मुख्यपृष्ठटॉप समाचारफडणवीस के नागपुर में सरकारी अस्पताल में २४ घंटे में २३ मौत!

फडणवीस के नागपुर में सरकारी अस्पताल में २४ घंटे में २३ मौत!

सामना संवाददाता / मुंबई
महाराष्ट्र के सरकारी अस्पतालों में मौतों के कारण हड़कंप मचा हुआ है। घाती सरकार के कार्यकाल में अस्पताल के बिस्तर मृत्युशय्या बन गए हैं। नांदेड़ और छत्रपति संभाजीनगर के बाद अब उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नागपुर में भी दवा और उचित इलाज के अभाव में मरीज मर रहे हैं। पिछले २४ घंटों में नागपुर के मेडिकल और मेयो इन दो अस्पतालों में २३ मरीजों की मौत हो गई है, जिससे मरीजों में दहशत का माहौल है।
नांदेड़ और छत्रपति संभाजीनगर के सरकारी अस्पतालों की स्थिति भयावह है। दिनभर में नांदेड़ में ६ और संभाजीनगर में १४ और मरीजों की मौत हो गई। राज्य की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है और इसमें उपराजधानी नागपुर भी शामिल हो गया है। इस तरह तीन दिन में मरनेवालों की संख्या ५५ हो गई है।
नागपुर के मेयो और मेडिकल अस्पताल में पिछले २४ घंटों में २३ मरीजों की मौत हो गई है। चौंकाने वाली बात यह है कि यह संख्या रोजाना की है। नागपुर के इन दोनों सरकारी अस्पतालों में प्रतिदिन मरने वालों की औसत संख्या २० से २२ है। इन अस्पतालों के आईसीयू में भर्ती होनेवाले अधिकांश मरीज निजी अस्पतालों से आते हैं। इलाज शुरू होने के २४ घंटे के अंदर उनकी मौत हो जाती है। नागपुर सरकारी मेडिकल अस्पताल के संस्थापक डॉ. राज गजभिए ने कहा ऐसे कई मामले हैं। मेयो के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सागर पांडे एवं चिकित्सा अधीक्षक डॉ. शरद कुचेवार ने हालांकि अलग जानकारी दी। उन्होंने दावा किया कि प्रतिदिन मरने वालों की संख्या पांच से छह है।

अन्य समाचार