बदलापुर
बदलापुर शहर के ८० प्रतिशत लोग यदि नौकरीपेशा नहीं होते तो बदलापुर के जलापूर्ति विभाग के समक्ष पानी की कमी को लेकर इतना उग्र आंदोलन होता कि प्रशासन के अफसरों का कुर्सी पर बैठना भारी हो जाता। एमजेपी के द्वारा बदलापुर को जलापूर्ति की जाती है। बदलापुर में बढ़ रही इमारतों के कारण दूसरे शहर के लोग यहां आकर रह रहे हैं। भवन निर्माता फ्लैट धारकों को पानी, स्वास्थ्यवर्धक पर्यावरण का झांसा देकर फंसा तो लेते हैं, परंतु बदलापुर के तकरीबन ढाई लाख से अधिक लोग सुबह नौकरी पर चले जाते हैं, जो बारह से पंद्रह घंटे नौकरी करने के बाद अपने घर लौटते हैं। रविवार के दिन छुट्टी रहती है इसलिए उस दिन या फिर सोमवार को टैंकर वालों की चांदी हो जाती है। रविवार और सोमवार को बड़ी संख्या में टैंकर दौड़ते हुए देखे जा सकते हैं। ‘दोपहर का सामना’ के सिटीजन रिपोर्टर रुद्रदत्त पांडेय ने सवाल किया है कि क्या कभी बदलापुर पीने के पानी के मामले में आत्मनिर्भर हो सकेगा?
रुद्रदत्त पांडेय का कहना है कि बदलापुर इन दिनों भवन निर्माण के मामले में अग्रणी स्थान पर है। नई इमारतों के निर्माण के साथ पुरानी इमारतों का पुनर्निर्माण भी शुरू है। टॉवर बनाए जा रहे हैं और ऐसा होने से वहां रहनेवालों की संख्या में दिन-प्रतिदिन बढ़ोतरी होगी। ऐसी स्थिति में पानी जैसी जीवनावश्यक चीज कहां से पूरी होगी? बदलापुर की एमजेपी जलापूर्ति एजेंसी का कहना है कि नपा के नगर रचना विभाग को चाहिए कि जब तक पानी जैसी जरूरी समस्या का निराकरण नहीं हो जाता तब तक वो इमारत के निर्माण की इजाजत न दे। पानी की समस्या का निराकरण करने के बाद ही नई इमारत के निर्माण के लिए इजाजत दी जानी चाहिए। बदलापुर का जलापूर्ति व नगर रचना विभाग वर्तमान जल समस्या को यदि सुलझाने में विफल रहा तो इस बात को लेकर काफी परेशानी पैदा हो जाएगी।
बारिश कम होने के कारण प्रतिवर्ष जल संकट गहराता जा रहा है। आज मौजूदा स्थिति को देखा जाए तो जिस पानी को पाइप लाइन से दिया जाना चाहिए। उस पानी को टैंकर से दिया जा रहा है। टैंकर के पानी की गुणवत्ता कितने प्रतिशत सही है, इस पर भी सवाल उठ रहा है। टैंकर वाले जिस पानी को पीने का पानी बताकर दे रहे हैं क्या वह पीने योग्य है या नहीं, इसकी जांच कौन करता है? शहर में कई ऐसे भी टैंकर पानी सप्लाई कर रहे हैं जो पानी सप्लाई के योग्य हैं या नहीं, उसकी जांच कौन करेगा? खाद्य विभाग, पुलिस, नपा के स्वास्थ्य विभाग को चाहिए कि टैंकर द्वारा शहर में जलापूर्ति करनेवाले टैंकरों की गंभीरता से जांच कर उचित कदम उठाएं।