठी नदी को पार करते हुए बीकेसी के जी ब्लॉक, ई-ब्लॉक के प्रमुख संस्थानों के करीब से होते हुए कलानगर फिर वेस्टर्न रेलवे के बांद्रा रेलवे स्टेशन तक पहुंचेगी। देशी और विदेशी कई बड़ी कंपनियों और बैंकों के मुख्यालय बीकेसी में हैं। रोजाना काम के सिलसिले में हजारों लोगों का बीकेसी आना-जाना होता है। इस प्रोजेक्ट का लाभ यहां से गुजरने वाले अधिक से अधिक लोगों को मिल सकें, इसके लिए टैक्सी के स्टेशन बीकेसी कनेक्टर, एमसीए ग्राउंड, यूएस काउंसलेट और एनएसई जंक्शन के समीप होंगे।

पब्लिक ने पूछा, एलिवेटेड रेलवे का क्या हुआ?
रोजाना बांद्रा और अन्य जगहों पर यात्रा करने वालों से रोजाना यात्रियों से पॉड टैक्सी संबंधित प्रतिक्रिया ली गई। इस दौरान लोगों ने सार्वजनिक बस और अन्य विकल्पों को और बेहतर बनाने पर ज्यादा बल दिया। इस दौरान यात्रियों के एक ग्रुप ने एलिवेटेड रेल पर सवाल किया कि एलिवटेड रेलवे के प्लान को क्यों ड्रॉप कर दिया गया? सरकार क्या पॉड टैक्सी के साथ भी ऐसा ही करेगी।
एमएमआरडीए बीकेसी में पॉड टैक्सी शुरू करेगा, मेट्रो नेटवर्क का निर्माण करेगा, यह अच्छी बात है, लेकिन पूरी मुंबई में होने वाले ट्रैफिक जाम का क्या? सरकार को सार्वजनिक बस परिवहन सेवा सक्षम करनी चाहिए। पॉड टैक्सी जैसी सेवाओं का उपयोग सीमित संख्या में लोगों द्वारा किया जाएगा। आम जनता जो बहुसंख्यक है उसका क्या, इस सवाल पर काम किया जाना चाहिए।
-अशोक दातार, परिवहन विशेषज्ञ

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