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शिवसेना लेकर गुजरात भागनेवाले थे…लेकिन मैंने भागने नहीं दिया … भाजपा हफ्ताखोरों बुजदिलों का दल है! -उद्धव ठाकरे का जोरदार हमला

सामना संवाददाता / मुंबई
हिंदूहृदयसम्राट शिवसेनाप्रमुख बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना को नकली शिवसेना कहनेवाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने कल जमकर खबर ली। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में आकर बाहरी नेता असली शिवसेना और नकली शिवसेना तय करते हैं। फिरौती की वसूली करनेवाले दलों के नेता शिवसेना को नकली ठहराते हैं। बालासाहेब ने जब शिवसेना की स्थापना की, तब मोदी शायद हिमालय में होंगे। मोदी की भारतीय जनता पार्टी ही ‘चंदा दो, धंधा लो’ कहनेवाले हफ्ताखोरों और बुजदिलों का दल है। ‘भ्रष्टाचार करो और पार्टी बढ़ाओ’ यही उनकी नीति है। उनके साथ ईडी, सीबीआई, इनकम टैक्स के साथ ही मौजूद सेना भी वसूलीसेना है। इस तरह का सनसनीखेज तंज उद्धव ठाकरे ने कल कसा। महाविकास आघाड़ी की संयुक्त पत्रकार परिषद में उद्धव ठाकरे और गठबंधन नेताओं ने मीडिया से संवाद साधा। इस दौरान महाराष्ट्र समेत सभी देशवासियों को उद्धव ठाकरे ने गुढी पाडवा की शुभकामनाएं दी। इसके बाद उन्होंने पत्रकारों के सवालों का स्पष्ट जवाब दिया। इस बीच प्रधानमंत्री मोदी और भाजपा पर उन्होंने जमकर हमला किया।

मोदी को प्रधानमंत्री नहीं कहा जा सकता! वे एक ही पार्टी का प्रचार कर रहे हैं -उद्धव ठाकरे

कल महाविकास आघाड़ी की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे भाजपा सरकार पर जमकर बरसे। मीडिया ने उद्धव ठाकरे से प्रधानमंत्री मोदी द्वारा नकली शिवसेना की आलोचना के बारे में पूछा। उस पर उद्धव ठाकरे ने मजाकिया लहजे में कहा कि वह शनिवार तीन बुराइयों का एक अजीब संयोग था। ऐसा योग देश में पहली बार आया है। एक तो सूर्य ग्रहण, दूसरी अमावस्या और तीसरी नरेंद्र मोदी की सभा थी। उद्धव ठाकरे ने इस दौरान मोदी समेत भाजपा पर भी चाबुक चलाया। उन्होंने कहा कि चंद्रपुर की सभा में नरेंद्र मोदी का भाषण प्रधानमंत्री का भाषण नहीं, बल्कि जिन्हें हिंदूहृदयसम्राट शिवसेनाप्रमुख बालासाहेब ठाकरे कमलाबाई कहते थे, उस बेकार, बुजदिल और भ्रष्ट जनता पार्टी के एक नेता नरेंद्र मोदी की प्रचार सभा थी। उद्धव ठाकरे ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी एक ही पार्टी का प्रचार कर रहे हैं, उन्हें प्रधानमंत्री नहीं कहा जा सकता। उन्होंने यह भी कहा कि अगर प्रधानमंत्री किसी एक पार्टी के लिए चुनाव प्रचार करेंगे तो वह संविधान पर हाथ रखकर ली गई शपथ का उल्लंघन करेंगे। इसलिए अगर कल को शिवसेना उन्हें जवाब देती है तो समझ लेना चाहिए कि उन्होंने प्रधानमंत्री को नहीं, बल्कि राजनीतिक विपक्षी दल के एक नेता को जवाब दिया है। देश के प्रधानमंत्री का अपमान शिवसेना की तरफ से कदापि संभव नहीं है, यह भी उद्धव ठाकरे ने स्पष्ट किया।
इस दौरान उद्धव ठाकरे यह भी बताया कि भाजपा बेकार, बुजदिल और भ्रष्ट किस तरह से है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय मशीनरी का दुरुपयोग करके देशभक्त दलों को सतानेवाला, उन पर छापे मारनेवाला और धमकियां देनेवाला भाजपा बुजदिलों का दल है। भाजपा में कोई नेता पैदा ही नहीं हुआ है, इसलिए यह बेकार दल है। अशोक चव्हाण का आदर्श अलग लेकिन भाजपा विचारों का आदर्श किसी को नहीं दे सकी। इस तरह का हल्लाबोल उद्धव ठाकरे ने किया। इस मौके पर उद्धव ठाकरे ने महाविकास आघाड़ी के घटक दलों का आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि हमने महाविकास आघाड़ी को और अधिक व्यापक बनाने की सर्वोपरि कोशिश की। उद्धव ठाकरे ने कहा कि आघाड़ी में घटक दलों ने एक भी सीट मांगे बिना संविधान और देश की रक्षा के लिए गठबंधन को ताकत दी।
उद्धव ठाकरे ने कहा कि कांग्रेस ने देश के लिए एक उत्तम घोषणापत्र तैयार किया है। ‘इंडिया’ गठबंधन सरकार आने के बाद उस घोषणापत्र से संबंधित मुद्दे भी शामिल किए जाएंगे। उत्तर मुंबई संसदीय सीट पर प्रत्याशी घोषित न होने के कारण तैयारी के तौर पर शिवसेना के विनोद घोसालकर ने प्रचार शुरू कर दिया था। उद्धव ठाकरे ने कहा कि आज वहां कांग्रेस उम्मीदवार की घोषणा की गई है और उत्तर मुंबई में शिवसैनिक महाविकास आघाड़ी उम्मीदवार को जिताने के लिए प्रचार करेंगे।
भाजपा को अपना इतिहास जांचना चाहिए, यह कहते हुए उद्धव ठाकरे ने अमित शाह के ‘मातोश्री’ दौरे का प्रमाण भी इस दौरान दिया। साल २०१९ में तत्कालीन भाजपा अध्यक्ष अमित शाह शिवसेनाप्रमुख बालासाहेब ठाकरे की तस्वीर के सामने साष्टांग दंडवत करने पहुंचे थे। उस वक्त हम भी मातोश्री में उपस्थित थे और वो यही शिवसेना थी। उद्धव ठाकरे ने कहा कि भाजपा भले ही भूल गई हो, लेकिन महाराष्ट्र की जनता नहीं भूली है। भाजपा रंगदारी वसूलने वाला केंद्र, पहले मुंबई में यही माहौल था। मारुति १,००० नई आई थी। उस समय अगर कोई कार खरीदता था तो उसे किसी भाई का फोन आता था और वह उससे पैसे वसूलता था। उद्धव ठाकरे ने कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि भाजपा रंगदारी वसूलने वाला केंद्र बन गई है। उद्धव ठाकरे ने तीखा तंज कसते हुए कहा कि एक समय एनडीए बना था, लेकिन अब भाजपा केवल ‘पैबंद’ जोड़कर एक साथ होने वाले गठबंधन है। हफ्ताखोर पार्टी के एक नेता द्वारा शिवसेना को चिढ़ाना सही नहीं है। यह कहते हुए ‘मोदी शिवसेना को गुजरात ले जाना चाहते थे, लेकिन हमने उन्हें नहीं ले जाने दिया’, इस तरह का सनसनीखेज आरोप भी उद्धव ठाकरे ने इस दौरान लगाया। इसलिए मोदी पास बैठे चायनीज माल से ही खुश हैं, यह कहते हुए उद्धव ठाकरे ने नारायण राणे पर भी निशाना साधा।

प्रकाश आंबेडकर के प्रति आदर बरकरार
एड. प्रकाश आंबेडकर का वंचित बहुजन महाविकास आघाड़ी का हिस्सा नहीं हो सका। इस तरह का मुद्दा मीडिया ने इस दौरान उठाया। इस पर उद्धव ठाकरे ने कहा कि प्रकाश आंबेडकर के समक्ष आघाड़ी ने कुछ सीटों की पेशकश की थी। हालांकि, दुर्भाग्य से वह संभव नहीं हो सका। प्रकाश आंबेडकर का आज भी हम उतना ही आदर करते हैं और उन्होंने हम पर कितना भी तंज कसा फिर भी हम उनको जवाब नहीं देंगे।

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