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कैंसर का किफायती इलाज! …गरीबों के लिए बहुउद्देशीय अस्पताल का निर्माण

बुजुर्ग डॉक्टर की २५ साल
की लड़ाई हुई सफल

सामना संवाददाता / मुंबई
अंधेरी-पश्चिम में कोकिलाबेन अंबानी अस्पताल से सटे भूखंड पर किफायती दर पर अस्पताल बनाने की एक ८५ वर्षीय डॉक्टर की २५ साल पुरानी लड़ाई सफल हो गई है। इस भूखंड पर बननेवाले अस्पताल में कैंसर से लेकर सभी तरह की बीमारियों का इलाज होगा। साथ ही यहां मरीजों को हर तरह की सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी। इस कैंसर और बहुउद्देश्यीय अस्पताल का शिलान्यास समारोह हाल ही में आयोजित किया गया। इस अस्पताल का प्रबंधन टाटा ट्रस्ट के स्वास्थ्य विभाग के तहत आनेवाले कार्किनोज हेल्थकेयर द्वारा संभाला जाएगा।
उल्लेखनीय है कि अंधेरी पश्चिम चार बंगला में अस्पताल के लिए लगभग १२ हजार वर्ग मीटर का भूखंड प्राप्त करने के लिए शांताबाई केरकर स्मृति चैरिटेबल ट्रस्ट के अध्यक्ष व बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. बलवंत केरकर ने साल १९७९ में आवेदन किया था। लेकिन उस समय यह बताया गया था कि यह भूखंड उद्योग विभाग के कर्मचारियों की कॉलोनियों के लिए आरक्षित है। साल १९९१ में यह भूखंड अस्पताल व प्रसूतिगृह के लिए आरक्षित किया गया, इसलिए ट्रस्ट ने १९९२ में दोबारा आवेदन किया। उस आवेदन पर विचार नहीं किया गया। हालांकि उस समय तत्कालीन सरकार ने इस भूखंड को प्रसिद्ध हृदय सर्जन नीतू मांडके की सिफारिश पर एक रुपए प्रति वर्ग मीटर की दर से ३० साल के लिए किराए पर दे दिया। इसलिए ट्रस्ट ने हाई कोर्ट में चुनौती दी। कोर्ट ने वितरण पर रोक लगा दी। ६ जुलाई १९९८ को शांताबाई केरकर ट्रस्ट को भूखंड वितरित करने का आशय पत्र जारी किया गया। हालांकि, आवश्यक दस्तावेज जमा करने के बावजूद साल २००४ में वितरण रद्द कर दिया गया, इसलिए ट्रस्ट ने दोबारा कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। कोर्ट ने दोबारा सुनवाई का आदेश दिया। लेकिन इसमें आगे कुछ भी नहीं हुआ। ट्रस्ट ने फिर कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। इसके बाद कोर्ट ने एक अप्रैल २०१३ को ट्रस्ट के पक्ष में पैâसला सुनाया और परियोजना रिपोर्ट को नए सिरे से जमा करने का आदेश दिया। लेकिन इस आदेश को सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। वह लड़ाई भी डॉ. केरकर जीत गए। आखिरकार २५ साल बाद डॉ. केरकर ने एक बहुउद्देशीय अस्पताल, शांताबाई केरकर मेमोरियल अस्पताल और सरस्वती देवी कैंसर अनुसंधान केंद्र का उद्घाटन किया। बताया गया है कि टाटा कैंसर अस्पताल के डॉक्टरों को इस अस्पताल से जोड़ा जाएगा।

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