तनाव से बचाने और प्रोत्साहित करने के लिए होता है आयोजन
सिर्फ प्रधानमंत्री के प्रचार का बनकर रह गया इवेंट
सामना संवाददाता / नई दिल्ली
देश में इन दिनों नीट-नेट परीक्षाओं के पेपर लीक की घटनाओं ने हंगामा मचा रखा है। लाखों छात्र सड़क पर उतरकर प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी बीच पता चला है कि पीएम मोदी की ‘परीक्षा पे चर्चा’ फेल हो गई है। दरअसल, हर साल मोदी लाखों छात्रों से इस कार्यक्रम के तहत संपर्क साधकर उन्हें तनाव से बचाते और प्रोत्साहित करते हैं। बावजूद इसके हर साल १० हजार से ज्यादा छात्र खुदकुशी कर रहे हैं।
साल २०१८ से प्रधानमंत्री मोदी ने परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम की शुरुआत की थी। इस कार्यक्रम के जरिए मोदी देश भर के छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों से बातचीत करते हैं। इन कार्यक्रमों में वर्चुअली हजारों लोग जुड़ते हैं। परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम का सरकार से जुड़ी तमाम वेबसाइटों, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह सहित सरकार के तमाम मंत्रियों, भाजपा सांसदों और मुख्यमंत्रियों के सोशल मीडिया हैंडल्स पर जमकर प्रचार किया गया था। सभी ने इस कार्यक्रम की तारीफों के पुल बांधे थे। पिछले कुछ सालों में जब-जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम के तहत बच्चों, अभिभावकों और शिक्षकों से रूबरू हुए हैं तो इसमें उन्होंने बोर्ड की परीक्षाओं में किस तरह तनाव से लड़ते हुए अच्छे मार्क्स लाने और खुद को मोटिवेट करने के बारे में टिप्स दिए हैं। इस कार्यक्रम को शुरू करने का मकसद यह बताया गया था कि इससे छात्रों को परीक्षा से पहले होने वाले मानसिक तनाव से लड़ने में मदद मिलेगी लेकिन जो आंकड़े सामने आए हैं वह दूसरी तस्वीर पेश करते हैं। आरटीआई से मिली जानकारी के मुताबिक, पिछले ६ सालों में परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम पर खर्च होने वाली रकम लगभग १७५ फीसदी बढ़ गई है। अब तक इस कार्यक्रम पर ४० करोड़ रुपए से ज्यादा खर्च हो चुके हैं। एक्टिविस्ट कन्हैया कुमार के द्वारा परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम के संबंध में मांगी गई जानकारी से इसका पता चला है।
मोदी ने २९ जनवरी, २०२४ को सातवें संस्करण में ‘एग्जाम वॉरियर्स’ से परीक्षा पे चर्चा की थी। इससे पिछला परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम २७ जनवरी, २०२३ को दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में हुआ था। तब इस आयोजन के लिए ३८ लाख छात्रों ने पंजीकरण कराया था।
साल खुदकुशी
२०१७ ९,९०५
२०१८ १०,१५९
२०१९ १०,३३५
२०२० १२,५२६
२०२१ १३,०८९