-जनता से अतिरिक्त वसूली की कर रही तैयारी
सामना संवाददाता / मुंबई
मनपा मुंबईकरों पर एक और आर्थिक बोझ डालने की तैयारी में है। नया प्रस्तावित सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट (एसडब्ल्यूएम) के अनुसार, अब हर घर से कचरा उठाने के लिए १०० रुपए से १,००० रुपए तक की फीस वसूली जाएगी। सवाल यह है कि जब पहले से ही नागरिक प्रॉपर्टी टैक्स, जल कर, और अन्य शुल्कों में भारी रकम दे रहे हैं तो फिर यह अलग से यूजर फीस क्यों?
क्या मनपा इस बात से मुंह मोड़ रही है कि मुंबई के कई इलाकों में अब भी नियमित सफाई नहीं होती, गलियों में कचरे के ढेर लगे रहते हैं और झुग्गियों व ठेलों से निकलने वाला कचरा सड़कों पर जमा है। नालियां भरी रहती हैं। बदबूदार कचरे से बीमारी पैâलती है, लेकिन फिर भी जवाबदेही की जगह वसूली को प्राथमिकता दी जा रही है।
सिर्फ एक महीने में ५५५ से अधिक नागरिकों ने मनपा को आपत्तियां भेजीं, जिनमें अधिकांश ने इस प्रस्ताव को अन्यायपूर्ण बताया है। लोगों का कहना है कि जब तक हर वॉर्ड में नियमित कचरा संग्रहण, पृथक डिब्बे और मनपा की जवाबदेही तय नहीं होती, तब तक दंड या शुल्क लागू करना गलत है।
क्या यह यूजर फीस है या नागरिकों को मनपा की नाकामी की सजा दी जा रही है? जब खुद मनपा की व्यवस्था ढीली हो, नियमों का पालन न हो और कचरे पर नियंत्रण न हो, तब किसी भी नई फीस से सिर्फ अविश्वास और असंतोष ही बढ़ेगा, व्यवस्था नहीं सुधरेगी। इससे पहले कि मनपा वसूली करे, उसे खुद अपनी कार्य प्रणाली में सुधार करनी चाहिए।