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जीवन दर्पण : शनि का उपाय करते ही विवाह का मार्ग हो जाएगा प्रशस्त

 

गुरुजी, मेरी शादी कब होगी?
– सुरेश यादव
(जन्म- २२ अक्टूबर १९९६, रात्रि- १२.४५ स्थान- कुर्ला, मुंबई)
सुरेश जी, आपका जन्म मंगलवार के दिन धनिष्ठा नक्षत्र के तृतीय चरण में हुआ है और आपकी राशि कुंभ बन रही है। वर्तमान समय में कुंभ राशि पर शनि की साढ़ेसाती भी चल रही है। यदि आपके मैरिज को हम देखें तो कर्क लग्न में आपका जन्म हुआ है और कर्क लग्न का स्वामी चंद्रमा है, जो आपकी कुंडली में अष्टम भाव पर बैठा है। आपकी कुंडली मांगलिक नहीं है लेकिन चौथे स्थान पर सूर्य के बैठने के कारण जीवनसाथी का चयन करने में किसी न किसी प्रकार की अड़चन आ रही है। लग्न भाव का स्वामी चंद्रमा आपकी कुंडली में अष्टम भाव पर बैठ करके यह संकेत दे रहा है कि आप अपनी इच्छा से विवाह करना चाहते हैं। आपको अपने माता-पिता की सहमति के बिना विवाह नहीं करना चाहिए। आपके विवाह को अगर हम देखें कि आपका विवाह कब होगा तो शनि का उपाय करिए और २०२४-२०२५ में आपका विवाह हो सकता है।

गुरुजी, मेरी शिक्षा और स्वास्थ्य कैसा रहेगा?
– आदर्श सिंह
(जन्म- २ अगस्त २०१५, समय- रात्रि ४.४२ बजे, स्थान- प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश)
आदर्श जी, आपका जन्म रविवार के दिन धनिष्ठा नक्षत्र के चतुर्थ चरण में हुआ है और आपकी राशि कुंभ बन रही है। लग्न के आधार पर कर्क लग्न का स्वामी चंद्रमा है वह चंद्रमा आपकी कुंडली में अष्टम भाव पर बैठा है, इससे आपकी राशि पर शनि की साढ़ेसाती भी चल रही है, जिससे स्वास्थ्य थोड़ा-सा ऊपर-नीचे हो सकता है लेकिन घबराने की आवश्यकता नहीं है। आपको शनि का उपाय करना चाहिए। आपकी शिक्षा अच्छी होगी और लग्न में ही नीच राशि का मंगल भी बैठा हुआ है, जिससे आपकी कुंडली मांगलिक भी है।

गुरुजी, मैं बहुत परेशान हूं। मेरी परेशानी कब तक दूर होगी?
– प्रेम कुमार शर्मा
(जन्म- २ मार्च १९७३, समय- १२.४५ स्थान- जौनपुर, उत्तर प्रदेश)
प्रेम कुमार जी, श्रवण नक्षत्र के द्वितीय चरण में आपका जन्म हुआ है और आपकी राशि मकर है। मकर राशि पर शनि की साढ़ेसाती चल रही है और यह साढ़ेसाती जनवरी २०२५ में समाप्त हो जाएगी। लग्न के आधार पर अगर हम बात करें तो मिथुन लग्न में आपका जन्म हुआ है और शनि की साढ़ेसाती का आपको उपाय करना चाहिए। शनि की साढ़ेसाती के उपाय के लिए प्रतिदिन आपको पीपल के पेड़ की परिक्रमा ७ मिनट तक करनी चाहिए और परिक्रमा करते समय ‘ॐ पिप्लाश्रय संस्थिताय नम:’ मंत्र का जाप भी करना चाहिए। इसके साथ ही प्रतिदिन तीन बार हनुमान चालीसा का पाठ करें और हनुमान जी महाराज का दर्शन करें। यदि यह उपाय करें तो आपकी परेशानियां धीरे-धीरे समाप्त होने लगेंगी।

गुरुजी, मेरी परेशानियां कब दूर होंगी, कृपया बताएं?
– सचिन गुप्ता
(जन्म- २६ फरवरी १९९२, समय- रात्रि ९.४५ स्थान- प्रतापगढ़)
सचिन जी, आपका जन्म बुधवार के दिन ज्येष्ठा नक्षत्र के चतुर्थ चरण में हुआ है और आपकी राशि वृश्चिक बन रही है। आपकी राशि पर शनि की ढैया भी प्रारंभ हो गई है। गोचर के आधार पर अगर हम बात करें तो आपकी राशि से चौथे स्थान पर शनि बैठ करके रोग भाव और दशम भाव को अपनी पूर्ण दृष्टि से देख रहे हैं इसलिए आपको शनि का उपाय करना चाहिए। शनि का उपाय के करने के लिए आपको प्रतिदिन हनुमान चालीसा का तीन बार पाठ करना चाहिए।

गुरुजी, बचत नहीं हो पाती, उपाय बताएं?
– प्रेम कुमार सोनी
(जन्म- ३० मार्च १९८४, समय- प्रात: ६.५५, स्थान- जोगेश्वरी, मुंबई)
प्रेम कुमार जी, आपका जन्म शुक्रवार के दिन हुआ है और राशि आपकी कुंभ बन रही है। वर्तमान समय में कुंभ राशि पर शनि की साढ़ेसाती भी चल रही है। यदि लग्न के आधार पर हम आपकी कुंडली को देखें तो मीन लग्न में आपका जन्म हुआ है। शनि आपकी कुंडली में १२वें भाव का स्वामी है। अगर गोचर के आधार पर हम बात करें तो लग्न में ही शनि वैभव का स्वामी हो करके बैठा हुआ है इसलिए व्यय की अधिकता बनी है। शनि का उपाय करने से बचत होने लगेगी। शनि के उपाय लिए काला तिल, काली उड़द, बादाम, कच्चा कोयला, एक नारियल को काले कपड़े में बांधकर अपने सिर से सात बार घुमाकर बहते पानी में प्रवाहित करें।

ग्रह-नक्षत्रों के आधार पर आपको देंगे सलाह। बताएंगे परेशानियों का हल और आसान उपाय। अपने प्रश्नों का ज्योतिषीय उत्तर जानने के लिए आपका अपना नाम, जन्म तारीख, जन्म समय, जन्म स्थान मोबाइल नं. ९२२२०४१००१ पर एसएमएस करें। उत्तर पढ़ें हर रविवार…!

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