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१ लाख लोगों की जान खतरे में! …संकट में एक लाख नागरिकों की जान

कुर्ला, घाटकोपर और भांडुप में हैं झोपड़े
मनपा स्थानांतरण की जारी करेगी नोटिस
सामना संवाददाता / मुंबई
मानसून के आगमन में अब केवल दो महीने का ही वक्त रह गया है। ऐसे में मनपा प्रशासन मानसून पूर्व तैयारियों को पूरा करने में जोरशोर से जुट गया है। इस सबके बीच मुंबई के पूर्व उपनगर में स्थित कुर्ला एल वॉर्ड घाटकोपर एन वार्ड और भांडुप एस वॉर्ड में स्थित लगभग दस हजार झोपड़ों पर चट्टान खिसकने की आशंका जताई गई है। इसमें कुर्ला के नौ, घाटकोपर के १७ और भांडुप के ४२ क्षेत्रों पर चट्टान खिसकने का खतरा अधिक है। इतना ही नहीं, इन झोपड़ों में रहनेवाले करीब एक लाख निवासियों की जान भी संकट में है। चट्टान खिसकने से होनेवाली जन-धन की हानि को देखते हुए मनपा संबंधित झोपड़ाधारकों को अपने घर खाली कर सुरक्षित स्थान पर जाने का नोटिस जारी करेगी।
उल्लेखनीय है कि मुंबई के पूर्व उपनगर में सबसे अधिक पहाड़ी क्षेत्र हैं। घाटकोपर में शुक्रवार को भूस्खलन के कारण १२ झोपड़ियां खाली करानी पड़ीं। इस पृष्ठभूमि में खतरनाक चट्टानों का मुद्दा फिर से सामने आया है। बता दें कि मुंबई मनपा के आपदा प्रबंधन विभाग से जानकारी एकत्र करके साल २०१७ में शहर में भूस्खलन की संभावना वाले कुल २९९ स्थानों का वैज्ञानिक सर्वेक्षण किया गया था। इसके लिए जियोग्राफिकल सर्वे ऑफ इंडिया की मदद ली गई थी। साल २०१८ में भारतीय सर्वेक्षण विभाग ने २९९ संभावित भूस्खलन स्थलों में से २४९ का गहन सर्वेक्षण किया और उन्हें चार उप प्रकारों में विभाजित किया। इसमें ४६ जगहों को बेहद खतरनाक घोषित किया गया था। इसके अनुसार मनपा बरसात से पहले जान-माल की हानि से बचने के लिए इन खतरनाक स्थानों पर झोपड़पट्टियों में झोपड़ाधारकों को नोटिस जारी कर सुरक्षित स्थानों पर चले जाने के निर्देश देती है।
जन-धन हानि से बचने के लिए मनपा की तैयारी
भारतीय भौगोलिक सर्वेक्षण विभाग और तकनीकी समिति के परामर्श के अनुसार, मुंबई में २४ घंटे में २०० से २५० मिमी बारिश होने की स्थिति में सुरक्षा कारणों से भूस्खलन की संभावना वाले स्थानों से निवासियों को बाहर निकालने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा आपदा प्रबंधक विभाग आपातकालीन स्थिति में क्या करना है और क्या नहीं करना है, प्राथमिक चिकित्सा, घायलों को वैâसे ले जाना है, इस पर प्रशिक्षण प्रदान करता है। ऐसी घटना की स्थिति में फायर ब्रिगेड की सहायता के लिए राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया टीम की तीन टुकड़ियों को अंधेरी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में और पूर्वी उपनगरों के लिए विक्रोली और कांजूर मार्ग में दो अतिरिक्त टुकड़ियों को तैनात किया गया है।

`एस’ वॉर्ड भांडुप में पश्चिमी भाग पहाड़ी है। पूरे इलाके में ४२ जगहें खतरनाक और १३ जगहें अति खतरनाक हैं। मानसून के दौरान इस खतरे से बचने के लिए आवश्यक निर्देश, जन जागरूकता, सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए नोटिस जारी करने जैसे कदम उठाए जाते हैं।
भास्कर कासगीकर, सहायक आयुक्त, `एस’ वॉर्ड

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