मुख्यपृष्ठनए समाचार‘दादा’ के आगे झुकी भाजपा : चंद्रकांत पाटील का पत्ता साफ! ......

‘दादा’ के आगे झुकी भाजपा : चंद्रकांत पाटील का पत्ता साफ! … दादा बने पुणे के पालकमंत्री

सामना संवाददाता / मुंबई
शिंदे सरकार से अजीत पवार की कथित नाराजगी का नाटक रंग लाने लगा और भाजपा दादा के आगे झुकने को मजबूर हो गई। राजनीतिक गलियारों में चल रही चर्चा के मुताबिक, अजीत पवार किसी भी हालत में चंद्रकांत पाटील को पुणे का पालकमंत्री नहीं बने रहने देना चाहते थे। चंद्रकांत पाटील ने खुले तौर पर अजीत पवार पर फंड न देने का आरोप लगाते हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से शिकायत की थी। इसके अलावा पुणे की कई विकास योजनाएं दोनों नेताओं की लड़ाई में अधर में लटकी पड़ी थीं।
अजीत पवार पुणे के पालक मंत्री सहित अन्य मुद्दों को लेकर भाजपा सहित मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से नाराज चल रहे थे। इसी नाराजगी के कारण मुख्यमंत्री के सरकारी निवास वर्षा पर गणपति का दर्शन तक करने नहीं गए थे। इतना ही नहीं, गत मंगलवार की वैâबिनेट की बैठक से भी दादा गायब रहे। इससे पहले मुंबई में अमित शाह आए थे, उनसे भी अजीत पवार मिलने नहीं गए थे। बताया जाता है कि दादा की नाराजगी को देखते हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मंगलवार को दिल्ली के भाजपा नेताओं से विचार-विमर्श करने के बाद दादा सहित उनके गुट के मंत्रियों को पालकमंत्री बनाने की घोषणा कल की। जिन मंत्रियों को पालक मंत्री बनाने की मुख्यमंत्री ने घोषणा की है, उनमें पुणे-अजीत पवार, अकोला-राधाकृष्ण विखे-पाटील, सोलापुर-चंद्रकांत पाटील, अमरावती-चंद्रकांत पाटील, भंडारा-विजयकुमार गावित, बुलढाणा-दिलीप वलसे-पाटील, कोल्हापूर-हसन मुश्रीफ, गोंदिया-धर्मरावबाबा आत्राम, बीड-धनंजय मुंडे, परभणी-संजय बनसोडे, नंदूरबार-अनिल भा. पाटील और वर्धा-सुधीर मुनगंटीवार का समावेश है।

अन्य समाचार