मुख्यपृष्ठटॉप समाचारशेयर बाजार में भी घुसा साइबर शैतान : अंबानी के डीपफेक वीडियो...

शेयर बाजार में भी घुसा साइबर शैतान : अंबानी के डीपफेक वीडियो ने मचाया कोहराम …अंधेरी के डॉक्टर के लुट गए लाखों रुपए

१६ बैंक खातों में किए थे पैसे ट्रांसफर

सामना संवाददाता / मुंबई
एआई तकनीक वाकई काफी खतरनाक शक्ल लेती जा रही है। इससे बने डीपफेक वीडियो न सिर्फ फिल्मी सितारों की छवि को खराब कर रहे हैं बल्कि अब तो शेयर बाजार और बिजनेस क्लास में भी साइबर शैतानों ने घुसपैठ कर ली है। हाल ही में देश के टॉप बिजनेसमैन मुकेश अंबानी के एक डीपफेक वीडियो ने कोहराम मचा दिया है। नतीजतन, अंधेरी के एक डॉक्टर के लाखों रुपए लुट गए। पुलिस ने इस मामले में अज्ञात आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
अंधेरी की रहनेवाली ५४ वर्षीय पीड़ित डॉक्टर एक आयुर्वेद प्रैक्टिशनर हैं और गत मई में इंस्टाग्राम फीड पर स्क्रॉल करते समय उन्होंने यह डीपफेक वीडियो देखी थी, जिसमें मुकेश अंबानी, ‘राजीव शर्मा ट्रेड ग्रुप’ नामक एक ट्रेडिंग एकेडमी का प्रचार करते दिख रहे थे। इस डीपफेक वीडियो में अंबानी उनके जरिए किए गए निवेश पर बहुत अधिक रिटर्न पाने के लिए बीसीएफ एकेडमी में शामिल होने के लिए कह रहे थे।

सितारों के डीपफेक वीडियो
गत नवंबर में फिल्मी सितारों के डीपफेक वीडियो आने शुरू हुए थे, जिसने सनसनी मचा दी थी। सबसे पहले रश्मिका मंदाना का डीपफेक वीडियो आया था। इसके बाद कैटरीना कैफ आलिया भट्ट और रणवीर सिंह और आमिर खान का डीपफेक वीडियो भी आया था।

इंस्टाग्राम के फेक रील ने फंसा दिया!

शेयर ट्रेडिंग के नाम पर मुंबई की एक ५४ साल की आयुर्वेदिक डॉक्टर ठगी का शिकार हो गई। अंधेरी निवासी डॉक्टर ने इंस्टाग्राम पर एक रील देखी थी। इस रील में मुकेश अंबानी एक कंपनी का प्रचार कर रहे थे। यह रील नकली थी और मुकेश अंबानी की डीपफेक वीडियो बनाकर तैयार की गई थी। इसके जरिए साइबर ठगों ने डॉक्टर को ७ लाख रुपए से ज्यादा का चूना लगा दिया गया।
पुलिस में दर्ज एफआईआर के अनुसार, डॉक्टर ने डीपफेक वीडियो देखने के बाद शुरू में इंटरनेट पर इस ग्रुप की खोज की। इस दौरान उन्हें पता चला कि उनके ऑफिस लंदन और मुंबई के बीकेसी में थे। इससे उसे उन पर भरोसा हो गया। फिर डॉक्टर ने उनसे ऑनलाइन संपर्क किया और मई और जून के बीच लगभग ७.१ लाख रुपए का निवेश किया। उन्हें एक अकाउंट भी दिया गया जहां वह जान सकती थीं कि उनका निवेश वैâसा चल रहा है। कुछ समय बाद उन्होंने वहां देखा कि उन्हें ३० लाख रुपए से अधिक का लाभ हुआ है। फिर जब उन्होंने ३० लाख रुपए का मुनाफा निकालने की कोशिश की, तो उनका प्रयास बार-बार विफल रहा। फिर उन्होंने ओशिवरा पुलिस में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मामला दर्ज कराया। जिन सोलह बैंक खातों में डॉक्टर ने पैसे ट्रांसफर किए थे, पुलिस उनकी जांच के लिए बैंक अधिकारियों से संपर्क कर रही है।
निवेशकों से पुलिस की अपील
साइबर घोटालेबाज निर्दोष व्यक्तियों को निवेश हेतु लुभाने के लिए लोगों के डीपफेक वीडियो का उपयोग कर रहे हैं और इसके लिए उन्होंने ऑनलाइन बैकग्राउंडर्स भी बनाए हैं, जो नकली हैं। पुलिस ने जनता से अपील करते हुए कहा कि वे केवल ऑनलाइन वेबसाइटों और विवरणों पर भरोसा न करें। इससे पहले भी घोटालेबाजों द्वारा एक अन्य व्यापारिक शिक्षा कार्यक्रम के लिए निर्दोष निवेशकों को लुभाने के लिए अंबानी का एक डीपफेक वीडियो बनाया गया था। पुलिस ने अपील की है कि साइबर घोटालेबाजों द्वारा सभी सोशल मीडिया प्लेटफार्मों का दुरुपयोग लोगों को ट्रेडिंग में निवेश करने के लिए लुभाने और धोखा देने के लिए किया जा रहा है।

अन्य समाचार