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फिर आया उड़ता ‘तीर’! … बर्ड फ्लू से सकते में आया स्वास्थ्य तंत्र

१०० के करीब कर्मचारियों के नमूने भेजे गए एम्स
सर्वे की परिधि भी एक से बढ़कर हुई ३ किमी
सामना संवाददाता / मुंबई
राज्य की उपराजधानी नागपुर के एग हैचरी सेंटर में ‘बर्ड फ्लू’ ने स्वास्थ्य तंत्र के होश उड़ा दिए हैं। संक्रमण को केंद्रीय स्वास्थ्य टीम ने गंभीरता से लिया है। टीम के निर्देश पर संक्रमित मुर्गियों के संपर्क में आए ८७ अधिकारी और कर्मचारियों के नमूने जांच के लिए एम्स प्रयोगशाला में भेजे गए हैं। इसके साथ ही सर्वे की परिधि भी एक किमी से बढ़ाकर तीन किमी कर दी गई है। उल्लेखनीय है कि आठ मार्च को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के पशु स्वास्थ्य महामारी विशेषज्ञ डॉ. प्रभाकर झा और माइक्रोबायोलॉजिस्ट डॉ.कमलेश किराड के साथ ही नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के संयुक्त निदेशक डॉ. नवीन सारंग और श्वास रोग विशेषज्ञ डॉ. ज्योति भी नागपुर पहुंच गर्इं। ये टीमें निवारक उपायों की निगरानी के लिए विभागीय हैचरी सहित इलाके का नियमित रूप से दौरा कर रही हैं। इस बीच टीम के निर्देश पर नागपुर मनपा ने संक्रमित मुर्गियों के सीधे संपर्क में आए ८७ अधिकारियों और कर्मचारियों के गले के तरल पदार्थ से नमूने लेकर उसे एम्स प्रयोगशाला में भेज दिया है। टीम के सुझाव पर नागपुर मनपा ने सेंटर से तीन किलोमीटर के दायरे में सर्वे शुरू कर दिया है। इस दायरे में करीब डेढ़ लाख आबादी आती है, इसलिए इस सर्वेक्षण को पूरा करने में लगभग चार से पांच दिन लगेंगे। यह टीम नागपुर में और कितने दिन काम करेगी तथा उनकी जांच से क्या नतीजा निकलेगा? उसे लेकर इस क्षेत्र के विशेषज्ञों का ध्यान आकर्षित किया है।

कुछ दिन पहले अचानक मर रही थींr मुर्गियां
नागपुर के सरकारी ‘पोल्ट्री ब्रीडिंग सेंटर’ में बर्ड फ्लू फैलने के कारण पिछले कुछ दिनों से प्रतिदिन सैकड़ों मुर्गियां मर रही थीं। पशुपालन अधिकारियों ने मौत के कारणों की जांच के लिए बीमार मुर्गियों के नमूने पुणे और फिर भोपाल की एक उच्च सुरक्षा प्रयोगशाला में भेजे। चार मार्च को आई रिपोर्ट में साफ हुआ कि ये मुर्गियां ‘बर्ड फ्लू’ यानी एवियन इन्फ्लूएंजा से संक्रमित थीं। नियमानुसार प्रशासन ने संबंधित मुर्गी पालन केंद्र के एक किलोमीटर क्षेत्र को प्रभावित क्षेत्र और दस किलोमीटर तक के क्षेत्र को निगरानी क्षेत्र घोषित कर दिया। फिर पांच मार्च की रात सेंटर में ८,५०१ मुर्गियों को मार दिया गया। इसके साथ ही सेंटर में मौजूद १६ हजार से अधिक अंडे भी नष्ट कर दिए गए। इस केंद्र के एक किमी के दायरे में वेटरनरी यूनिवर्सिटी का पोल्ट्री प्रजनन केंद्र भी स्थित है और वहां भी २६० मुर्गियां मारी गईं।

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